
- सलीम पिस्टल पाकिस्तान, नेपाल और चीन तक अवैध हथियारों का कारोबार करता था और नेपाल में गिरफ्तार हुआ था.
- सलीम ने पाकिस्तान से हथियार वेल्डिंग मशीन में छिपाकर एयर कार्गो से नेपाल और फिर भारत में सप्लाई किए.
- यूपी के बाहुबली सलीम से हथियार लेकर अपने नेटवर्क में M5 रायफल जैसी खतरनाक बंदूकें सप्लाई करते थे.
भारत में सलीम पिस्टल के बाहुबली कनेक्शन का बड़ा खुलासा हुआ है. एनडीटीवी के पास इस इंटरनेशनल तस्कर का एक्सक्लूसिव वीडियो है. पाकिस्तान से लेकर नेपाल और चीन तक सलीम का अवैध हथियारों का कारोबार फैला हुआ है. भारत में जिगाना पिस्टल तस्करी कर सलीम पिस्टल ही लाया. जिगाना पिस्टल गैंगस्टरों की पहली पसंद है. सलीम पिस्टल और शारिक साठा भारत नेपाल बॉडर पर अवैध हथियारों की सबसे बड़ी फैक्ट्री खोलने जा रहे थे, लेकिन इसके पहले ही सलीम नेपाल में पकड़ा गया और अब वो भारत में है, जबकि शारिक अभी भी दुबई में है.
सलीम पिस्टल कौन है
दिल्ली के जाफराबाद का रहने वाला सलीम पिस्टल कभी इलेक्ट्रिशियन था. मोबाइल रिपेयर की दुकान चलाई तो कभी केवल नेटवर्क के धंधे में रहा. 2008 में प्रगति मैदान में लगे एक ऑटो एक्सपो में पाकिस्तान से आए लोगों के संपर्क में आया. दरअसल, सलीम की बहन और जीजा पाकिस्तान में रहते हैं. इसके चलते ऑटो पार्ट्स के कारोबार के नाम पर वो पाकिस्तान गया. इसके बाद वो पाकिस्तानी हैंडलर के कहने पर पाकिस्तान से नकली नोट भारत लाने लगा. लाहौर में उसे विदेशी हथियार दिखाए गए. फिर 2011 में सलीम काठमांडू गया और सोने की तस्करी करने लगा. इसी बीच उसके खिलाफ दिल्ली में केस दर्ज होते रहे. पारिवारिक खर्चे पूरे न होने पर उसने पाकिस्तान से पिस्टल की तस्करी शुरू की. वो पाकिस्तान में अपने जीजा अजीमुद्दीन के साथ मिलकर पाकिस्तान से पिस्टलें वेल्डिंग मशीन के अंदर छिपाकर मंगवाता था. ये पैकेट एयर कार्गो से कराची से बैंकॉक से काठमांडू (थाई एयरलाइंस) रूट से आते थे. वहां से वीरगंज, नेपाल में साइकिल चालकों के जरिए से पिस्टलें रक्सौल तक लायी जाती थीं.
रक्सौल से सलीम दिल्ली बस या टैक्सी से पहुंचता था और हथियारों की सप्लाई करता था. उसने कुल लगभग 500 पिस्टलें भारत में बेचीं. सन 2016 से 2018 के बीच सलीम ने इस धंधे को और बड़ा किया. वह पाकिस्तान के “Orient Gun House” से PX3 और Star पिस्टलें मंगवाता था, लेकिन 2018 में सलीम को दिल्ली पुलिस ने 26 पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर लिया. उसका साथी यूपी के खुर्जा का रहने वाला शहबाज़ पाकिस्तान में रिश्तेदारों की मदद से हथियार तस्करी का नेटवर्क आज भी चला रहा है.
ये गैंगस्टर उसके ग्राहक थे
- नासिर
- बॉबी
- इमरान
- अनवर अंकल
- हाशिम बाबा
- नादिर
साठा से कैसे मुलाकात हुई
2021 में लॉकडाउन के बाद सलीम पहली बार दुबई गया. दुबई में उसकी मुलाकात संभल के रहने वाले शारिक साठा से हुई. दिल्ली के जाफराबाद की एक गली में नदीम उर्फ लंगड़ा, उसका भाई वसीम और फाज़िल एक ग़ैरक़ानूनी हथियार फैक्ट्री चलाते थे. नदीम ने सलीम से डुप्लिकेट Glock पिस्टल का सैंपल ₹5 लाख में खरीदा और उसी की कॉपी बनवाना शुरू किया. नदीम ने एक दूसरी फैक्ट्री झिलमिल में भी शुरू की. 2023 में, सलीम ने फर्जी पासपोर्ट बनवाया. नाम था अरमान मलिक, पिता का नाम शमशेर मलिक. यह पासपोर्ट उसने अनूप जुनेजा नामक व्यक्ति से बनवाया, जो एक बड़ा ठग था. पुलिस की लगातार दबिश से बचने के लिए सलीम दुबई भाग गया और वहीं से “SK Enterprise” नाम की कंपनी चला रहा था.
कैसे पकड़ा गया
आखिरकार 2025 में नेपाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया, जब वह SK Enterprise के ज़रिए हथियारों और सोने की तस्करी कर रहा था. सलीम पिस्टल का बाहुबली कनेक्शन भी किसी से छिपा नही है. यूपी के कुछ बाहुबली लगातर सलीम पिस्टल और उसके कांटेक्ट का इस्तेमाल कर पाकिस्तान से आने वाली उम्दा क्वालिटी की हथियारों की खेप यूपी में डिलीवरी करवा चुके हैं. दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक विदेश भागने के पहले सलीम पिस्टल की दिल्ली की एक जेल मे यूपी के एक बाहुबली से मुलाकात होती है, जिसके बाद बाहुबली के लिए सलीम पिस्टल पाकिस्तान से आने वाले हथियारों की डिलीवरी करने लग जाता है. इतना ही नहीं यूपी का एक बाहुबली सलीम पिस्टल से लेने वाले हथियारों को एक दूसरे बाहुबली को भी सप्लाई करता है. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के एक अधिकारी बताते है कि सलीम ने यूपी के एक बाहुबली को M5 रायफल तक डिलीवर की थी. M5 रायफल बुलेट प्रूफ गाड़ी को उड़ाने का माद्दा रखती है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में बीते कई सालों से सलीम पिस्टल के नेटवर्क से ही हथियार सप्लाई होते आ रहे थे, जिनका इस्तेमाल बाहुबली अपने रसूख और अपने विरोधियों के खात्मे के लिए करते आ रहे थे, लेकिन फिलहाल यूपी पुलिस और सरकार की सख्ती से ये नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया गया है.
सलीम पिस्टल ने भारत पाकिस्तान के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस ट्रेन में अवैध हथियारों की पाकिस्तान से भारत में डिलीवरी का एक बड़ा नेक्सस तैयार किया हुआ था, जिसकी भनक काफी साल बाद सुरक्षा एजेंसियों को लगी थी. इसके बाद पाकिस्तान से अवैध हथियारों की खेप पाकिस्तान से नेपाल ट्रांसफार्मर के पार्ट्स की आड़ में हवाई रास्ते से नेपाल पहुंचने लगे. चूंकि नेपाल के काठमांडू एयरपोर्ट पर सलीम पिस्टल ने बढ़िया सेटिंग की हुई थी तो उसके कन्साईमेंट की चेकिंग नही होती थी और कोड वर्ड और कुछ सिग्नल के जरिये बड़ी आसानी से सलीम पिस्टल का माल अवैध हथियारों की खेप नेपाल में पहुंच जाया करती थी.
शारिक साठा कौन है
वहीं सलीम पिस्टल के साथ हथियारों की तस्करी में शामिल शारिक साठा संभल के दीपा सराय इलाके का रहने वाला है. अभी साठा दुबई में रह रहा है. पुलिस का दावा है कि वो 2020 में एक नकली पासपोर्ट के जरिए दुबई भाग गया. उस पर 50 से ज्यादा केस दर्ज हैं. शारिक साठा पर आरोप है कि वो नवंबर 2024 की संभल हिंसा का मास्टरमाइंड है और दुबई में बैठकर सब कुछ कंट्रोल कर रहा था. पुलिस के मुताबिक उसने हिंसा के लिए हथियार और कारतूस सप्लाई किए और उसके कहने पर लोकल गैंग्स ने हिंसा भड़काई. उसके गैंग से जुड़े गुलाम और अफरोज को संभल पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. संभल हिंसा के बाद पुलिस ने पाकिस्तान, अमेरिका और चेकोस्लाबिया मेड हथियार और कारतूस बरामद किए थे. पुलिस ने उसकी 2.31 करोड़ की संपत्तियां भी जब्त की हैं. वो डॉन दाऊद इब्राहिम का करीबी है और उसके तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से भी जुड़े हैं. शारिक साठा का एक नेटवर्क है, जो चोरी की गाड़ियां दिल्ली-एनसीआर से चुरा कर उत्तर-पूर्व राज्य तक भेजता था. उस पर अब तक 300 से ज्यादा गाड़ियां चोरी करवाने का आरोप है. उसकी तलाश दिल्ली पुलिस को भी है. वह हथियार तस्करी और सप्लाई में शामिल है, और उसके गैंग के कई सहयोगी पहले गिरफ्तार हो चुके हैं. पुलिस ने उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है.
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