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This Article is From May 02, 2024

NDTV इलेक्शन कार्निवल: बारामती में पवार बनाम पवार, बहू या बेटी में से किसे चुनेगा शरद पवार का गढ़?

बारामती में इस बार बेहद रोचक मुकाबला है. पवार परिवार में टूट के बाद ननद और भाभी अर्थात सुप्रिया सुले और सुनेत्रा पवार आमने सामने हैं. 

NDTV इलेक्शन कार्निवल: बारामती में पवार बनाम पवार, बहू या बेटी में से किसे चुनेगा शरद पवार का गढ़?
बारामती:

देश में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) को लेकर 2 चरण के मतदान के बाद तीसरे चरण की तैयारी चल रही है. देश भर में चुनाव प्रचार जारी है. इस बीच इस चुनाव में जनता के नब्ज को जानने के लिए एनडीटीवी का इलेक्शन कार्निवल (Election carnival) महाराष्ट्र के बारामती पहुंच गया है. दिल्ली से चलकर हम उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश के रास्ते महाराष्ट्र पहुंचे हैं. बारामती में इस बार बेहद रोचक मुकाबला है. पवार परिवार में फूट के बाद ननद और भाभी अर्थात सुप्रिया सुले और सुनेत्रा पवार आमने सामने हैं. 

एनडीटीवी इलेक्शन कार्निवल में अपनी पार्टी का पक्ष रखने के लिए एनसीपी शरदचंद्र पवार गुट से विकास और एनसीपी अजित पवार गुट से सचिन साटव को पहुंचे थे. दोनों ही नेताओं ने बारामती के विकास को लेकर उनकी पार्टी और उनके नेताओं के द्वारा किए कार्य को मजबूती से उठाया. 

यह देश का चुनाव है, देश को नंबर वन बनाना है: अजित पवार गुट
अजित पवार गुट के नेता सचिन साटव ने कहा कि यह देश का चुनाव है. इसमें सबसे अहम मुद्दा देश की सुरक्षा है. देश की जनता को चुनना है कि अगले 5 साल तक देश कैसे आगे बढ़ेगा. दुनिया में भारत कैसे महाशक्ति बने यह बेहद अहम है. 2014 से पहले युवाओं को मुद्रा लोन जैसी कोई व्यवस्था नहीं थी. पिछले 10 साल में मुद्रा लोन के माध्यम से युवाओं को काफी लाभ हुआ है. बारामती में भी कई काम हुए हैं. विकास एक निंरतर प्रक्रिया है. चुनाव हर पांच साल में होते रहेंगे. नमो रोजगार मेला पूरे महाराष्ट्र में चलाया गया है.

शरद पवार दिल्ली के सामने कभी नहीं झुके:  विकास लवांडे
शरद पवार गुट के नेता विकास लवांडे ने कहा कि अगर बीजेपी इतनी मजबूत हालत में है तो उसे गठबंधन करने की क्यों जरूरत पड़ी. मनसे तक से उन्होंने गठबंधन कर लिया. शिवसेना को तोड़ दिया. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को तोड़ दिया. उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज ने सिखाया है कि दिल्ली के सामने झुकना नहीं है. शरद पवार साहब कभी दिल्ली के सामने नहीं झुके. वैसी ही सुप्रिया सुले कभी नहीं झुकेगी. महाराष्ट्र में बेरोजगारी काफी बढ़ गया है. अगर बेरोजगारी नहीं है तो इन्होंने नमो रोजगार मेला क्यों चलाया वो भी कॉन्ट्रेक्ट पर उन्होंने रोजगार दिया.  उन्होंने कहा कि शरद पवार की बदौलत करोड़ों लोगों को पूरे महाराष्ट्र में रोजगार मिला है. उन्होंने पूरे राज्य में काम किया है.

जनता ने बताया क्या है चुनावी मुद्दा?
कार्यक्रम में भारी संख्या में महिलाओं ने भी हिस्सा एक महिला ने सुप्रिया सुले पर क्षेत्र से गायब रहने का आरोप लगाया साथ ही कहा कि अजित पवार के कहने पर वो लोग सुप्रिया सुले को वोट देती रही हैं. वहीं एक व्यक्ति ने कहा कि हमलोगो को कोई कन्फ्यूजन नहीं है. बारामती शरद पवार के नाम से पहचानी जाती है. हम चुनाव में जीत दर्ज करेंगे. मुख्य मुद्दा रोजगार है. कुछ युवाओं ने नमो रोजगार मेला में कुछ फर्जी कंपनियों के आने का सवाल उठाया. जनता ने किसानों के आत्महत्या से लेकर तमाम मुद्दों पर खुलकर अपनी बात कही. 

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