कोहली ने कहा है कि पूर्व कप्तान धोनी का अनुभव उनके लिए काम आ रहा है (फोटो AFP)
बेंगलुरू:
भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने इंग्लैंड के खिलाफ बुधवार को बेंगलुरू में हुए टी20 में मिली जीत के बाद पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की प्रशंसा की. विराट ने साफ किया कि सीमित ओवरों के फॉर्मेट में फैसले लेने में महेंद्र सिंह धोनी के अपार अनुभव का फायदा मिल रहा है. टीम इंडिया के कप्तान के अनुसार, छह विकेट लेने वाले और मैन ऑफ द मैच यजुवेंद्र चहल के गेंदबाजी कोटे के खत्म होने के बाद वह हार्दिक पांड्या से बॉलिंग कराना चाहते थे लेकिन धोनी और आशीष नेहरा ने जसप्रीत बुमराह को आक्रमण पर लाने की सलाह दी. यह सलाह बेहद अहम रही और बुमराह ने तीन गेंद में दो विकेट चटकाकर मैच खत्म किया.
टीम इंडिया ने बुधवार की रात तीसरे और अंतिम टी20 में 75 रन के अंतर से जीत दर्ज करने के बाद टी20 सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली. इससे पहले विराट ब्रिगेड ने टेस्ट और वनडे सीरीज पर भी कब्जा जमाया था. मैच के बाद कोहली ने कहा, ‘हालांकि मैं टेस्ट की कप्तानी कर रहा था लेकिन वनडे और टी20 मैच काफी तेज होते हैं. ऐसे में ऐसे व्यक्ति (धोनी) से अहम मौकों पर सलाह लेना, जिसने इस स्तर के क्रिकेट की टीम की काफी लंबे समय तक कप्तानी की हो, कोई बुरा विचार नहीं है.’ विराट ने खुलासा किया कि वह धोनी और आशीष नेहरा ही थे जिन्होंने गेंद जसप्रीत बुमराह को देने की सलाह दी थी जिन्होंने आखिरी के विकेट लेकर मैच खत्म कर दिया.
विराट के अनुसार, ‘चहल के तुरंत बाद बुमराह को गेंदबाजी के लिये लाने से पहले मैं हार्दिक पांड्या को एक ओवर देने के बारे में सोच रहा था, लेकिन धोनी और नेहरा ने सुझाव दिया कि 19वें ओवर तक इंतजार मत करो, बल्कि मुख्य गेंदबाजों को लगाओ. कोहली ने कहा, ‘हालांकि मैं कप्तानी में नया नहीं हूं, लेकिन छोटे प्रारूपों में अगुवाई के लिए जिस तरह के कौशल की जरूरत होती है, उसे समझने में संतुलन होना चाहिए. इस लिहाज से धोनी इसमें काफी मददगार रहे हैं.’उन्होंने कहा कि भारतीय टीम ने काफी तेज प्रगति की है, जिसमें काफी युवा खिलाड़ी मौजूद हैं. स्पिनर युजवेंद्र चहल के मध्य ओवरों में विकेट चटकाने से उनके लिये काम आसान हो गया..
टेस्ट, वनडे और टी20 सीरीज जीतना बेहद अच्छी बात
कोहली ने कहा, ‘हमें वैसे ही परिणाम मिले, जैसे हम चाहते थे. निश्चित रूप से तीनों सीरीज में जीतकर काफी अच्छा महसूस हो रहा है, सचमुच अब काफी अच्छा है क्योंकि हम अब शीर्ष स्तर की टीम के खिलाफ खेलेंगे. हम समझते हैं कि यह जानते हुए कि हमारी टीम में इतने अनुभवी खिलाड़ी मौजूद नहीं हैं, उसके बावजूद सभी तीनों सीरीज में अव्वल आने के बाद अच्छा लगता है.’टीम इंडिया के कप्तान ने कहा, ‘टेस्ट टीम भी उतनी ही अच्छी है. वनडे में भी हमारे पास तीन-चार अनुभवी खिलाड़ी हैं, लेकिन बाकी सारे खिलाड़ी जिन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है, सभी युवा हैं. जो मुझे लगता है कि भारतीय क्रिकेट के लिये काफी मनोबल बढ़ाने वाला है.’ कोहली ने कहा कि सभी तीनों सीरीज जीतने की सबसे अच्छी बात यह है कि ‘युवा खिलाड़ी व्यक्तिगत प्रदर्शन के बजाय टीम के लिये मैच जीतने के लिये भूखे थे.’
..तो बेंगलुरू में कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता था
कोहली ने कहा, ‘अगर हमें मध्य के ओवरों में विकेट नहीं मिलते तो बेंगलुरू में कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. कोई भी स्कोर ज्यादा बड़ा नहीं लगता और दुनिया का कोई भी बल्लेबाजी लाइनअप अंत में फटाफट रन जुटाता है. इसलिये इस मैच में हमारे लिये अहम चीज मध्य के ओवरों में विकेट हासिल करना रही और चहल ने ये विकेट हासिल कर काफी अच्छा काम किया.’ उन्होंने यह भी कहा कि इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम के आउट होने का आईपीएल नीलामी में इंग्लैंड के खिलाड़ियों के चुने जाने पर कोई असर नहीं होगा. मेहमान टीम ने जल्दी-जल्दी आठ विकेट गंवा दिये थे और मैच में बुरी तरह हार गई थी. कोहली ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि इस प्रदर्शन से किसी के भी आईपीएल में चुने जाने के मौके पर कोई प्रभाव पड़ेगा. यह निर्भर करता है कि कौन सी टीम किसे चाहती है जो उनकी टीम को बेहतर संतुलन प्रदान करे.’ (एजेंसी से भी इनपुट)
टीम इंडिया ने बुधवार की रात तीसरे और अंतिम टी20 में 75 रन के अंतर से जीत दर्ज करने के बाद टी20 सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली. इससे पहले विराट ब्रिगेड ने टेस्ट और वनडे सीरीज पर भी कब्जा जमाया था. मैच के बाद कोहली ने कहा, ‘हालांकि मैं टेस्ट की कप्तानी कर रहा था लेकिन वनडे और टी20 मैच काफी तेज होते हैं. ऐसे में ऐसे व्यक्ति (धोनी) से अहम मौकों पर सलाह लेना, जिसने इस स्तर के क्रिकेट की टीम की काफी लंबे समय तक कप्तानी की हो, कोई बुरा विचार नहीं है.’ विराट ने खुलासा किया कि वह धोनी और आशीष नेहरा ही थे जिन्होंने गेंद जसप्रीत बुमराह को देने की सलाह दी थी जिन्होंने आखिरी के विकेट लेकर मैच खत्म कर दिया.
विराट के अनुसार, ‘चहल के तुरंत बाद बुमराह को गेंदबाजी के लिये लाने से पहले मैं हार्दिक पांड्या को एक ओवर देने के बारे में सोच रहा था, लेकिन धोनी और नेहरा ने सुझाव दिया कि 19वें ओवर तक इंतजार मत करो, बल्कि मुख्य गेंदबाजों को लगाओ. कोहली ने कहा, ‘हालांकि मैं कप्तानी में नया नहीं हूं, लेकिन छोटे प्रारूपों में अगुवाई के लिए जिस तरह के कौशल की जरूरत होती है, उसे समझने में संतुलन होना चाहिए. इस लिहाज से धोनी इसमें काफी मददगार रहे हैं.’उन्होंने कहा कि भारतीय टीम ने काफी तेज प्रगति की है, जिसमें काफी युवा खिलाड़ी मौजूद हैं. स्पिनर युजवेंद्र चहल के मध्य ओवरों में विकेट चटकाने से उनके लिये काम आसान हो गया..
टेस्ट, वनडे और टी20 सीरीज जीतना बेहद अच्छी बात
कोहली ने कहा, ‘हमें वैसे ही परिणाम मिले, जैसे हम चाहते थे. निश्चित रूप से तीनों सीरीज में जीतकर काफी अच्छा महसूस हो रहा है, सचमुच अब काफी अच्छा है क्योंकि हम अब शीर्ष स्तर की टीम के खिलाफ खेलेंगे. हम समझते हैं कि यह जानते हुए कि हमारी टीम में इतने अनुभवी खिलाड़ी मौजूद नहीं हैं, उसके बावजूद सभी तीनों सीरीज में अव्वल आने के बाद अच्छा लगता है.’टीम इंडिया के कप्तान ने कहा, ‘टेस्ट टीम भी उतनी ही अच्छी है. वनडे में भी हमारे पास तीन-चार अनुभवी खिलाड़ी हैं, लेकिन बाकी सारे खिलाड़ी जिन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है, सभी युवा हैं. जो मुझे लगता है कि भारतीय क्रिकेट के लिये काफी मनोबल बढ़ाने वाला है.’ कोहली ने कहा कि सभी तीनों सीरीज जीतने की सबसे अच्छी बात यह है कि ‘युवा खिलाड़ी व्यक्तिगत प्रदर्शन के बजाय टीम के लिये मैच जीतने के लिये भूखे थे.’
..तो बेंगलुरू में कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता था
कोहली ने कहा, ‘अगर हमें मध्य के ओवरों में विकेट नहीं मिलते तो बेंगलुरू में कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. कोई भी स्कोर ज्यादा बड़ा नहीं लगता और दुनिया का कोई भी बल्लेबाजी लाइनअप अंत में फटाफट रन जुटाता है. इसलिये इस मैच में हमारे लिये अहम चीज मध्य के ओवरों में विकेट हासिल करना रही और चहल ने ये विकेट हासिल कर काफी अच्छा काम किया.’ उन्होंने यह भी कहा कि इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम के आउट होने का आईपीएल नीलामी में इंग्लैंड के खिलाड़ियों के चुने जाने पर कोई असर नहीं होगा. मेहमान टीम ने जल्दी-जल्दी आठ विकेट गंवा दिये थे और मैच में बुरी तरह हार गई थी. कोहली ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि इस प्रदर्शन से किसी के भी आईपीएल में चुने जाने के मौके पर कोई प्रभाव पड़ेगा. यह निर्भर करता है कि कौन सी टीम किसे चाहती है जो उनकी टीम को बेहतर संतुलन प्रदान करे.’ (एजेंसी से भी इनपुट)
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