विज्ञापन

चीन और पाकिस्तान की उड़ेगी नींद! LOC पर तैनाती के लिए पहली बार मिलिट्री स्पेशल ट्रेन से टैंक और तोपें भेजीं

सेना ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य सीमाओं पर अपनी क्षमताओं को और अधिक सुदृढ़ करना है. इससे पहले सेना अपने हथियार समेत जरूरी साजो सामान सड़क मार्ग के जरिये कश्मीर घाटी तक पहुंचाती थी.

चीन और पाकिस्तान की उड़ेगी नींद! LOC पर तैनाती के लिए पहली बार मिलिट्री स्पेशल ट्रेन से टैंक और तोपें भेजीं
नई दिल्ली:

भारतीय सेना ने पहली बार मिलिट्री स्पेशल ट्रेन के जरिए कश्मीर घाटी में एलओसी पर तैनाती के लिए टैंक और तोपें भेजकर एक बड़ा लॉजिस्टिक्स मील का पत्थर हासिल किया है. यह कदम उत्तरी सीमाओं पर सेना की ऑपरेशनल तैयारी को मजबूत करने की दिशा में बेहद अहम माना जा रहा है. इससे पहले सितंबर में सेना ने स्पेशल ट्रेन से सर्दियों के लिये राशन समेत जरूरी सामान भेजी थी . 

Latest and Breaking News on NDTV

सेना के मुताबिक यह इंडक्शन एक वैलिडेशन एक्सरसाइज के तहत किया गया, जिसके दौरान टैंक और तोपें जम्मू क्षेत्र से अनंतनाग तक सफलतापूर्वक पहुंचाए गए. इससे सेना की तेज़ तैनाती क्षमता, बेहतर मोबिलिटी और मज़बूत लॉजिस्टिक्स व्यवस्था का प्रदर्शन हुआ.सेना प्रवक्ता ने बताया कि यह उपलब्धि रेल मंत्रालय के सहयोग से संभव हुई है. इससे उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक परियोजना की अहमियत और सीमावर्ती क्षेत्रों में तेजी से सैन्य संसाधन पहुंचाने की इसकी क्षमता भी सामने आई है.

Latest and Breaking News on NDTV

सेना ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य सीमाओं पर अपनी क्षमताओं को और अधिक सुदृढ़ करना है. इससे पहले सेना अपने हथियार समेत जरूरी साजो सामान सड़क मार्ग के जरिये कश्मीर घाटी तक पहुंचाती थी. अब रेल मार्ग के जरिये उसने जो मोबिलिटी और लॉजिस्टिक क्षमता बनाई है उससे उसकी रणनीतिक पहुंच में इजाफा हुआ है . इससे जम्मू से कश्मीर तक सेना की आवाजाही और रसद पहुचाने की क्षमता काफी मजबूत हुई है.रेल मार्ग का यह सफल उपयोग युद्ध की स्थिति में त्वरित तैनाती सुनिश्चित करेगा, जो देश की सीमाओं की सुरक्षा और सैन्य गतिशीलता के लिए एक बड़ा परिवर्तन साबित होगा
 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com