विराट कोहली ने अजिंक्य रहाणे के साथ 200 रन से अधिक की साझेदारी की...
नई दिल्ली:
भारत और बांग्लादेश के बीच हैदराबाद टेस्ट के दूसरे दिन, विराट कोहली के प्रशंसकों के चेहरे पर उस समय निराशा छा गई जब अम्पायर ने टीम इंडिया के कप्तान को स्पिनर मेहदी हसन मिराज की गेंद पर एलबीडब्ल्यू दिया. हालांकि टीम इंडिया की ओर से रिव्यू मांगे जाने के बाद यह फैसला विराट के पक्ष में गया और अम्पायर को फैसला बदलना पड़ा. तब जाकर फैन्स ने राहत की सांस ली और उनको एक बार फिर विराट से दोहरे शतक की उम्मीद जग गई.
यह वाकया है, पारी के 117वें ओवर का. मेहदी हसन यह ओवर फेंक रहे थे. इस ओवर की चौथी गेंद पर विराट के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की जोरदार अपील हुई और अम्पायर ने अंगुली उठा दी. अपने पक्ष में फैसला होने के बाद बांग्लादेशी खिलाड़ी जश्न की मुद्रा में थे, वहीं स्टेडियम में मौजूद दर्शकों और टीवी पर मैच देख रहे क्रिकेटप्रेमियों में निराशा थी. फैसले से असंतुष्ट विराट ने डीआरएस (डिसीजन रिव्यू सिस्टम) का सहारा लिया, जिसमें पता चला कि गेंद कोहली के पैड पर लगते समय स्टंप से थोड़ी से बाहर थी. यह फैसला टीम इंडिया और इसके कप्तान के पक्ष में गया. विराट के वापस क्रीज पर बैटिंग के लिए लौटते ही हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में दर्शकों की खुशी देखते ही बन रही थी. हर तरफ तिरंगा लहरा रहा था.
इसके अगले ही ओवर में बांग्लादेश के कप्तान और विकेटकीपर मुशफिकुर रहीम ने टीम इंडिया के विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा को जीवनदान दिया. गेंदबाज थे ताइजुल इस्लाम. उनकी गेंद पर साहा क्रीज से निकले लेकिन स्ट्रोक मिस कर गए. रहीम के पास स्टंपिंग का मौका था, लेकिन वे पहले प्रयास में विकेट पर गेंद को नहीं मार सके. दूसरी बार भी उनकी विकेट पर गेंद मारने की कोशिश नाकाम हुई. इतना समय साहा के लिए काफी था वे क्रीज तक वापस पहुंच गए और बांग्लादेश के लिए यह मौका भी हाथ से जाता रहा.
यह वाकया है, पारी के 117वें ओवर का. मेहदी हसन यह ओवर फेंक रहे थे. इस ओवर की चौथी गेंद पर विराट के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की जोरदार अपील हुई और अम्पायर ने अंगुली उठा दी. अपने पक्ष में फैसला होने के बाद बांग्लादेशी खिलाड़ी जश्न की मुद्रा में थे, वहीं स्टेडियम में मौजूद दर्शकों और टीवी पर मैच देख रहे क्रिकेटप्रेमियों में निराशा थी. फैसले से असंतुष्ट विराट ने डीआरएस (डिसीजन रिव्यू सिस्टम) का सहारा लिया, जिसमें पता चला कि गेंद कोहली के पैड पर लगते समय स्टंप से थोड़ी से बाहर थी. यह फैसला टीम इंडिया और इसके कप्तान के पक्ष में गया. विराट के वापस क्रीज पर बैटिंग के लिए लौटते ही हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में दर्शकों की खुशी देखते ही बन रही थी. हर तरफ तिरंगा लहरा रहा था.
इसके अगले ही ओवर में बांग्लादेश के कप्तान और विकेटकीपर मुशफिकुर रहीम ने टीम इंडिया के विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा को जीवनदान दिया. गेंदबाज थे ताइजुल इस्लाम. उनकी गेंद पर साहा क्रीज से निकले लेकिन स्ट्रोक मिस कर गए. रहीम के पास स्टंपिंग का मौका था, लेकिन वे पहले प्रयास में विकेट पर गेंद को नहीं मार सके. दूसरी बार भी उनकी विकेट पर गेंद मारने की कोशिश नाकाम हुई. इतना समय साहा के लिए काफी था वे क्रीज तक वापस पहुंच गए और बांग्लादेश के लिए यह मौका भी हाथ से जाता रहा.
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