
- यमुना नदी का जलस्तर दिल्ली में 207.47 मीटर पर स्थिर है जिससे कई निचले इलाके पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं
- बाढ़ का पानी दिल्ली सचिवालय और वासुदेव घाट के आसपास के इलाकों में पहुंच चुका है, राहत शिविर भी जलमग्न हैं
- कश्मीरी गेट, मोनेस्ट्री मार्केट और यमुना बाजार सहित कई इलाके बाढ़ से प्रभावित होकर जलमग्न हो गए हैं
यमुना का जलस्तर बढ़ता जा रहा है और दिल्ली बाढ़ के मुहाने पर खड़ी है. निचले इलाके पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं. बाढ़ का पानी दिल्ली के सचिवालय तक पहुंच गया है, मानो यमुना का क्रोध अपनी सीमाएं तोड़कर बाहर आ रहा हो. यमुना के इस रौद्र रूप ने पूरी दिल्ली को भयभीत कर दिया है. नदी के किनारे बने तमाम घर और झुग्गियां पानी में डूब चुके हैं. लोग जान बचाने के लिए ऊंचे स्थानों की तलाश में हैं.

यमुना नदी का जलस्तर 207.47 मीटर पर स्थिर
यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से दिल्ली और एनसीआर के क्षेत्रों में बाढ़ का पानी कई इलाकों में घुस गया है, जिसके चलते निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है. दिल्ली के पुराने रेलवे पुल पर यमुना नदी का जलस्तर 207.47 मीटर पर स्थिर है. बाढ़ का पानी भरने के कारण आस-पास के इलाके और राहत शिविर अब भी जलमग्न हैं.

दिल्ली सचिवालय के पास पहुंचा बाढ़ का पानी
बाढ़ का पानी दिल्ली सचिवालय के पास पहुंच गया, जहां मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्रियों और प्रमुख नौकरशाहों के कार्यालय हैं. वासुदेव घाट के आसपास के इलाकों में भी पानी भर गया है. मयूर विहार फेज एक जैसे कुछ निचले इलाकों में भी बाढ़ का पानी भर गया है, यहां तक कि वहां बने राहत शिविर भी जलमग्न हो गए हैं.

कश्मीरी गेट के पास भी बाढ़ का पानी
मोनेस्ट्री मार्केट और यमुना बाजार जैसे इलाके अब भी जलमग्न हैं. निवासियों को उम्मीद है कि पानी कम हो जाएगा और सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी. कश्मीरी गेट के पास मरघट वाले हनुमान बाबा मंदिर तक भी बाढ़ का पानी पहुंच गया है. निगमबोध घाट में बाढ़ का पानी भर गया, जिससे दाह संस्कार कार्य रुक गया. गीता कॉलोनी श्मशान घाट भी पानी में डूब गया. हालांकि, गीता कॉलोनी श्मशान घाट पर दाह संस्कार का कार्य बंद नहीं किया है.

सिविल लाइंस में भारी जलजमाव
दिल्लीवासियों के लिए यह दोहरी मार है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के कारण जलजमाव की समस्या से यातायात जाम हो गया है. वहीं, यमुना नदी में उफान के कारण बाढ़ आ गई है. चंदगी राम अखाड़े के पास सिविल लाइंस में भारी जलजमाव हो गया. स्थानीय लोगों का आरोप है कि जब भी बारिश होती है, जलजमाव हो जाता है, लेकिन अधिकारियों ने स्थिति सुधारने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है.

यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर का असर अब मेट्रो पर भी दिखाई देने लगा है. यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन तक जाने वाली सड़क को बंद कर दिया गया है.
एनडीआरफ के डीआईजी मोहसिन शाहेदी ने क्या बताया?
एनडीआरफ के डीआईजी मोहसिन शाहेदी ने बताया कि दिल्ली में जो पानी का स्तर है उसमें स्थिरता आ गई है. शाम 8 बजे के बाद स्थिति में सुधार होगी. दिल्ली में कोई चिंता की बात नही है. हमारी 7 टीमें लगी है. हथिनीकुंड से अब पानी कम छोड़े जा रहे है. उत्तराखंड में भी मौसम साफ है. पंजाब में स्थिति सामान्य है और वहां हमारी 23 टीमें लगी है. वहां पर राहत सामग्री वितरित की जा रही है.

एनडीआरफ के डीआईजी मोहसिन शाहेदी ने बताया कि व्यास नदी का जो एरिया था उसमें सुधार हुआ है. कुछ एरिया जहां जरूरत है वहां टीमें काम कर रही है. हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर में काफी बारिश हुई है जिससे हालत वहां भी खराब हुए है. इन राज्यों में हालात अभी कंट्रोल में है. हिमाचल में 15 ऑपेरशनल टीमें लगी है तो उत्तराखंड में 14 टीमें है और जम्मू कश्मीर में 12 टीमें है.

मौसम विभाग का क्या है अपडेट
राजधानी दिल्ली में रुक-रुककर बारिश हो रही है और बादल छाए है, जबकि यहां अगले कुछ दिनों में और अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली के लिए ‘रेड' और ‘ऑरेंज' अलर्ट जारी करते हुए भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी थी. हालांकि, बाद में इसे घटाकर ‘येलो' अलर्ट कर दिया गया और लोगों को सतर्क रहने को कहा गया.
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