
How To Control Thyroid Naturally: थायराइड की समस्या आजकल आम हो गई है. बदलती लाइफस्टाइल और खानपान के चलते हमारा थायराइड फंक्शन भी गड़बड़ हो गया है. जो लोग अपने बढ़े हुए थायराइड से परेशान वह समझ सकते हैं कि यह कितनी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को कारण बन सकता है और सेहत के लिए कैसे परेशानी का सबब है. थायराइड की दिक्कत खासकर महिलाओं में ज्यादा होती है. यह हार्मोनल असंतुलन के कारण शरीर की कई फंक्शनिंग को प्रभावित करता है. हालांकि, दवाओं के साथ-साथ लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव से इस पर काबू पाया जा सकता है.
थायराइड पर काबू पाने के लिए लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव (Lifestyle Changes To Control Thyroid)
1. गेहूं की जगह ग्लूटेन-फ्री आटे का सेवन करें
गेहूं में ग्लूटेन होता है, जो थायराइड के मरीजों के लिए पाचन में कठिनाई पैदा कर सकता है. इसकी जगह पर राजगिरा (अमारैंथ), सिंघाड़ा (चेस्टनट) और ज्वार (सोरघम) जैसे ग्लूटेन-फ्री आटे का सेवन करना चाहिए. ये आटे सेलेनियम, आयरन, कैल्शियम, जिंक, फास्फोरस, मैग्नीशियम और विटामिन बी जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो थायराइड ग्रंथि के कार्य में सहायक होते हैं.
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2. प्रोसेस्ड स्नैक्स की जगह हेल्दी विकल्प अपनाएं
प्रोसेस्ड स्नैक्स जैसे चिप्स और बिस्कुट में हाई शुगर, नमक और अनहेल्दी फैट होते हैं, जो थायराइड के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकते हैं. इसके स्थान पर मखाना, नारियल, ताजे फल और होममेड नट्स जैसे हेल्दी विकल्पों का सेवन करें. ये न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि शरीर को आवश्यक पोषक तत्व भी प्रदान करते हैं.
3. असमय भोजन की आदत को बदलें
असमय भोजन करने से शरीर का मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है, जो थायराइड के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है. डॉक्टरों के अनुसार, सूर्योदय के बाद पहली मील, दोपहर 12 से 2 बजे के बीच लंच और सूर्यास्त से पहले डिनर करने से शरीर का प्राकृतिक रिदम बना रहता है, जिससे मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है.
4. प्रोसेस्ड शुगर की जगह प्राकृतिक मिठास का सेवन करें
प्रोसेस्ड शुगर बेस्ड फूड्स का सेवन वजन बढ़ाने और थायराइड के कार्य को प्रभावित करने में सहायक हो सकता है. इसकी जगह पर खजूर, गुड़, कच्चा कोको और मीठे फल जैसे प्राकृतिक मिठास का सेवन करें. ये न केवल शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं, बल्कि वजन को नियंत्रित करने में भी सहायक होते हैं.
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5. हैवी प्रोटीन की जगह पचाने में आसान प्रोटीन का सेवन करें
थायराइड के मरीजों के लिए पाचन में आसानी से पचने वाले प्रोटीन का सेवन करना चाहिए. हैवी और सिंथेटिक प्रोटीन के स्थान पर मूंग, चना, सत्तू, नट्स और बीज जैसे कद्दू सूरजमुखी के बीज, ब्राजील नट्स और बादाम का सेवन करें. ये प्रोटीन स्रोत न केवल पचाने में आसान होते हैं, बल्कि थायराइड ग्रंथि के कार्य में भी सहायक होते हैं.
थायराइड की समस्या को कंट्रोल करने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल में छोटे-छोटे बदलाव बड़े प्रभाव डाल सकते हैं. इन 5 आदतों को अपनाकर आप थायराइड को कंट्रोल कर सकते हैं और वजन बढ़ने से बच सकते हैं. हालांकि, किसी भी डाइट चेंजेस से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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