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This Article is From Jun 19, 2024

3 मसाले मेथी, सौंफ और जीरा बना सकते हैं आपको निरोगी, गुणों का खजाना और गंभीर रोगों से दिलाते हैं राहत, जानिए

Best Spices For Health: मेथी, सौंफ और जीरा आयुर्वेद में बहुत बड़ा स्थान रखते हैं. इनके रेगुलर सेवन से न केवल भोजन का स्वाद बढ़ता है, बल्कि ये अनेक गंभीर बीमारियों से भी राहत प्रदान करते हैं. इनका सही उपयोग आपके जीवन को स्वस्थ और निरोगी बना सकता है.

3 मसाले मेथी, सौंफ और जीरा बना सकते हैं आपको निरोगी, गुणों का खजाना और गंभीर रोगों से दिलाते हैं राहत, जानिए
इन तीनों मसालों को उनके अद्वितीय औषधीय गुणों के कारण जाना जाता है.

Fenugreek, Fennel And Cumin Benefits: आयुर्वेद में अनेक जड़ी-बूटियों और मसालों का प्रयोग होता है, जिनमें मेथी, सौंफ और जीरा प्रमुख हैं. ये तीनों मसाले न केवल हमारे भोजन को स्वादिष्ट बनाते हैं, बल्कि इनके औषधीय गुण भी बेहद लाभकारी होते हैं. इन तीनों मसालों को उनके अद्वितीय औषधीय गुणों के कारण 'गुणों का खजाना' कहा जाता है. हम अक्सर इन मसालों के उपयोग को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये स्वास्थ्य के लिए और कई बीमारियों में फायदेमंद हो सकते हैं. आइए जानते हैं कि ये मसाले कौन-कौन सी गंभीर बीमारियों में राहत प्रदान कर सकते हैं.

मेथी, सौंफ, जीरा कौन सी बीमारियों से राहत दिला सकते हैं? | Fenugreek, Fennel, Cumin Can Provide Relief From Which Diseases?

1. मेथी (Fenugreek)

मेथी के बीज और पत्ते दोनों ही स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं. आयुर्वेद में इसे 'शीतवीर्य' माना गया है, जिसका अर्थ है यह शरीर में ठंडक पहुंचाने वाली होती है. मेथी के बीज ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायक होते हैं. इनमें घुलनशील फाइबर होता है जो शुगर के अवशोषण को धीमा करता है. यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है और कब्ज, एसिडिटी और गैस की समस्या को दूर करता है. मेथी के सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम कर सकता है, जिससे हार्ट डिजीज का खतरा घटता है.

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2. सौंफ (Fennel)

सौंफ का उपयोग मसाले के साथ-साथ माउथ फ्रेशनर के रूप में भी किया जाता है. इसे 'शीतल' माना गया है, जो शरीर को ठंडक और ताजगी प्रदान करती है. सौंफ पाचन में सुधार करती है, पेट की सूजन और अपच से राहत देती है. यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं के लिए अत्यंत उपयोगी है. सौंफ का नियमित सेवन आंखों की रोशनी बढ़ाने में सहायक होता है. अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों में सौंफ की चाय लाभकारी होती है.

3. जीरा (Cumin)

जीरा एक बहुत ही महत्वपूर्ण मसाला है जिसका प्रयोग लगभग हर भारतीय व्यंजन में होता है. इसे 'उष्ण' माना गया है, जो शरीर में गर्मी और ऊर्जा प्रदान करता है. जीरा पाचन तंत्र को सक्रिय करता है, अपच, गैस और पेट दर्द को दूर करता है. इसमें विटामिन सी और आयरन की भरपूर मात्रा होती है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है. जीरे में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर को संक्रमण से बचाते हैं.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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