Unhealthy Habits: हम अक्सर सोचते हैं कि मोटापा या बीमारी अचानक हो जाती है. लेकिन, असल में हमारी रोजमर्रा की छोटी-छोटी आदतें, जिन्हें हम सामान्य समझते हैं धीरे-धीरे शरीर को अंदर से बिगाड़ती हैं. हमारे रूटीन में कई आदतें ऐसी होती हैं जो हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं. अगर हम इन आदतों को नहीं छोड़ते हैं, तो यह हमारे शरीर पर गंभीर प्रभाव डाल सकती हैं. एक साल बाद, हमारा शरीर इन आदतों के कारण कई समस्याओं का सामना कर सकता है, जैसे कि वजन बढ़ना, डायबिटीज, हार्ट डिजीज और कई अन्य गंभीर बीमारियां. इसलिए यह जरूरी है कि हम अपनी आदतों को बदलें और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं. आइए जानते हैं कि अगर आपने ये 5 आदतें नहीं छोड़ीं तो आपका शरीर एक साल बाद कैसा होगा. क्लिनिकल न्यूट्रिशन, FMRI गुड़गांव की डॉक्टर दीप्ति खटूजा ने इसपर क्या कहा, आइए जानते हैं.
आदतें जिन्हें तुरंत बदलने की जरूरत | Habits That Need to be Changed Immediately
1. सुबह खाली पेट चाय-कॉफी पीना
भारतीय घरों में सुबह की शुरुआत अक्सर चाय या कॉफी के साथ होती है. लेकिन, न्यूट्रिशनिस्ट एक्सपर्ट्स के अनुसार, ऐसा करने से पेट का एसिड लेवल बढ़ जाता है, जिससे एसिडिटी, हार्टबर्न और पाचन विकार जैसे समस्याएं हो सकती हैं.
अगर आप यह आदत नहीं छोड़ते:
- पेट की परत कमजोर होती जाती है
- लंबे समय में एसिड संबंधित समस्याएं बढ़ती हैं
- पाचन तंत्र असंतुलित हो सकता है.
समझिए कि छोटी आदतों का असर साल भर में पाचन और इम्यून सिस्टम की समस्या तक पहुंच सकता है.
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2. सुबह खाली पेट गलत फ़ूड्स खाना
हम अक्सर खाली पेट कुछ फ़ल या फूड को हेल्दी मानते हैं, लेकिन अध्ययन बताते हैं कि कुछ फलों या फूड्स को खाली पेट खाने पर पेट की अम्लता बढ़ सकती है, जिससे गैस और अपच जैसी दिक़्क़तें होती हैं.
एक साल में प्रभाव:
- एसिड की मात्रा में बढ़ना.
- पेट की झिल्ली में सूजन.
- ब्लड शुगर और मेटाबॉलिज़्म पर असर
यह वह स्टेज है जहां हेल्दी दिखने वाली आदतें भी धीरे-धीरे शरीर में गुंथ जाती हैं.

3. सुबह खाली पेट सिर्फ बहुत ज्यादा शुगर हार्ड कार्ब्स लेना
नींद खुलते ही भारी, ज्यादा मसालेदार या मीठा खाना जैसे बिस्कुट, केक या जूस सेहत पर गहरा असर डालता है. कई न्यूट्रिशनिस्ट कहते हैं कि ऐसी चीजें खाली पेट लेने से ब्लड शुगर बढ़ता है, जिससे डायबिटीज़ का जोखिम बढ़ सकता है.
एक साल तक यह जारी रहे तो...
- बॉडी इंसुलिन सेंसिटिविटी खो सकती है
- वजन बढ़ सकता है
- डायबिटीज़ की शुरुआत हो सकती है
4. बिना किसी पोषक भोजन के खाली पेट काम करना
न्यूट्रिशनिष्ट डॉक्टर दीप्ति खटूजा जैसी फ़ूड एक्सपर्ट कहती हैं कि सुबह खाली पेट कुछ सही पोषक तत्व लेना बेहद जरूरी होता है ताकि पोषक तत्व शरीर में अच्छी तरह से अवशोषित हो सकें.
अगर आप अधूरी डाइट पर काम करते रहते हैं:
- एनर्जी लेवल लगातार गिरता जाता है.
- इम्यून सिस्टम कमजोर होता है.
- लंबे समय में तनाव और थकान की समस्या बढ़ जाती है
खाली पेट पहला भोजन ही तय करता है कि आपका दिन कैसा जाएगा.
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5. दिन भर बैठने वाली लाइफस्टाइल
वर्तमान कई अध्ययन यह दर्शाते हैं कि लम्बे समय तक बैठना सिर्फ मोटापा नहीं बढ़ाता, बल्कि यह हार्मोनल असंतुलन, ब्लड सर्कुलेशन में समस्याएं और इम्यून सिस्टम कमजोरी जैसी चीजों का कारण बनता है. अगर आप रोजाना निष्क्रिय जीवनशैली नहीं बदलते, तो एक साल में शरीर को भारी अंदरूनी बदलाव झेलना पड़ेगा, जिससे अक्सर बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है.
वैज्ञानिक अध्ययन क्या कहते हैं?
- पेट का एसिड-अल्कलाइन संतुलन तब बिगड़ता है जब हम गलत फूड या ड्रिंक खाली पेट लेते हैं.
- ब्लड शुगर फ्लक्चुएशन से डायबिटीज़ का खतरा बढ़ जाता है.
- नियमित पोषक नाश्ता और सही आदतें इम्यूनिटी को मजबूत करती हैं और मेटाबॉलिज्म को स्थिर रखती हैं.
यूनिवर्सिटी ऑफ डंडी का शोध बताता है कि भूख का प्रभाव न सिर्फ भूख पर, बल्कि निर्णय-क्षमता और इंपल्स कंट्रोल पर भी पड़ता है, इससे शरीर में ग्लूकोज़/हार्मोन प्रतिक्रिया बदलती है:
PubMed पर प्रकाशित खाली पेट होने का एहसास और परेशान करने वाली भूख का एहसास नामक अध्ययन में डिस्पेप्सिया (पाचन समस्या) सहित कई बीमारियों से जोड़ गया है.
अगर आपने यह 5 चीजें नहीं छोड़ीं, तो आपका शरीर धीरे-धीरे अंदर से बिगड़ता हुआ दिखाई देगा, पहले पाचन और एनर्जी के रूप में, फिर धीरे-धीरे सीरियस हेल्थ इश्यूज के रूप में.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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