- दिल्ली में गुरुवार तड़के AQI गंभीर कैटेगरी में पहुंच गया और कई क्षेत्रों में AQI 300 से ऊपर दर्ज हुआ.
- बवाना में सुबह-सुबह AQI 392 पहुंच गया जबकि रोहिणी और अशोक विहार में भी प्रदूषण का स्तर अत्यधिक रहा.
- राजाानी में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के स्टेज-III के तहत उपाय रद्द कर दिए, पर स्टेज I और II लागू रहेंगे.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के AQI में बुधवार को थोड़ा सुधार हुआ लेकिन गुरुवार तड़के यह 'गंभीर' कैटेगरी में पहुंच गया. राजधानी के कई हिस्सों में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी 300 से ऊपर ही रहा. राजधानी के बवाना में एक्यूआई सुबह-सुबह ही 392 पर पहुंच गया. बुधवार को दिल्ली समेत नोएडा और गाजियाबाद दोनों जगहों पर लगातार तीसरे दिन एयर क्वालिटी ‘बहुत खराब' रही. आने वाले दिनों में इसके ‘बहुत खराब' रहने के अनुमान के साथ, कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने GRAP के स्टेज-III के तहत उपायों को रद्द कर दिया है. हालांकि, स्टेज I और II के तहत कार्रवाई अभी भी लागू की जाएगी.
बवाना के बाद रोहिणी में सबसे ज्यादा
प्रदूषण मापने वाले समीर एप पर मौजूद सुबह 4 बजकर 05 मिनट के आंकड़ों के अनुसार रोहिणी में AQI बवाना के बाद सबसे ज्यादा दर्ज किया गया. यहां पर एक्यूआई का आंकड़ा 391 पर था. दिल्ली के अशोक विहार में एक्यूआई 380 पहुंच गया. जबकि आनंद विहार में 378 पर दर्ज हुआ. अलीपुर में 352, बुराड़ी क्रॉसिंग पर 365, चांदनी चौक पर 349, मथुरा रोड पर 328, द्वारका में 342 तक पहुंच गया.
VIDEO | Smog engulfs the national capital as AQI touches 'severe' category in Delhi. Visuals from ITO area.
— Press Trust of India (@PTI_News) November 26, 2025
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/dv5TRAShcC) pic.twitter.com/foTJcnP0y9
इसी तरह से PUSA में 343, पंजाबी बाग में 367, पटपड़गंज में 348 पर दर्ज हुआ. दिल्ली के मंदिर मार्ग पर AQI 229, लोदी रोड-IMD पर 232, लोदी रोड-IITM पर 298, श्री अरबिंदो मार्ग पर 296, IHBAS दिलशाद गार्डन पर 275, इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (आईजीआई) पर 279 और आया नगर पर एक्यूआई 276 दर्ज किया गया. सीपीसीबी मानकों के अनुसार, 0-50 के बीच एक्यूआई 'अच्छा', 51-100 'संतोषजनक', 101-200 'मध्यम', 201-300 'खराब', 301-400 'बहुत खराब' और 401-500 'गंभीर' होता है.
छाई रही स्मॉग की मोटी परत
बुधवार दोपहर तक राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में स्मॉग की मोटी परत छाई रही. इस बीच, पुणे के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेटियोरोलॉजी के डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) ने अनुमान लगाया कि सोमवार को दिल्ली के प्रदूषण में गाड़ियों से निकलने वाले धुएं का हिस्सा 21.6 परसेंट था. इससे यह सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाला सोर्स बन गया, जबकि पराली जलाने से 1.8 परसेंट प्रदूषण हुआ. सैटेलाइट इमेजरी में रविवार को पंजाब में तीन, हरियाणा में एक और उत्तर प्रदेश में 522 खेतों में आग लगने की घटनाएं देखी गईं. इससे पहले मंगलवार को, दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) स्टेज 3 को अपडेट किया गया था. बुधवार को इसे हटा लिया गया और इसके साथ ही 50 फीसदी वर्क फ्रॉम होम की बंदिश को भी खत्म कर दिया गया.
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