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जरा इन चेहरों की बेबसी देखिए! ये बिहार में पीट-पीट कर मारे गए अतहर हुसैन के परिजन हैं? ग्राउंड रिपोर्ट में निकला सच

NDTV ग्राउंड रिपोर्ट में नवादा के अतहर हुसैन मॉब लिंचिंग केस से कई चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई. जो हैरान करने वाली है. अतहर हुसैन के परिजनों ने बताया कि कैसे नाम बताते ही कुछ लोगों की भीड़ ने उनके ऊपर भीषण हमला कर दिया.

जरा इन चेहरों की बेबसी देखिए! ये बिहार में पीट-पीट कर मारे गए अतहर हुसैन के परिजन हैं? ग्राउंड रिपोर्ट में निकला सच
Athar Hussain Mob Lynching Case: घर में गुमसुम बैठीं अतहर की पत्नी और बच्चे.
  • नवादा में 5 दिसंबर को मोहम्मद अतहर हुसैन को भीड़ ने नाम और धर्म पूछकर पीट-पीटकर गंभीर रूप से घायल किया था.
  • अतहर हुसैन को जलती लकड़ी से शरीर जलाया गया और प्राइवेट पार्ट में करंट लगाने जैसी हिंसा का शिकार बनाया गया था.
  • इलाज के दौरान पुलिस ने परिवार को घटना की जानकारी एक दिन बाद दी और 12 दिसंबर को अतहर की मौत हो गई.
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नवादा/नालंदा:

Nawada Mob Lynching Case: ऊपर तस्वीर में एक महिला और 3 बच्चों की तस्वीर दिख रही है. महिला के साथ-साथ इन बच्चों के चेहरे की बेबसी, आंखों में छिपा दर्द बहुत कुछ कह रहा है. तस्वीर एक मूक सवाल भी उठा रही है कि आखिर ऐसा क्यों? इस क्यों का जवाब न सिर्फ सरकार, प्रशासन बल्कि समाज के लिए भी है. इस परिवार के साथ जो घटना हुई, उसके बारे में सोच कर भी आप सिहर जाएंगे. यह परिवार है मोहम्मद अतहर हुसैन का, तस्वीर में अतहर हुसैन की बीबी और तीन बच्चे नजर आ रहे हैं. 

साइकिल पर कपड़े लाद गांव-गांव में घूम कर बेचा करते थे अतहर

अतहर हुसैन साइकिल पर गांव-गांव घूम कर साड़ी-कपड़े बेचा करते थे. इसी कमाई से उनके परिवार का भरण-पोषण होता है. हर रोज की तरह अतहर हुसैन 5 दिसंबर को भी अपने साइकिल पर साड़ी-कपड़ा लादकर बेचने निकले. लेकिन उस दिन उनके साथ जो हुआ, वह उनके परिवार को कभी ना भूलने वाला जख्म दे गया. 

मो. अतहर हुसैन की फाइल फोटो.

मो. अतहर हुसैन की फाइल फोटो.

5 दिसंबर को नवादा में भीड़ ने इतना पीटा कि हो गई मौत

दरअसल बिहार के नवादा जिले में 5 दिसंबर को अतहर हुसैन को कुछ लोगों की भीड़ ने इतना पीटा, इतना पीटा कि 7 दिन तक चले इलाज के बाद वो बच नहीं सके. नाम पूछकर अतहर हुसैन की मॉब लिंचिंग में पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. अब उनके परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है. 

ग्राउंड रिपोर्ट करने अतहर के घर पहुंची NDTV

एनडीटीवी ग्राउंड रिपोर्ट में नवादा के अतहर हुसैन मॉब लिंचिंग केस से कई चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई. जो हैरान करने वाली है. अतहर हुसैन के परिजनों ने बताया कि 5 दिसंबर की रात वह फेरी करके अपने घर लौट रहे थे, इस दौरान उनकी साइकिल पंचर हो गई. 

अतहर हुसैन के घर पर सच जानने पहुंची NDTV की टीम.

अतहर हुसैन के घर पर सच जानने पहुंची NDTV की टीम.

अतहर नाम बताते ही भीड़ ने किया हमला

परिजनों ने बताया कि साइकिल पंचर होने के बाद उन्होंने कुछ लोगों से पंचर दुकान का पता पूछा, उसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उनसे उनका नाम पूछा. जैसे ही उन्होंने अपना नाम मोहम्मद अतहर हुसैन बताया, वहां मौजूद लोगों ने उनपर हमला कर दिया. हमला ऐसा कि वह बुरी तरह घायल हो गए, उनके पास जो पैसे थे उसे भी लूट लिया गया.  

जलती लड़की से शरीर जलाया, प्राइवेट पार्ट में लगाया करंट

अतहर हुसैन के भाई मोहम्मद चांद ने NDTV से बताया कि नाम और धर्म पूछ कर उनपर हमला किया गया. अपराधियों ने आग जली लकड़ी से उसके शरीर को जला दिया, उसके हाथ को तोड़ दिया गया , उसके प्राइवेट पार्ट में करंट लगा दिया गया और अधमरे हाल में उसे छोड़ दिया.

अतहर हुसैन के भाई.

अतहर हुसैन के भाई मो. चांद.

परिवार को एक दिन बाद मिली घटना की जानकारी

घटना की जानकारी पुलिस ने उनके परिवार को 6 दिसंबर को दिया. जिसके बाद सदर अस्पताल नालंदा में उनका इलाज चला. बाद में उन्होंने 11 दिसम्बर को पावापुरी मेडिकल अस्पताल, नालंदा में उन्हें रेफर कर दिया. लेकिन इन सब के बावजूद उनकी जान को नहीं बचाया जा सका.

12 दिसंबर को हुई अतहर हुसैन की मौत

12 दिसंबर को मॉब लिंचिंग के शिकार अतहर हुसैन की मौत हो गई. परिवार का आरोप है कि उनके इलाज में सावधानी नहीं बरती गईं, लापरवाही बरती गई. परिजनों का कहना है कि सही तरीके से उनका इलाज होता हो उनकी जान बचाई जा सकती थी.

बिहारशरीफ के गगंडीवान इलाके के रहने वाले अतहर

मोहम्मद अतहर का परिवार नालंदा जिले के बिहारशरीफ के गगंडीवान इलाके में रहता है. उनके मौत के बाद उनके परिवार में मातम पसरा हुआ है. पत्नी शबनम परवीन ने NDTV से बात करते हुए अपने पति की मौत के लिए इंसाफ़ मांगा है. साथ सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रयवाई की मांग की है. 

अतहर हुसैन की पत्नी और उनके तीन बच्चे.

अतहर हुसैन की पत्नी और उनके तीन बच्चे.

अतहर के तीन बच्चे, तीनों अभी मासूम

पत्नी शबनम परवीन ने NDTV से बात के दौरान अपनी पति से हुईं आखिरी बात के बारे में बताया. यह भी बताया कि कैसे उनके पति की धर्म पूछ कर हत्या कर दी गई. अतहर को दो लड़के और एक लड़की है. सभी बच्चे छोटे हैं. अब इनके सिर पर इनके पिता का भी हाथ नहीं है. 

मासूम बच्चों का गुस्सा, कहा- खून के बदले खून चाहिए

दो लड़के है. एक रक़ीब हुसैन उम्र 18 साल और दूसरा इस्तेख़ार हुसैन उम्र 12 साल. छोटे लड़के ने बताया उसके पिता के खून के बदले उसे खून चाहिए. बेटी सबा परवीन जिसकी उम्र 14 साल है, उसनें अपने पिता के मौत के आरोपियों के लिए फाँसी की सजा की मांग की है.

मामले की जांच में लगी पुलिस टीम.

मामले की जांच में लगी पुलिस टीम.

अतहर हुसैन मॉब लिंचिंग केस में क्या हुई कार्रवाई

अतहर हुसैन की हत्या मामले में 10 नामजद और 10-15 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. रोह थानाध्यक्ष रंजन कुमार के मुताबिक, 11 लोगों की गिरफ्तारी कर ली गई है. पुलिस अधीक्षक अभिनव धीमान ने बताया कि एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है. शेष आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी कर ली जाएगी. 

अतहर हुसैन मॉब लिंचिंग केस में किसकी हुई गिरफ्तारी

एसपी के मुताबिक मॉब लिंचिंग केस में श्री यादव, रंजन कुमार, केदार यादव, गरीबन यादव, जद्दू यादव और चंदन यादव की गिरफ्तारी कर ली गई है. इसके अलावा दो नामजद नाबालिग आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है. पुलिस के मुताबिक, आठ नामजद के अलावा तीन अप्राथमिकी अभियुक्त की भी गिरफ्तारी की गई है. 

दूसरी तरफ, सिकंदर यादव ने अतहर पर चोरी का मामला दर्ज कराया था, पुलिस ने मॉब लिंचिंग मामले में सिकंदर यादव को भी गिरफ्तार कर लिया है.

घटना ने लिया सियासी रंग

इस घटना के बाद बिहार सरकार पर भी सवाल उठने लगे है. बिहार में विपक्ष बिहार सरकार को घेरते नजर आ रही है. वहीं इस पूरे मामले में बिहार सरकार ने कड़ी कार्रवाई का भरोसा जताया है. बिहार सरकार के मंत्री जमा ख़ान ने कल पीड़ित परिवार से मुलाक़ात करके मदद भी की है. आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात भी की है. साथ ही मुख्यमंत्री राहत कोष से परिवार को 3 लाख रुपये मिले इसका भी भरोसा जताया है.

अतहर हुसैन के परिजनों से मिलने पहुंचे बिहार सरकार के मंत्री जमा खान.

अतहर हुसैन के परिजनों से मिलने पहुंचे बिहार सरकार के मंत्री जमा खान.

जमीत उलेमा हिन्द के अरशद मदनी ने मदद का ऐलान किया

जमीयत ए उलेमा हिन्द के अध्यक्ष अरशद मदनी ने अथहर हुसैन के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए जमीयत उलमा-ए-हिंद के लीगल पैनल का गठन किया. बिहार में मॉब लिंचिंग में मारे गए अथहर हुसैन की पत्नी की दरखास्त पर जमीयत उलमा-ए-हिंद की कानूनी सहायता समिति इस मामले में कानूनी मदद उपलब्ध कराने के लिए आगे आई है. इस प्रकरण में जमीयत हस्तक्षेपकर्ता (इंटरवीनर) के रूप में याचिका दायर करेगी. 

जमीयत उलमा-ए-हिंद की लीगल टीम अनुभवी आपराधिक वकीलों का एक विधिवत पैनल गठित कर रही है, ताकि पीड़ित परिजनों को न केवल न्याय दिलाया जा सके, बल्कि हत्यारों को उनके किए की सख्त सजा तक पहुँचाया जा सके.

जमीयत की टीम कोर्ट में करेगी अतहर हुसैन केस की पैरवी

इसका अलावा दो दिन पहले जमीयत के लोगों ने अतहर हुसैन के परिवार से मुलाकात की है. मदनी के निर्देश पर एक टीम मॉब लीचिंग में अतहर हुसैन के परिजनों से मिल कर जानकारी लेने बिहार शरीफ के गगनदीवान पहुंची. मदनी की टीम द्वारा 1 करोड़ रुपया मुआवजा के साथ दोषियो को फांसी और उम्र कैद की सजा की मांग की गई है.

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