
- झारखंड का कुख्यात इनामी बदमाश आशीष रंजन यूपी एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में ढेर
- धनबाद पुलिस ने आशीष रंजन पर 4 लाख का इनाम घोषित किया था और कई आपराधिक मामले थे
- मुठभेड़ स्थल से एक AK 47, एक पिस्टल, 9 एमएम के तीन दर्जन कारतूस और एक बाइक बरामद हुई है
उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है. आज राज्य में दो बड़े एनकाउंटर हुए, जिनमें तीन इनामी अपराधियों को मार गिराया गया. राज्य में पहली मुठभेड़ प्रयागराज के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के शिवराजपुर चौराहे पर हुई, जहां यूपी एसटीएफ और बिहार पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन में झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर आशीष रंजन उर्फ छोटू सिंह को मार गिराया. छोटू सिंह पर धनबाद पुलिस की तरफ से 4 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.
झारखंड के इनामी बदमाश का क्राइम रिकॉर्ड
छोटू हत्या, रंगदारी और फिरौती जैसे गंभीर मामलों में वॉन्टेड था. धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या का भी वह आरोपी था, जिसकी जिम्मेदारी उसने एक वायरल वीडियो जरिए ली थी. छोटू सिंह किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था. जब पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की, तो उसने AK-47 से फायरिंग करना शुरू कर दिया. मगर वो जवाबी कार्रवाई में मारा गया. मौके से AK-47, पिस्टल, तीन दर्जन कारतूस और एक बाइक बरामद की गई। उसका एक साथी मौके से फरार हो गया।
सीतापुर में पत्रकार हत्याकांड के दो शूटर मारे गए
दूसरी बड़ी कार्रवाई सीतापुर के पिसावा थाना क्षेत्र के जल्लापुर में हुई, जहां पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी हत्याकांड में शामिल दो शूटरों राजू उर्फ रिजवान और संजय उर्फ अकील खान को एसटीएफ और क्राइम ब्रांच ने ढेर कर दिया. बताया जा रहा है कि ये दोनों सगे भाई थे और उन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था. 8 मार्च को उन्होंने हाईवे पर पत्रकार की बाइक रोककर उसे गोलियों से भून डाला. इस हत्या की साजिश कारेदेव बाबा मंदिर के पुजारी शिवानंद बाबा उर्फ विकास राठौर ने रची थी. राघवेंद्र ने पुजारी को मंदिर परिसर में आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था, जिससे डरकर पुजारी ने सुपारी देकर हत्या करवा दी, इस केस में मुख्य साजिशकर्ता समेत 3 आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है.
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