How to Deal With Anger : जो आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रवि शंकर एक फेमस आध्यात्मिक गुरु और लाइफ कोच हैं. उनके विचार न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी लाखों लोगों के जीवन का हिस्सा बने हुए हैं. उनके फॉलोवर्स उनकी सलाह को बेहद खास मानते हैं और उनकी कही बातों को जीवन में उतारने की कोशिश करते हैं. कुछ लोग उनकी बातों को लॉजिकली और प्रैक्टिकली समझकर उनसे जुड़ते हैं वहीं कुछ लोग उन्हें बिना किसी सवाल के ऐसे ही अपना लेते हैं.
श्री श्री रवि शंकर की सीख लोगों के जीवन में बड़े पॉजिटिव बदलाव लाने का काम करती हैं. आज हम श्री श्री रवि शंकर से जानेंगे अपने गुस्से पर कैसे कंट्रोल किया जा सकता है.
क्या कहते हैं श्री श्री रवि शंकर?
श्री श्री रवि शंकर कहते हैं कि जब कोई इंसान गुस्से हो और उसे देखकर शांत करने का मन करता है, ऐसी स्थिति में उससे कुछ नहीं कहना चाहिए. गुस्से की स्थिति में यदि हम तुरंत रिएक्ट करते हैं, तो वो सिचुएशन और भी बिगड़ सकती है. ऐसे में समय बर्बाद करने से अच्छा है कि हम श्री श्री रवि शंकर की सलाह को ध्यान में रखें.
अगर हम सामने वाले से तर्क करने की कोशिश करते हैं, तो स्थिति और बिगड़ सकती है. इसलिए जब गुस्से में कोई हो, तो चुप रहकर उसके साथ नेगेटिव रिएक्शन देने के बजाय, चुप रहकर सिचुएशन को बेहतर किया जा सकता है.
गुस्सा शांत करने पर क्यों बढ़ता?
श्री श्री रवि शंकर के अनुसार हमें जब सिचुएशन तनावपूर्ण हों, तो हमें अपनी एनर्जी को चुप रहने में लगाना चाहिए, बजाय इसके कि हम सामने वाले को समझाने की कोशिश करें. ऐसा करने से हमें मानसिक शांति मिलती है, साथ ही किसी भी तरह की बहस से बच सकते हैं. ऐसे में जरूरी है कि संबंधों में सुधार करने के लिए उस समय समझदारी दिखाएं और गुस्से के समय में किसी भी तरह के रिएक्शन देने से बचें.
यह भी पढ़ें : खड़े होकर पानी क्यों नहीं पीना चाहिए, क्या सेहत पर इसका बुरा असर होता है...
कैसे शांत करें गुस्सा?
श्री श्री रविशंकर के अनुसार, अगर आप किसी का गुस्सा शांत करना चाहते हैं. तो एक बेहतर तरीका यह है कि आप किसी ऐसे कॉमन फ्रेंड का सहारा लें, जिसकी बात गुस्सैल व्यक्ति सुनता हो. इस तीसरे व्यक्ति की मदद से आप उसके गुस्से को शांत कर सकते हैं, क्योंकि वह व्यक्ति आपके बजाय किसी और की बात आसानी से सुन सकता है.
इसमें ध्यान रखें कि आपने जिस व्यक्ति को चुना है वह साथी उस गुस्सैल व्यक्ति को अच्छे से जानता हो या उसके कहने से गुस्सा करने वाले व्यक्ति पर असर पड़ता हो.
ये तरीका भी आ सकता है काम
अगर कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा गुस्से में है, तो सबसे अच्छा तरीका है कि आप समझदारी से चुपचाप बैठ जाएं और सिचुएशन को खुद ब खुद शांत होने का मौका दें. गुस्से में कोई भी व्यक्ति सही से सोचने की स्थिति में नहीं होता, और ऐसे में अगर आप भी गुस्से का जवाब गुस्से से देंगे, तो स्थिति और भी बिगड़ सकती है.
चुप रहने से गुस्सैल व्यक्ति को थोड़ी देर बाद खुद ही समझ आता है कि वो क्या कर रहा था और इस दौरान ही उसे अपने किए पर सोचने का मौका मिलता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं