
Naga panchami puja Vidhi : हर साल श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है. इस दिन भोलेनाथ और नाग देवता की पूजा अर्चना करना की जाती है. घरों में चित्र या आकृति बनाकर नाग देवता की पूजा की विधि-विधान से पूजा की जाती है. उन्हें दूध और सेवईं खिलाई जाती है. नाग पंचमी के दिन जिन जातकों की कुंडली में कालसर्प दोष है उन्हें इसकी पूजा अनुष्ठान करने से विशेष लाभ मिलता है. आपको बता दें कि साल 2025 में सावन माह की शुरूआत 11 जुलाई से हो रही है और समापन 9 अगस्त को होगा. इस साल नागपंचमी का पर्व कब (nagpanchami ka parv kab hai) मनाया जाएगा, पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि क्या होगी, इसके बारे में बता रहे हैं ज्योतिषाचार्य डॉ. गौरव कुमार दीक्षित.
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कब है नागपंचमी 2025 - Kab hai nagpanchami
इस साल नागपंचमी 29 जुलाई दिन मंगलवार को मनाई जाएगी.
नागपंचमी मुहूर्त 2025 - Nag Panchami Muhurta 2025
इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 41 मिनट से लेकर 8 बजकर 23 मिनट तक रहेगी. कुल मिलाकर इस दिन पूजा करने की अवधि 2 घंटे 43 मिनट है.
नागपंचमी पूजा विधि - Nag Panchami puja Vidhi
- इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करके व्रत का संकल्प लीजिए.
- इसके बाद आप मंदिर में जाकर शिवलिंग की पूजा और अभिषेक करिए.
- फिर आप भोलेनाथ को बेलपत्र और जल अर्पित करिए. आपको बता दें कि भगवान शिव को यहृ बहुत प्रिय है.
- इस दिन आप नाग के 8 रूपों- अनंत, वासुकी, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, कर्कट और शंख की पूजा करिए.
- नाग देवता के 8 रूपों की पूजा करते समय आप उन्हें दही, चावल, दूध, फूल और मिठाई चढ़ाइए.
- साथ ही आप नाग देवता मंत्रों का जाप भी करें. इसके अलावा नागपंचमी (nagpanchami tithi 2025) के दिन जरूरतमंदों को दान दक्षिणा करें. इससे घर में सुख-समृद्धि आती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)