How to stop snoring: सोते समय खर्राटे आना एक आम समस्या है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना सही नहीं है. यह आदत आपकी सेहत से जुड़ा एक अहम संकेत हो सकती है. हेल्थलाइन की एक रिपोर्ट के अनुसार, खर्राटे तब आते हैं जब नींद के दौरान सांस लेते समय हवा गले से गुजरती है और वहां मौजूद ढीले टिश्यू कंपन करने लगते हैं. यही कंपन ही तेज और खुरदुरी आवाज पैदा करता है. अब, खर्राटे सिर्फ आपकी नींद ही नहीं बिगाड़ते, बल्कि आपके पार्टनर की नींद भी प्रभावित करते हैं. इसके अलावा लगातार खर्राटे आना किसी गंभीर समस्या जैसे ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (OSA), नींद की कमी या सांस की नली में रुकावट का संकेत भी हो सकता है. इसलिए अगर आपको या आपके आसपास किसी को खर्राटों की समस्या है, तो इसे नजरअंदाज करना ठीक नहीं है.
अच्छी बात यह है कि खर्राटों को रोकने के लिए हर बार दवा या सर्जरी की जरूरत नहीं होती है. कई बार लाइस्टाइल में छोटे-छोटे बदलाव करने, सोने का तरीका सुधारने और कुछ आसान घरेलू उपाय से भी इस समस्या में काफी राहत पाई जा सकती है. यहां हम आपको कुछ ऐसे ही तरीके बता रहे हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में-
खर्राटे रोकने के लिए क्या करें?
नंबर 1- करवट लेकर सोएंहेल्थलाइन की रिपोर्ट में बताया गया है, पीठ के बल सोने से जीभ पीछे की ओर जाकर सांस की नली को आंशिक रूप से बंद कर सकती है. करवट लेकर सोने से हवा का रास्ता खुला रहता है, जिससे खर्राटे नहीं आते हैं. ऐसे में जब आपको लगे की खर्राटे आ रहे हैं, तो करवट ले लें.
नंबर 2- पूरी नींद लेंनींद की कमी से गले की मांसपेशियां ज्यादा ढीली हो जाती हैं, जिससे खर्राटे बढ़ सकते हैं. ऐसे में रोज 7-8 घंटे की नींद जरूर लें.
नंबर 3- सिर को थोड़ा ऊंचा रखेंसोते समय तकिया लगाकर सोएं. सिर के ऊंचा रखने से सांस की नली खुली रहती है.
नंबर 4- नेजल स्ट्रिप या नेजल डाइलेटर का इस्तेमाल करेंये नाक के रास्ते को चौड़ा करते हैं, जिससे सांस लेना आसान हो जाता है.
नंबर 5- सोने से पहले शराब न पिएंशराब गले की मांसपेशियों को ढीला कर देती है. ऐसे में सोने से कम से कम 3 घंटे पहले शराब के सेवन से बचें.
नंबर 6- सिडेटिव दवाओं से बचेंनींद की गोलियां भी खर्राटों को बढ़ा सकती हैं. ऐसे में इस तरह की दवाओं के सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
नंबर 7- धूम्रपान छोड़ेंस्मोकिंग से गले और नाक में सूजन होती है, जिससे खर्राटे बढ़ते हैं.
नंबर 8- वजन संतुलित रखेंगले के आसपास ज्यादा फैट होने से सांस की नली संकरी हो सकती है. यही वजह है कि अधिक वजन वाले लोगों में खर्राटों की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है.
नंबर 9- एलर्जी का इलाज कराएंनाक की एलर्जी से सांस लेने में दिक्कत होती है, जिससे मुंह से सांस लेनी पड़ती है. इससे भी खर्राटे बढ़ जाते हैं.
नंबर 10- हाइड्रेटेड रहेंइन सब से अलग पानी की कमी से भी खर्राटे आ सकते हैं, क्योंकि इससे नाक और गले में बलगम गाढ़ा हो जाता है, जो वायुमार्ग को बाधित करता है. इससे सांस लेने में रुकावट पैदा होने लगती है, जिससे खर्राटों की आवाज आती है. इसलिए, दिनभर पानी पीते रहें.
इन 10 बातों पर ध्यान देकर आप खर्राटों की समस्या से निजात पा सकते हैं और रोज रात चैन की नींद सो सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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