पिछली बार आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में धवन ने 363 रन बनाए थे (फाइल फोटो)
मुंबई:
टीम इंडिया से बाहर चल रहे बाएं हाथ के ओपनर शिखर धवन इंग्लैंड में जून में होने वाली आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी से पहले होने वाले कुछ घरेलू टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर राष्ट्रीय टीम में फिर जगह बनाना चाहते हैं. आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी-2013 में धवन ने बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सर्वाधिक रन बनाए थे और गोल्डन बैट का पुरस्कार जीता था. अपने इस पुरस्कार को उस समय उन्होंने उत्तराखंड में बाढ़ में जान गंवाने वाले लोगों को समर्पित किया. साथी प्लेयर्स के बीच 'गब्बर' के नाम से लोकप्रि धवन ने टूर्नामेंट के पांच मैचों में 90.75 की औसत से सर्वाधिक 363 रन बनाए थे.
धवन ने यहां कहा, ‘निश्चित रूप से मैं टीम इंडिया में स्थान बनाना चाहता हूं इसके लिये मेरे पास दो से तीन महीने हैं और तीन से चार टूर्नामेंट हैं. मैं बेहतर करूंगा. मुझे लगता है कि अगर मैं इन टूर्नामेंट में अच्छा करूंगा तो मेरे लिए टीम में जगह बनाने का अच्छा मौका होगा.’ दिल्ली के 31 वर्षीय इस बल्लेबाज को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम वनडे की टीम में नहीं चुना गया था, उन्होंने पहले दो मैचों में 1 और 11 रन बनाए थे. इस प्रारूप में उनका 76 मैचों में औसत 43 के करीब है. वह मार्च 2016 में मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय की टीम में भी जगह नहीं बना सके हैं और न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में अच्छा नहीं करने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भी उनकी अनदेखी की गई थी. शिखर धवन ने कहा, ‘सारे टूर्नामेंट मेरे लिये अहम हैं. अगर मुझे वापसी करनी है तो सीधी सी बात है कि बल्ले से अच्छा प्रदर्शन करना होगा. मुझे काफी रन जुटाने होंगे और यह मेरे लिये और फायदेमंद रहेगा जिससे मेरा दावा मजबूत होगा. ’
गौरतलब है कि आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी-2013 में धवन ने बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सर्वाधिक रन बनाए थे और गोल्डन बैट का पुरस्कार जीता था. अपने इस पुरस्कार को उस समय उन्होंने उत्तराखंड में बाढ़ में जान गंवाने वाले लोगों को समर्पित किया. धवन ने टूर्नामेंट के पांच मैचों में 90.75 की औसत से सर्वाधिक 363 रन बनाए थे.
धवन ने यहां कहा, ‘निश्चित रूप से मैं टीम इंडिया में स्थान बनाना चाहता हूं इसके लिये मेरे पास दो से तीन महीने हैं और तीन से चार टूर्नामेंट हैं. मैं बेहतर करूंगा. मुझे लगता है कि अगर मैं इन टूर्नामेंट में अच्छा करूंगा तो मेरे लिए टीम में जगह बनाने का अच्छा मौका होगा.’ दिल्ली के 31 वर्षीय इस बल्लेबाज को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम वनडे की टीम में नहीं चुना गया था, उन्होंने पहले दो मैचों में 1 और 11 रन बनाए थे. इस प्रारूप में उनका 76 मैचों में औसत 43 के करीब है. वह मार्च 2016 में मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय की टीम में भी जगह नहीं बना सके हैं और न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में अच्छा नहीं करने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भी उनकी अनदेखी की गई थी. शिखर धवन ने कहा, ‘सारे टूर्नामेंट मेरे लिये अहम हैं. अगर मुझे वापसी करनी है तो सीधी सी बात है कि बल्ले से अच्छा प्रदर्शन करना होगा. मुझे काफी रन जुटाने होंगे और यह मेरे लिये और फायदेमंद रहेगा जिससे मेरा दावा मजबूत होगा. ’
गौरतलब है कि आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी-2013 में धवन ने बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सर्वाधिक रन बनाए थे और गोल्डन बैट का पुरस्कार जीता था. अपने इस पुरस्कार को उस समय उन्होंने उत्तराखंड में बाढ़ में जान गंवाने वाले लोगों को समर्पित किया. धवन ने टूर्नामेंट के पांच मैचों में 90.75 की औसत से सर्वाधिक 363 रन बनाए थे.
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