दिल्ली की हवा लगातार खराब है और इसको ठीक करने के लिए सरकार की ओर से तमाम इंतजाम किए जा रहे हैं. सरकार ने GRAP के अलग-अलग स्टेज लागू किए. इसका असर ये हुआ कि दिल्ली बॉर्डर पर जबरदस्त चेकिंग हुआ और धुआं छोड़ने वाली गाड़ियों पर रोक और हजारों चालान हुए. ट्रक, बस, छोटे वाहन सबकी जांच की गई ताकि दिल्ली की हवा साफ हो सके.
14 अक्टूबर 2025 से 12 दिसंबर 2025 के बीच क्या-क्या हुआ
GRAP-IV में ट्रकों पर सबसे बड़ा एक्शन
- कुल चेक किए गए ट्रक : 11,37
- एंट्री दी गई : 11,021
- रोके गए ट्रक : 352
- धुआं फैलाने वाले, डीज़ल-ऑपरेटेड और बाहर वाले ट्रकों को बॉर्डर पर ही रोक दिया गया
- पेट्रोल और डीज़ल वाली छोटी गाड़ियों पर सख़्ती
- BS-III पेट्रोल + BS-IV डीज़ल LMV → 3,091 चालान
- इसमें शामिल प्राइवेट कार कमर्शियल छोटी गाड़ियां, टैक्सी/कैब
दिल्ली में रजिस्टर्ड डीज़ल MGVs (मीडियम गुड्स व्हीकल)
- कुल चालान: 10
- बाहरी राज्यों के हल्के कमर्शियल वाहन (LCVs)
- GRAP-IV लागू होने के बाद पकड़े गए → 52 वाहन
- इंटर-स्टेट बसें — सबसे बड़ा कंट्रोल
- चेक की गई बसें: 8,236
- एंट्री मिली: 7,595
- रोकी गईं: 641
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी), दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) और यूपीपीसीबी (यूपीपीसीबी) के विभिन्न एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशनों से मिले आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के अधिकांश इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 300 के पार दर्ज किया गया है, जो ‘बेहद खराब' श्रेणी में आता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं