A1 And A2 Milk Difference: पिछले कुछ सालों में लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ी हैं. ऐसे में कई लोगों ने डेली बेस पर हेल्दी ऑप्शन को अपनाया है. डाइट में कैल्शियम से भरपूर फूड्स को शामिल करना उनमें से एक है. दूध कैल्शियम के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक है और इंडियन डाइट का एक जरूरी हिस्सा है. हाल के दिनों में दूध के सबसे बेस्ट ऑप्शन्स पर बहस चल रही है. मोटे तौर पर दो प्रकार होते हैं: A1 और A2 गाय का दूध. पिछले कुछ समय से इन दो प्रकारों के लाभों पर व्यापक रूप से चर्चा की गई है. आपको सबसे बेस्ट चुनने में मदद करने के लिए हमने यह समझने के लिए कुछ विशेषज्ञों से बात की कि कौन सा दूध बेहतर है.
A1 वर्सेज A2 मिल्क (A1 vs A2 Milk)
सबसे अच्छा चुनें A1, जो पश्चिमी मूल की गायों से प्राप्त होता है. ये आमतौर पर सबसे अधिक खपत वाला दूध है. वहीं गिर, साहीवाल आदि भारतीय मूल की गायों से ए2 मिल्क प्राप्त होता है.
इन दोनों रूपों की रासायनिक संरचना अलग-अलग होती है जो गाय की नस्ल पर निर्भर करती है. न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा ने कहा, "कैसिइन एक मिल्क प्रोटीन है जो दूध में मौजूद प्रोटीन का 80 प्रतिशत तक है. अब, A1 मिल्क में A1 बीटा-केसीन होता है, लेकिन A2 मिल्क में A2 बीटा-केसीन होता है. अध्ययनों से संकेत मिलता है कि ए1 बीटा-कैसीन इंफ्लेमेटरी है और टाइप-1 डायबिटीज और हृदय रोग जैसी बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकता है. बीटा-कैसोमोर्फिन-7 (बीसीएम-7) ए1 मिल्क के पाचन के लिए इंफ्लेमेटरी एजेंट है."
आपका तकिया आपकी स्किन और बालों को पहुंचा सकता है नुकसान, जानें कैसे
कई छोटे पैमाने के अध्ययनों ने भी इस बात पर प्रकाश डाला है कि A1 की तुलना में A2 मिल्क पाचन संबंधी परेशानी को कम करता है. हालांकि ए1 और ए2 मिल्क में लैक्टोज की मात्रा समान होती है, लेकिन कुछ लोगों को A1 की तुलना में A2 मिल्क का सेवन करने से पेट फूलने की समस्या कम होती है.
पुरुषों को स्ट्रोक का सबसे ज्यादा खतरा, ये हैं 4 बड़े रिस्क फैक्टर, लक्षणों की ऐसे करें पहचान
इसलिए, वर्तमान में डेली A1 मिल्क की तुलना में A2 मिल्क को हेल्दी ऑप्शन माना जाता है. उपलब्धता के मामले में A1 दूध A2 की तुलना में अधिक आसानी से उपलब्ध है. कई ब्रांड्स ने भी ए2 मिल्क का ग्लैमराइजेशन किया है और इसे ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं.
दूसरी ओर, बीएलके-मैक्स अस्पताल, नई दिल्ली में क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट और डाइट एक्सपर्ट मेघा जैन का सुझाव है कि प्रोटीन, विटामिन डी और कैल्शियम का अच्छा सेवन करने के लिए कोई भी आसानी से उपलब्ध दूध पी सकते हैं. उन्होंने कहा कि किसी को भी हर दिन कोई भी दूध पीना चाहिए, जब तक कि आप लैक्टोज इंटोलरेंस न हों. लैक्टोज इंटोलरेंस के मामले में आप प्लांट बेस्ड मिल्क के लिए जा सकते हैं.
एड़ियों पर दरारें आ जाएं तो अपनाएं ये कारगर घरेलू उपचार, फटी एड़ियां कुछ ही दिनों में हो जाएंगी ठीक
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं