Covid-19 Pandemic: कोरोना वायरस की महामारी के इलाज के मामले में एक अच्छी खबर सामने आई है. ट्रायल में खुलासा हुआ है कि COVID-19 के अस्पताल में भर्ती मरीजों को जेनेरिक स्टेरॉयड डेक्सामेथासोन (Dexamethasone)
की कम खुराक देने से संक्रमण के सबसे गंभीर मामलों में भी मृत्यु दर में एक तिहाई तक की कमी आई है. परिणाम को कोरोना वायरस के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है. यह क्लीनिकल ट्रायल ब्रिटेन के नेतृत्व वाले वैज्ञानिकों द्वारा किया गया जिसे RECOVERY नाम दिया गया है.शोधकर्ताओं के अनुसार, इस ड्रग को अस्पताल में कोरोना वायरस की महामारी का सामना कर रहे मरीजों के लिए प्राथमिकता के आधार पर शामिल किया जाना चाहिए.
क्लीनिकल ट्रायल का नेतृत्व कर रहे ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मार्टिन लैंड्रे ने कहा, "यह एक परिणाम है जो दिखाता है कि अगर COVID-19 के ऐसे मरीज जो वेंटिलेटर या ऑक्सीजन पर हैं, को डेक्सामेथासोन दिया जाता है तो यह मरीज के जीवन को बचा सकता है. यही नहीं, यह सब अपेक्षाकृत कम खर्च में हो सकता है.'
उनके सहयोगी पीटर हॉर्बी के अनुसार, डेक्सामेथासोन, सूजन को कम करने के लिए अन्य बीमारियों में व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला एक सामान्य स्टेरॉयड है. यह ऐसा एकमात्र ड्रग है जिसने अब तक मृत्यु दर को कम किया है. हॉर्बी ने इसे एक बड़ी कामयाबी बताया. ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने मंगलवार को कहा कि ब्रिटेन ने कोरोना वायरस रोगियों को तुरंत डेक्सामेथासोन देना शुरू कर दिया है.
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन ने तीन महीने पहले इस ड्रग की क्षमता को परखने के बाद व्यापक रूप से इसका स्टॉक करना शुरू कर दिया है.उन्होंने एक बयान में कहा, "क्योंकि हमने डेक्सामेथासोन की क्षमता को पहले से ही परख लिया था, ऐसे में हम मार्च से इसका स्टॉक कर रहे हैं."गौरतलब है कि इस समय COVID-19 के लिए कोई स्वीकृत उपचार या वैक्सीन उपचार नहीं है. पूरी दुनिया इस समय कोरोना की महामारी का सामना कर रही है और इसके कारण दुनियाभर में चार लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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