
- गायक जुबीन गर्ग का पार्थिव शरीर गुवाहाटी एयरपोर्ट पर पहुंचा जहां उनके अंतिम दर्शन के लिए लोग उमड़ पड़े
- असम सरकार ने जुबीन गर्ग के निधन पर तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है
- 52 वर्षीय जुबीन गर्ग का सिंगापुर में हार्ट अटैक से निधन हो गया, असम सरकार ने जांच का आदेश दिया है
प्रसिद्ध गायक, अभिनेता और फिल्म निर्माता जुबीन गर्ग का पार्थिव शरीर गुवाहाटी पहुंच गया. उनके अंतिम दर्शन के लिए
एयरपोर्ट का नज़ारा किसी जनसैलाब से कम नहीं था. हजारों लोग अपने चहेते गायक जुबीन गर्ग के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े. जैसे ही सिंगापुर से नई दिल्ली होते हुए गुवाहाटी पहुंचा वहां मौजूद हर आंख नम हो उठी. पुलिस को भीड़ संभालने और शव वाहन को रास्ता देने के लिए मशक्कत करनी पड़ी.
#WATCH | Assam | Mortal remains of singer Zubeen Garg being taken to his residence after being brought to Guwahati airport from Delhi.
— ANI (@ANI) September 21, 2025
Zubeen Garg passed away in a scuba accident in Singapore on 19 September. pic.twitter.com/FzSZPF2oQp
तीन दिन का राजकीय शोक
असम सरकार ने जुबीन गर्ग के निधन पर 20 से 22 सितंबर तक तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है. इस दौरान किसी भी तरह के आधिकारिक उत्सव या मनोरंजन कार्यक्रम पर रोक रहेगी. रविवार को सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक उनका पार्थिव शरीर अर्जुन भोगेश्वर बरुआ स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स (सरसजाई स्टेडियम) में आम श्रद्धांजलि के लिए रखा जाएगा, ताकि लाखों लोग अपने प्रिय कलाकार को अंतिम विदाई दे सकें.

सिंगापुर में हुआ निधन
52 वर्षीय जुबीन गर्ग का शुक्रवार को सिंगापुर में हार्ट अटैक से निधन हुआ. वह नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में परफॉर्म करने गए थे. रिपोर्ट्स के अनुसार लेजरस आइलैंड पर स्कूबा डाइविंग के दौरान तैरते हुए उन्हें दौरा पड़ा. सिंगापुर जनरल हॉस्पिटल ले जाते समय दोपहर 2:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. पत्नी गारिमा साइकिया गर्ग ने बताया कि उन्हें पहले भी दौरा पड़ा था, लेकिन इस बार हालत बिगड़ गई और बचाया नहीं जा सका. शनिवार को पोस्टमॉर्टम किया गया.

सीएम ने दिया जांच का आदेश
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने जुबीन गर्ग के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि जुबीन असम की आत्मा थे, उनकी आवाज़ लोगों को ऊर्जा देती थी और उनका जाना ऐसा शून्य है जो कभी नहीं भरेगा. मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य सरकार उनकी मौत की परिस्थितियों की गहन जांच कराएगी. उन्होंने डीजीपी को सभी दर्ज प्राथमिकी सीआईडी को सौंपने और समेकित मामला दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.
पहली एफआईआर फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत और मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा के खिलाफ दर्ज की गई है. आरोप है कि उन्हें साजिश के तहत विदेश ले जाया गया. अब सीआईडी इन आरोपों की पड़ताल करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर किसी भी तरह का आपराधिक पहलू सामने आता है तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
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