पीएम नरेंद्र मोदी के 'रेनकोट' वाले बयान पर हंगामा (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
राज्यसभा में गुरुवार को पीएम मोदी के 'रेनकोट में नहाने वाले' बयान को लेकर जमकर हंगामा हो रहा है. दरअसल पीएम मोदी ने बुधवार को पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि उनके कार्यकाल में इतने घोटाले समाने आए लेकिन मनमोहन सिंह पर दाग नहीं लगा. इस बयान को लेकर कांग्रेस पीएम मोदी से माफी की मांग कर रही है. इसी हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही को दोपहर तक के लिए स्थगित करना पड़ा.
पीएम मोदी ने कहा था कि बाथरूम में रेनकोट पहनकर नहाना मनमोहन सिंह से सीखें. पीएम मोदी ने कहा कि 30-35 सालों से आर्थिक फैसलों में मनमोहन सिंह की भूमिका रही. इतने घोटाले सामने आए लेकिन मनमोहन सिंह पर दाग नहीं लगा. बुधवार को भी मनमोहन पर पीएम मोदी की टिप्पणी के बाद सदन में जोरदार हंगामा हुआ और कांग्रेस के सांसदों ने सदन से वॉक आउट किया.
पीएम ने गोडबोले की किताब का जिक्र करते हुए कहा कि उस किताब में लिखा है कि इंदिरा जी के समय एक अफसर ने कहा था कि वह नोटबंदी के खिलाफ थीं, क्योंकि उनका कहना था कि उन्हें चुनाव भी लड़ना होता है. जब वांचू कमेटी ने रिपोर्ट दिया था तब काला धन और नकद तक ही समस्याएं सीमित थीं. लेकिन बाद में आतंकवाद, नक्सलवाद, ड्रग्स के कारोबार समेत कई क्षेत्रों में समस्या फैल गई थी.
प्रधानमंत्री ने संसद में नोटबंदी के मुद्दे पर कहा कि दुनिया में कहीं इतना बड़ा फैसला नहीं हुआ. नोटबंदी पर पहली बार जनता और सरकार साथ आई, क्योंकि आम तौर पर जनता और सरकार आमने-सामने होती है. नोटबंदी के फायदे गिनाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 40 दिनों में 700 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया जो कि अद्वितीय है. पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में नोटबंदी जैसा कुछ भी नहीं है. इसलिए अर्थशास्त्रियों के पास इसके विषय में जानकारी नहीं है. यह विश्वविद्यायलों के लिए अध्ययन का विषय हो सकता है. नोटबंदी से परेशानियों के बावजूद कोई हिंसा नहीं हुई, क्योंकि देश बुराइयों से लड़ने के लिए आतुर है. उन्होंने कहा कि जो लोग जाली नोट बना रहे थे, उन्हें आत्महत्या करनी पड़ी.
पीएम मोदी ने कहा था कि बाथरूम में रेनकोट पहनकर नहाना मनमोहन सिंह से सीखें. पीएम मोदी ने कहा कि 30-35 सालों से आर्थिक फैसलों में मनमोहन सिंह की भूमिका रही. इतने घोटाले सामने आए लेकिन मनमोहन सिंह पर दाग नहीं लगा. बुधवार को भी मनमोहन पर पीएम मोदी की टिप्पणी के बाद सदन में जोरदार हंगामा हुआ और कांग्रेस के सांसदों ने सदन से वॉक आउट किया.
पीएम ने गोडबोले की किताब का जिक्र करते हुए कहा कि उस किताब में लिखा है कि इंदिरा जी के समय एक अफसर ने कहा था कि वह नोटबंदी के खिलाफ थीं, क्योंकि उनका कहना था कि उन्हें चुनाव भी लड़ना होता है. जब वांचू कमेटी ने रिपोर्ट दिया था तब काला धन और नकद तक ही समस्याएं सीमित थीं. लेकिन बाद में आतंकवाद, नक्सलवाद, ड्रग्स के कारोबार समेत कई क्षेत्रों में समस्या फैल गई थी.
प्रधानमंत्री ने संसद में नोटबंदी के मुद्दे पर कहा कि दुनिया में कहीं इतना बड़ा फैसला नहीं हुआ. नोटबंदी पर पहली बार जनता और सरकार साथ आई, क्योंकि आम तौर पर जनता और सरकार आमने-सामने होती है. नोटबंदी के फायदे गिनाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 40 दिनों में 700 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया जो कि अद्वितीय है. पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में नोटबंदी जैसा कुछ भी नहीं है. इसलिए अर्थशास्त्रियों के पास इसके विषय में जानकारी नहीं है. यह विश्वविद्यायलों के लिए अध्ययन का विषय हो सकता है. नोटबंदी से परेशानियों के बावजूद कोई हिंसा नहीं हुई, क्योंकि देश बुराइयों से लड़ने के लिए आतुर है. उन्होंने कहा कि जो लोग जाली नोट बना रहे थे, उन्हें आत्महत्या करनी पड़ी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं