रवींद्र जडेजा (फाइल फोटोे)
धर्मशाला:
भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी रवींद्र जडेजा ने सोमवार को हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ (एचपीसीए) स्टेडियम में चल रहे चौथे टेस्ट के दौरान आस्ट्रेलिया के विकेटकीपर मैथ्यू वेड से कहा कि मैच हारने के बाद वह उनके यहां भोजन करने आ सकते हैं. चौथे टेस्ट के तीसरे दिन सोमवार को आस्ट्रेलियाई पारी के दौरान वेड बल्लेबाजी कर रहे थे, जब दोनों खिलाड़ियों के बीच तू-तू मैं-मैं हो गई. आस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 137 रनों पर ढेर हो गई, जिसमें वेड 25 रन बनाकर अंत तक नाबाद रहे. जीत के लिए चौथी पारी में 106 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने बिना कोई विकेट गंवाए 19 रन बना लिए हैं और उसे अभी 87 रनों की और दरकार है.
इससे पहले, भारतीय टीम ने जडेजा के 63 रनों की बदौलत अपनी पारी में 332 रन बनाकर आस्ट्रेलिया पर पहली पारी के आधार पर 32 रनों की बढ़त हासिल की. जडेजा ने रिद्धिमान साहा के साथ सातवें विकेट के लिए 96 रनों की बेहद अहम साझेदारी की. तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद जडेजा ने कहा, "हम सभी को पता है कि क्या हुआ था. मैंने बस उससे कहा कि जब मैच हार जाओ और फुर्सत में हो जाओ तो हम साथ में रात्रिभोज करेंगे."
जडेजा ने आस्ट्रेलिया की दूसरी पारी ढहाने में भी अहम भूमिका निभाई और तीन विकेट चटकाए. इस पर उन्होंने कहा, "मुझे एक जिम्मेदार खिलाड़ी समझा जाता है, यह बहुत अच्छा अहसास है. व्यक्तिगत तौर पर यह बहुत अच्छा लगता है. यह मेरी उपलब्धि है, जो मैन ऑफ द मैच या मैन ऑफ सीरीज से बड़ी है. टीम के लिए किमती खिलाड़ी होना अच्छा अहसास देता है."
इससे पहले सोमवार को धर्मशाला टेस्ट में विपरीत परिस्थितियों में शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन कर आलोचकों के मुंह एक हद तक बंद करने की कोशिश की. जडेजा ने धर्मशाला टेस्ट की पहली पारी में ऐसे वक्त पर 63 रन की पारी खेली जब टीम इंडिया को इसकी सख्त जरूरत थी. जडेजा की इस पारी को उनकी अब तक की सर्वश्रेष्ठ पारी माना जा सकता है.
दरअसल इस पारी ने टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी के आधार पर बढ़त दिलाने में अहम योगदान दिया. यह भी ध्यान रखने लायक है कि यह पारी धर्मशाला के तेज गेंदबाजों (कुछ हद तक स्पिनरों के लिए भी) के मददगार विकेट पर खेली गई. गौरतलब है कि जडेजा घरेलू क्रिकेट में तीन तिहरे शतक बना चुके हैं लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में अभी तक एक भी शतक उनके नाम नहीं है. टेस्ट में सात (धर्मशाला की पारी को मिलाकर) और वनडे में 10 अर्धशतक जरूर उनके नाम पर दर्ज है.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
इससे पहले, भारतीय टीम ने जडेजा के 63 रनों की बदौलत अपनी पारी में 332 रन बनाकर आस्ट्रेलिया पर पहली पारी के आधार पर 32 रनों की बढ़त हासिल की. जडेजा ने रिद्धिमान साहा के साथ सातवें विकेट के लिए 96 रनों की बेहद अहम साझेदारी की. तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद जडेजा ने कहा, "हम सभी को पता है कि क्या हुआ था. मैंने बस उससे कहा कि जब मैच हार जाओ और फुर्सत में हो जाओ तो हम साथ में रात्रिभोज करेंगे."
जडेजा ने आस्ट्रेलिया की दूसरी पारी ढहाने में भी अहम भूमिका निभाई और तीन विकेट चटकाए. इस पर उन्होंने कहा, "मुझे एक जिम्मेदार खिलाड़ी समझा जाता है, यह बहुत अच्छा अहसास है. व्यक्तिगत तौर पर यह बहुत अच्छा लगता है. यह मेरी उपलब्धि है, जो मैन ऑफ द मैच या मैन ऑफ सीरीज से बड़ी है. टीम के लिए किमती खिलाड़ी होना अच्छा अहसास देता है."
इससे पहले सोमवार को धर्मशाला टेस्ट में विपरीत परिस्थितियों में शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन कर आलोचकों के मुंह एक हद तक बंद करने की कोशिश की. जडेजा ने धर्मशाला टेस्ट की पहली पारी में ऐसे वक्त पर 63 रन की पारी खेली जब टीम इंडिया को इसकी सख्त जरूरत थी. जडेजा की इस पारी को उनकी अब तक की सर्वश्रेष्ठ पारी माना जा सकता है.
दरअसल इस पारी ने टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी के आधार पर बढ़त दिलाने में अहम योगदान दिया. यह भी ध्यान रखने लायक है कि यह पारी धर्मशाला के तेज गेंदबाजों (कुछ हद तक स्पिनरों के लिए भी) के मददगार विकेट पर खेली गई. गौरतलब है कि जडेजा घरेलू क्रिकेट में तीन तिहरे शतक बना चुके हैं लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में अभी तक एक भी शतक उनके नाम नहीं है. टेस्ट में सात (धर्मशाला की पारी को मिलाकर) और वनडे में 10 अर्धशतक जरूर उनके नाम पर दर्ज है.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
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