अमेठी जिले में शिक्षक, उनकी पत्नी और दो नाबालिग बच्चों की गोली मारकर हत्या करने के मुख्य आरोपी को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद चंदन वर्मा ने भागने की कोरिश की थी. इस बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार से लखनऊ में मुलाकात की. इसके बाद अधिकारियायें को पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करने करने को कहा.
बताया जा रहा है कि पुलिस की पिस्टल को छीन आरोपी ने हमले की कोरिश की थी. इसके बाद मुठभेड़ के दौरान आरोपी चंदन के पैर में गोली लगी. फिलहाल उसे अस्पताल में भर्ती करया गया है. चंदन वर्मा ने एनकाउंटर के बाद कहा कि उसका मृतका से कोई संबंध नहीं था. बच्चों पर गोली क्यों चलाई... इस सवाल पर चंदन ने कहा कि उससे गलती हो गई. उसने ये भी कहा कि जो हुआ, उसको लेकर उसे अफ़सोस है.
अमेठी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अनूप कुमार सिंह ने जिला मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, 'हमारी टीम ने मुख्य आरोपी चंदन वर्मा को नोएडा में एक टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार किया. वह दिल्ली जा रहा था.' अमेठी के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी चौराहे पर किराए के मकान में रहने वाले शिक्षक सुनील कुमार (35), उनकी पत्नी पूनम (32), बेटी दृष्टि (6) और एक साल की बेटी सुनी की बृहस्पतिवार की शाम गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी.
एसपी ने कहा, 'आरोपी वर्मा रायबरेली जिले का रहने वाला है. ऐसा प्रतीत होता है कि वह पीड़ित के घर पहुंचा और किसी कारण से गुस्से में आ गया, जिसके बाद उसने परिवार के सभी सदस्यों पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं और सभी की मौत हो गई.' अधिकारी ने बताया कि चंदन ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने की भी कोशिश की, लेकिन गोली नहीं चली.
घटना के कारण के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने बताया, ' वर्मा ने हमारे सामने परिवार के सदस्यों की हत्या करने की बात कबूल की है. वर्मा ने बताया कि उसका पूनम के साथ पिछले 18 महीनों से प्रेम प्रसंग था. हालांकि, रिश्ते में कुछ खटास आ गई थी, जिसकी वजह से वह तनाव में रहता था और इसी कारण यह वारदात हुई.' अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल पर वर्मा ने पिस्तौल से कुल 10 गोलियां चलाईं.
वर्मा द्वारा सोशल मीडिया पर पांच लोगों की मौत के बारे में पोस्ट किए जाने के बारे में पूछने पर एसपी ने बताया, 'उसने परिवार के चार लोगों की हत्या करने के बाद खुद को भी गोली मारने की कोशिश की थी. वह पांचवां व्यक्ति था, लेकिन उसकी आत्महत्या की कोशिश विफल हो गई.' चंदन ने अपने मोबाइल के व्हाट्सएप स्टेटस पर 12 सितंबर को लिखा था कि ''पांच लोग जल्द ही मरने जा रहे हैं, जल्द ही तुम्हें देख लूंगा.'
घटना के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी संवेदना व्यक्त की, जबकि विपक्ष ने राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला. शुरुआती पुलिस जांच में पता चला है कि पूनम ने 18 अगस्त को रायबरेली में चंदन वर्मा के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अधिनियम, 1989 के तहत छेड़छाड़ और उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था. अमेठी के पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने बृहस्पतिवार को बताया कि पूनम ने शिकायत में लिखा था, 'अगर मुझे या मेरे परिवार को कुछ भी होता है तो इसके लिए वर्मा को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.'
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