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परेशान मन को हैप्पी बनाने के लिए रोजाना लिखें 3 चीजें, स्ट्रेस होगा कम और आएगी पॉजिटिविटी

Gratitude Journaling Benefits: आज के समय में हर कोई अपने बिजी रूटीन में स्ट्रेस और एंजायटी से परेशान है. ऐसे में ग्रेटिट्यूट जर्नलिंग बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है. आइए जानते हैं क्या है और मन को शांत रखने में मददगार है.

परेशान मन को हैप्पी बनाने के लिए रोजाना लिखें 3 चीजें, स्ट्रेस होगा कम और आएगी पॉजिटिविटी
Gratitude Journaling Benefits: ग्रिटीट्यूड जर्नलिंग से स्ट्रेस और एंजायटी कम होती है.

Gratitude Journaling Benefits: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मानसिक तनाव, चिंता आम हो गए हैं. लोग दिनभर काम में उलझे रहते हैं और खुद के लिए समय निकालना कई बार मुश्किल हो जाता है. ऐसे में एक छोटा सी आदत आपकी सोच, मूड और मानसिक स्वास्थ्य को पूरी तरह बदल सकती है. इसका नाम है ग्रिटीट्यूड जर्नलिंग यानी आभार लिखना. यह कोई भारी-भरकम थैरेपी नहीं, बल्कि एक बेहद आसान और असरदार तरीका है जिसमें आप रोजाना सिर्फ तीन चीजें लिखते हैं जिनके लिए आप आभारी हैं. यह आदत धीरे-धीरे आपके दिमाग को पॉजिटिव दिशा में मोड़ती है, स्ट्रेस कम करती है और आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाती है.

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ग्रिटीट्यूड जर्नलिंग क्या है? (What Is Gratitude Journaling?)

ग्रिटीट्यूड जर्नलिंग (Gratitude Journaling) का मतलब है रोजाना एक डायरी या नोटबुक में उन चीजों को लिखना जिनके लिए आप थैंकफुल हैं. ये चीजें बहुत छोटी भी हो सकती हैं, जैसे:

  • आज सूरज की रोशनी बहुत प्यारी लगी.
  • किसी दोस्त ने बिना मांगे मदद की.
  • चाय का स्वाद बहुत अच्छा था.

इस प्रैक्टिस का मकसद है, दिमाग को नेगेटिविटी से हटाकर पॉजिटिव चीजों पर फोकस करना.

रोजाना 3 चीजें क्यों लिखें?

वैज्ञानिक रिसर्च बताती है कि जब आप रोजाना ग्रिटिट्यूड लिखते हैं, तो दिमाग में डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे हैप्पी हार्मोन रिलीज होते हैं. इससे मूड अच्छा रहता है, स्ट्रेस कम होता है और नींद भी बेहतर आती है.

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रोजाना सिर्फ 3 पॉजिटिव चीजें लिखने क्या होता है?

  • आपका ध्यान अच्छी बातों पर जाता है.
  • आप छोटी-छोटी खुशियों को महसूस करना सीखते हैं.
  • नेगेटिव सोच धीरे-धीरे कम होती है

कैसे शुरू करें?

  • एक छोटी डायरी या नोटबुक रखें.
  • दिन में किसी भी समय, सुबह या रात 5 मिनट निकालें.
  • उन 3 चीजों को लिखें जिनके लिए आप thankful हैं
  • चाहें तो तारीख के साथ लिखें और हफ्ते में एक बार दोबारा पढ़ें.

उदाहरण:

  • 17 सितंबर 2025
  • ऑफिस में बॉस ने मेरी तारीफ की.
  • रास्ते में एक बच्चा मुस्कुराया, दिल खुश हो गया.
  • आज का खाना बहुत स्वादिष्ट था.

किन बातों का ध्यान रखें?

  • जबरदस्ती पॉजिटिव चीजें न ढूंढें, जो दिल से महसूस हो वही लिखें.
  • हर दिन कुछ नया लिखने की कोशिश करें.
  • इसे एक रूटीन बनाएं, जैसे ब्रश करना या चाय पीना.

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ग्रिटीट्यूड जर्नलिंग के फायदे क्या हैं? (What Are the Benefits of Gratitude Journaling?)

  • स्ट्रेस और चिंता में कमी
  • बेहतर नींद और मूड
  • रिश्तों में सुधार
  • आत्मविश्वास में बढ़ोतरी
  • मानसिक मजबूती और पॉजिटिव सोच

ग्रिटीट्यूड जर्नलिंग एक छोटा सा स्टेप है, लेकिन इसका असर बहुत बड़ा होता है. अगर आप रोजाना सिर्फ 3 चीजें लिखने की आदत बना लें, तो आपकी सोच, भावनाएं और जीवन का नजरिया बदल सकता है. तो आज से ही शुरुआत करें एक पेन उठाएं, दिल से महसूस करें और लिख डालें वो बातें जिनके लिए आप सच में आभारी हैं.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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