प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:
आम आदमी पार्टी सरकार ने सरकारी कर्मचारियों की जासूसी करने के लिए यूनिट बनाई थी. उसके खिलाफ एक प्राथमिक जांच शुरू कर दी गई है.
सीबीआई के मुताबिक दिल्ली सरकार ने फीडबैक यूनिट विजिलेंस डिपार्टमेंट के तहत शुरू की थी. इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है. यह यूनिट लेफ्टिनेंट गवर्नर की मंजूरी के बिना खोली गई थी.
एक अफसर ने बताया कि नजीब जंग के दफ्तर ने दिल्ली सरकार से जुड़े सात मामले सीबीआई को भेजे थे. सीबीआई की मानें तो करीब 20 लोग इस यूनिट में काम कर रहे थे. इनका काम सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ फीडबैक इकट्ठा करना, यानी जासूसी करना था. अगर कोई अधिकारी घूस ले रहा है तो उसे भी ट्रैप करने के निर्देश इस यूनिट को दिए गए थे. लेकिन यह यूनिट एलजी की मंजूरी के बिना बनाया गया था.
पूर्व एलजी नजीब जंग ने मामले की तफ्तीश करने के लिए तीन सदसिय कमेटी बनाई थी. इस कमेटी के अध्यक्ष थे पर सीएजी वीके शुंगलू. इस कमेटी ने सरकार के 400 फैसलों का अध्ययन किया. इस कमेटी को आधार बनाकर सीबीआई अभी तक दो मामले आप सरकार के खिलाफ दर्ज कर चुकी है. आप से जुड़े बाकी चार मामलों की भी सीबीआई जांच कर रही है.
सीबीआई के मुताबिक दिल्ली सरकार ने फीडबैक यूनिट विजिलेंस डिपार्टमेंट के तहत शुरू की थी. इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है. यह यूनिट लेफ्टिनेंट गवर्नर की मंजूरी के बिना खोली गई थी.
एक अफसर ने बताया कि नजीब जंग के दफ्तर ने दिल्ली सरकार से जुड़े सात मामले सीबीआई को भेजे थे. सीबीआई की मानें तो करीब 20 लोग इस यूनिट में काम कर रहे थे. इनका काम सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ फीडबैक इकट्ठा करना, यानी जासूसी करना था. अगर कोई अधिकारी घूस ले रहा है तो उसे भी ट्रैप करने के निर्देश इस यूनिट को दिए गए थे. लेकिन यह यूनिट एलजी की मंजूरी के बिना बनाया गया था.
पूर्व एलजी नजीब जंग ने मामले की तफ्तीश करने के लिए तीन सदसिय कमेटी बनाई थी. इस कमेटी के अध्यक्ष थे पर सीएजी वीके शुंगलू. इस कमेटी ने सरकार के 400 फैसलों का अध्ययन किया. इस कमेटी को आधार बनाकर सीबीआई अभी तक दो मामले आप सरकार के खिलाफ दर्ज कर चुकी है. आप से जुड़े बाकी चार मामलों की भी सीबीआई जांच कर रही है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं