 
                                            Fish Rain: दिल्ली-एनसीआर के लोग प्रदूषण से राहत के लिए बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, हल्की बूंदाबांदी के अलावा बारिश की फुहारों का अब भी इंतजार है. इस बार मानसून में भी खूब बारिश हुई और लोगों को गर्मी से राहत भी मिली. इस बारिश में आप भी कभी न कभी भीगे जरूर होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आसमान से सिर्फ पानी ही नहीं बल्कि मछलियां भी बरस सकती हैं? ये भले ही सुनने में थोड़ा अजीब लग रहा हो, लेकिन ये सच है. आज हम आपको बताएंगे कि मछलियों की बारिश कहां और कैसे होती है और इसके पीछे की वजह क्या है.
क्या है इसके पीछे का साइंस?
आपने भी ये जरूर सुना होगा कि हर चीज के पीछे कुछ न कुछ साइंस जरूर होती है. ठीक ऐसा ही मछलियों की बारिश के साथ भी होता है. कई लोग इसे भगवान का चमत्कार समझते हैं, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. ये मछलियां आसमान से नहीं बल्कि समुद्र से ही आई होती हैं, जो कई बार ऊपर से गिरने लगती हैं. इसके कई वीडियो अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होते हैं.
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ये है असली वजह
आसमान से मछलियों की बारिश होने की असली वजह ताकतवर समुद्री बवंडर (वाटरस्पाउट्स) होते हैं. ये पानी के साथ-साथ छोटे जीवों को भी अपनी ताकत से ऊपर हवा में खींच लेते हैं और घूमते रहते हैं, जब ये बवंडर थमता है या फिर कमजोर पड़ जाता है तो ये मछलियां और जीव आसमान से पानी के साथ नीचे गिरने लगते हैं.
कहां होती है ये बारिश
ये प्रकृति का एक अनोखा कारनामा है. भारत में ऐसे मामले काफी कम दिखते हैं, लेकिन केरल में कुछ जगहों पर ऐसी घटनाएं देखी गई थीं. यहां अचानक आसमान से मेंढक और मछिलियां गिरने लगी थीं. आमतौर पर तटीय इलाकों में ऐसी घटनाएं ज्यादा होती हैं. सेंट्रल अमेरिका के देश होंडुरास में ऐसी बारिश सबसे ज्यादा देखने के लिए मिलती है, यहां लोग इसे अलग-अलग मान्यताओं से जोड़कर भी देखते हैं. इसके अलावा श्रीलंका और बाकी कुछ देशों में भी ऐसी घटनाएं देखी जाती हैं.
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