नए शोध के अनुसार, एचआईवी से पीड़ित लोग जिनका हेपेटाइटिस सी वायरस का इलाज हुआ है, उन्हें उम्र बढ़ने के साथ-साथ दिल का दौरा पड़ने का खतरा बहुत अधिक होता है. भले ही उनके एचआईवी का इलाज किया गया हो. अध्ययन अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के जर्नल में प्रकाशित किया गया है. 1990 के दशक के अंत में एचआईवी के इलाज के लिए एंटीरेट्रोवाइरल उपचारों की शुरुआत के बाद से एचआईवी वाले लोगों के जीवन काल में वृद्धि हुई है. हालांकि, उपचार के साथ भी अध्ययनों से पता चला है कि एचआईवी वाले लोगों में हृदय रोग का जोखिम बिना एचआईवी वाले लोगों की तुलना में कम से कम 50 प्रतिशत अधिक होता है. इस नए अध्ययन में मूल्यांकन किया गया है कि एचआईवी वाले लोग जिन्हें हेपेटाइटिस सी भी है उन्हें दिल का दौरा पड़ने का अधिक खतरा होता है.
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"एचआईवी और हेपेटाइटिस सी संयोग होता है क्योंकि वे एक ट्रांसमिशन रूट शेयर करते हैं. दोनों वायरस ब्लड-टू-ब्लड संपर्क के माध्यम से प्रेषित हो सकते हैं," केरी एन. अल्थॉफ, पीएचडी, एमपीएच, अध्ययन के वरिष्ठ लेखक और एक सहयोगी प्रोफेसर ने कहा "दो वायरल संक्रमणों की पुरानी इम्यून एक्टिवेशन से सूजन के कारण हमने अनुमान लगाया कि एचआईवी और हेपेटाइटिस सी वाले लोगों को अकेले एचआईवी वाले लोगों की तुलना में उम्र बढ़ने के कारण दिल का दौरा पड़ने का अधिक खतरा होगा."
विश्लेषण में क्या पाया गया?
बढ़ती उम्र के प्रत्येक दशक के साथ अकेले एचआईवी वाले लोगों में दिल के दौरे में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई और उन लोगों में 85 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो हेपेटाइटिस सी से पॉजिटिव थे.
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हाई ब्लड प्रेशर (3 गुना से अधिक), धूम्रपान (90 प्रतिशत) और टाइप 2 डायबिटीज (46 प्रतिशत) जैसे पारंपरिक हृदय रोग जोखिम वाले कारकों वाले प्रतिभागियों में दिल के दौरे का खतरा बढ़ गया. कुछ एचआईवी-संबंधित कारकों वाले प्रतिभागियों में दिल का दौरा पड़ने का जोखिम भी अधिक था.
"जो लोग एचआईवी या हेपेटाइटिस सी के साथ जी रहे हैं, उन्हें अपने डॉक्टर से वायरस के उपचार के विकल्पों और उनके हृदय रोग के जोखिम को कम करने के अन्य तरीकों के बारे में पूछना चाहिए." अध्ययन के प्रमुख लेखक रेनेल लैंग, एम.डी., एम.एससी, ने कहा.
लैंग ने कहा, "को-इंफेक्टेड रोगियों में दिल के दौरे के बढ़ते जोखिम में कई तंत्र शामिल हो सकते हैं. एक योगदान कारक दो पुराने वायरल संक्रमणों से जुड़ी सूजन हो सकती है." "हृदय रोग और गैर-चिकित्सा कारकों के जोखिम कारकों में भी अंतर हो सकता है जो एचआईवी और हेपेटाइटिस सी वाले लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं जो बढ़ते जोखिम में भूमिका निभाते हैं."
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जून 2019 अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के वैज्ञानिक बयान के अनुसार, एचआईवी के साथ रहने वाले लोगों में हृदय रोग के लक्षण, रोकथाम और मैनेजमेंट, एचआईवी के साथ रहने वाले लगभग 75 प्रतिशत लोग 45 वर्ष से अधिक आयु के हैं. बयान में एचआईवी वाले लोगों में हृदय रोग की रोकथाम, कारणों और उपचार पर अधिक शोध का आह्वान किया गया.
"हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि एचआईवी और हेपेटाइटिस सी सह-संक्रमण के लिए और अधिक शोध की जरूरत है, जो भविष्य के ट्रीटमेंट डाइडलाइन और केयर के मानकों को सूचित कर सकता है," अल्थॉफ ने कहा.
डाइट, व्यायाम या पुरानी स्वास्थ्य स्थितियों के पारिवारिक इतिहास जैसे दिल के दौरे के जोखिम से जुड़े अतिरिक्त कारकों के बारे में जानकारी न होने के कारण अध्ययन सीमित है. साउथ अमेरिका में देखभाल प्राप्त करने वाले एचआईवी वाले लोगों के इस अध्ययन के परिणाम कहीं और एचआईवी वाले लोगों के लिए सामान्य नहीं हो सकते हैं.
"हमारे अध्ययन अवधि के कई वर्षों के दौरान प्रभावी और अच्छी तरह से सहनशील हेपेटाइटिस सी थेरेपी उपलब्ध नहीं थी, हम एचआईवी वाले लोगों के बीच कार्डियोवैस्कुलर जोखिम पर इलाज किए गए हेपेटाइटिस सी संक्रमण के संबंध का मूल्यांकन करने में असमर्थ थे." लैंग ने कहा.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं