नई दिल्ली:
कई तमिल संगठनों द्वारा सुपरस्टार रजनीकांत को एक आवास योजना के उद्घाटन के सिलसिले में श्रीलंका जाने के फैसले पर एक बार फिर विचार करने की सलाह दी थी. इस सलाह को मानते हुए न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार रजनीकांत ने अपनी श्रीलंका यात्रा रद्द कर दी है. अपने जारी बयान में रजनीकांत ने कहा कि उन्होंने तमिल संगठनों की सलाह पर ऐसा किया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा, 'उन्होंने मेरे आगे कई राजनीतिक कारण रखें और मुझे विनम्रतापूर्वक वहां न जाने का आग्रह किया है. हालांकि जो भी उन्होंने मुझे कहा है, मैं उसे पूरी तरह नहीं मानता हूं, लेकिन मैं उनकी विनती मानते हुए इस कार्यक्रम में शामिल होने से पीछे हट रहा हूं.' जनीकांत 9 अप्रैल से दो दिवसीय श्रीलंका की यात्रा पर जा रहे थे. श्रीलंका में रजनीकांत का विस्थापित तमिलों को 150 से अधिक मकान सौंपने का कार्यक्रम है.
लिबरेशन पैंथर पार्टी यानी विदुथालाई चितरुथैगल काची (वीसीके) ने उनसे कहा था कि इससे तमिल समुदाय उनसे नाराज हो सकता है. लाइका प्रोडक्शंस की ओर से आयोजित इस दौरे के दौरान रजनीकांत द्वारा सार्वजनिक तौर पर लोगों को संबोधित करने और पौधरोपण का भी कार्यक्रम है. वीसीके के एक सूत्र के मुताबिक, रजनीकांत के दौरे से दुनिया में यह संदेश जा सकता है कि श्रीलंका में स्थिति सामान्य हो गई है.
न्यूज एजेंसी आर्इाएएनएस के सूत्र ने उन्हें बताया, 'श्रीलंका में कुछ नहीं बदला है, खासकर 2009 में छिड़े गृहयुद्ध के बाद विस्थापित श्रीलंकाई तमिलों के जीवन में कोई बदलाव नहीं आया है. वे रजनीकांत का इस्तेमाल दुनिया को बेवकूफ बनाने के लिए कर रहे हैं कि जीवन अब पटरी पर लौट आई है, लेकिन ऐसा नहीं है. हम चाहते हैं कि रजनीकांत अपने फैसले पर एक बार फिर विचार करें, अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो वह तमिल समुदाय की नाराजगी का सामना करेंगे.
टी. तिरुमावलावन के नेतृत्व वाली राजनीतिक पार्टी वीसीके रजनीकांत के श्रीलंका दौरे का विरोध कर रही है. लाइका प्रोडक्शंस की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस सप्ताह की शुरुआत में घोषणा की गई थी कि फिल्म 'एंथिरन' के अभिनेता श्रीलंका के जाफना में ग्नानम फाउंडेशन द्वारा तमिलों के लिए बनाए गए 150 घरों की चाबियां नौ अप्रैल को उन्हें सौंपेंगे.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
लिबरेशन पैंथर पार्टी यानी विदुथालाई चितरुथैगल काची (वीसीके) ने उनसे कहा था कि इससे तमिल समुदाय उनसे नाराज हो सकता है. लाइका प्रोडक्शंस की ओर से आयोजित इस दौरे के दौरान रजनीकांत द्वारा सार्वजनिक तौर पर लोगों को संबोधित करने और पौधरोपण का भी कार्यक्रम है. वीसीके के एक सूत्र के मुताबिक, रजनीकांत के दौरे से दुनिया में यह संदेश जा सकता है कि श्रीलंका में स्थिति सामान्य हो गई है.
न्यूज एजेंसी आर्इाएएनएस के सूत्र ने उन्हें बताया, 'श्रीलंका में कुछ नहीं बदला है, खासकर 2009 में छिड़े गृहयुद्ध के बाद विस्थापित श्रीलंकाई तमिलों के जीवन में कोई बदलाव नहीं आया है. वे रजनीकांत का इस्तेमाल दुनिया को बेवकूफ बनाने के लिए कर रहे हैं कि जीवन अब पटरी पर लौट आई है, लेकिन ऐसा नहीं है. हम चाहते हैं कि रजनीकांत अपने फैसले पर एक बार फिर विचार करें, अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो वह तमिल समुदाय की नाराजगी का सामना करेंगे.
टी. तिरुमावलावन के नेतृत्व वाली राजनीतिक पार्टी वीसीके रजनीकांत के श्रीलंका दौरे का विरोध कर रही है. लाइका प्रोडक्शंस की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस सप्ताह की शुरुआत में घोषणा की गई थी कि फिल्म 'एंथिरन' के अभिनेता श्रीलंका के जाफना में ग्नानम फाउंडेशन द्वारा तमिलों के लिए बनाए गए 150 घरों की चाबियां नौ अप्रैल को उन्हें सौंपेंगे.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं