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खर्राटे सिर्फ मजाक नहीं, जानलेवा भी हो सकते हैं! डॉक्टर प्रखर गुप्ता ने बताया असली खतरा और बचने के उपाय

How to Prevent Snoring Naturally: खर्राटे कई कारणों से आते हैं एलर्जी, साइनस की परेशानी या नाक बंद होना. लेकिन, डॉक्टर बताते हैं कि मोटे लोगों में यह समस्या ज्यादा गंभीर रूप ले सकती है. आइए समझते हैं कि ऐसा क्यों होता है.

खर्राटे सिर्फ मजाक नहीं, जानलेवा भी हो सकते हैं! डॉक्टर प्रखर गुप्ता ने बताया असली खतरा और बचने के उपाय
डॉक्टर प्रखर गुप्ता ने बताया कि ये खर्राटे कई बार जानलेवा भी साबित हो सकते हैं.

Kharate Kaise Band Kare: हम अक्सर किसी के खर्राटों पर हंस देते हैं. कई बार परिवार में यह मजाक का हिस्सा बन जाता है कि कौन कितना तेज खर्राटे लेता है. लेकिन, एनडीटीवी से बातचीत में डॉक्टर प्रखर गुप्ता ने बताया कि ये खर्राटे कई बार जानलेवा भी साबित हो सकते हैं. यह सिर्फ आवाज नहीं, बल्कि आपके शरीर की एक गहरी समस्या का संकेत भी हो सकता है, खासकर उन लोगों में जिनका वजन ज्यादा होता है. खर्राटे कई कारणों से आते हैं एलर्जी, साइनस की परेशानी या नाक बंद होना. लेकिन, डॉक्टर बताते हैं कि मोटे लोगों में यह समस्या ज्यादा गंभीर रूप ले सकती है. आइए समझते हैं कि ऐसा क्यों होता है.

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खर्राटे आखिर क्यों आते हैं? मोटे लोगों में समस्या ज्यादा क्यों बढ़ती है?

डॉक्टर प्रखर के अनुसार, मोटे लोगों की गर्दन के आसपास की चर्बी सामान्य से ज्यादा होती है, जिससे उनका एयर पैसेज पहले से ही थोड़ा संकरा हो जाता है. जब ये लोग सोने के लिए लेटते हैं, तो गले की मांसपेशियां ढीली हो जाती हैं और जीभ थोड़ा पीछे की ओर खिसक जाती है. इससे हवा का रास्ता और ज्यादा संकरा हो जाता है और सांस लेते समय वाइब्रेशन पैदा होता है, जिसे हम खर्राटे कहते हैं.

कुछ लोगों में यह स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि वे रात में अचानक हड़बड़ाकर उठ जाते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उनका सांस लेने का रास्ता कुछ सेकंड के लिए पूरी तरह ब्लॉक हो जाता है और ऑक्सीजन फ्लो रुक जाता है.

कैसे हो सकते हैं खर्राटे जानलेवा? | How can snoring be fatal?

जब यह समस्या बार-बार होती है, तो शरीर को पूरी ऑक्सीजन नहीं मिल पाती. इसका असर सीधे इन अंगों पर पड़ता है:

1. हार्ट पर दबाव बढ़ता है: ऑक्सीजन की कमी से दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे हार्ट फेलियर का खतरा बढ़ सकता है.

2. लंग्स कमजोर हो सकते हैं: बार-बार सांस रुकने से फेफड़ों पर गंभीर असर पड़ता है.

3. ब्रेन डैमेज की संभावना: दिमाग तक ऑक्सीजन न पहुंचना सबसे खतरनाक है. लंबे समय तक ऐसा होता रहे तो यह ब्रेन को नुकसान पहुंचा सकता है.

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खर्राटों से बचने के लिए क्या करें? डॉक्टर की सलाह | What Can You Do to Stop Snoring? Doctor's Advice

डॉक्टर प्रखर गुप्ता बताते हैं कि मोटे लोगों में खर्राटों का सबसे बड़ा कारण वजन बढ़ना है. इसलिए सबसे झरूरी इलाज है:

1. वजन कम करना (Weight Loss)

जब वजन कम होता है, तो गर्दन की मोटाई घटती है और हवा का रास्ता खुद-ब-खुद खुलने लगता है. वजन मापने का आसान फॉर्मूला है-

पुरुष: हाइट (सेमी) माइनस 100
महिलाएं: हाइट (सेमी) माइनस 105

अगर परिवार में डायबिटीज, हार्ट डिजीज या कैंसर है, तो अपने आइडियल वेट से 5 किलो और कम रखने की सलाह दी जाती है.

2. लाइफस्टाइल बदलें

  • देर रात भारी खाना न खाएं
  • सोने से पहले शराब न लें
  • नियमित व्यायाम करें.

3. सी–पैप (CPAP) मशीन

गंभीर मामलों में यह मशीन सोते समय हवा का दबाव बनाए रखती है, जिससे सांस रुकती नहीं और नींद सुरक्षित रहती है. यह रातभर ऑक्सीजन और ब्रीदिंग को कंट्रोल रखती है.

खर्राटों को हल्के में लेना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है, खासकर ज्यादा वजन वाले लोगों के लिए. सही समय पर वजन कम करना, जांच करवाना और जरूरत पड़े तो CPAP मशीन का उपयोग करना इन सब से गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है.

Watch Video: Is snoring contagious? क्‍यों आते हैं खर्राटे, Doctor से जानें उपाय

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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