
ऑस्ट्रेलिया टीम के खिलाफ उसी के मैदान पर विराट कोहली के प्रदर्शन से सौरव गांगुली प्रभावित हैं (फाइल फोटो)
पुणे टेस्ट में विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम इंडिया को मिली 333 रन की करारी हार चौंकाने वाली थी. आखिर क्यों न हो, भारत दौरे पर आई ऑस्ट्रेलिया टीम के खिलाफ टीम इंडिया को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. पुणे की इस हार के साथ ही टीम इंडिया का लगातार 19 मैच में अपराजेय रहने का रिकॉर्ड भी टूट गया है. बेहद मजबूत मानी जाने वाली भारतीय बल्लेबाजी की नाकामी के कारण पुणे में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा. मजे की बात यह है कि भारतीय बल्लेबाजों ने मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड जैसे ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों के बजाय गुमनाम से स्पिन गेंदबाज स्टीव ओकीफी के खिलाफ समर्पण किया. वैसे पुणे की हार के बाद भी देश के दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी विराट कोहली के पक्ष में मजबूती से खड़े हुए हैं.
पहला टेस्ट हारने के बाद भारतीय टीम के लिए बेंगलुरू में होने वाले दूसरे टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करना बेहद जरूरी हो गया है. भारतीय टीम को अगर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी फिर से हासिल करनी है तो दूसरे टेस्ट में हार से बचना होगा. घरेलू मैदान में 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 2-0 से हराया था और यह ट्रॉफी फिलहाल ऑस्ट्रेलिया के ही पास है. बल्लेबाजी के लिहाज से टीम इंडिया के प्रदर्शन का दारोमदार बहुत कुछ कप्तान विराट कोहली पर होगा. कोहली पुणे टेस्ट की दोनों पारियों में भले ही चल नहीं पाए हों, लेकिन इस नाकामी ने उन्हें निश्चित रूप से आगे के मैचों में बेहतर करने के लिए प्रेरित किया होगा. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बाद सौरव गांगुली ने भी 4 मार्च से प्रारंभ हो रहे दूसरे टेस्ट के लिए विराट और उनकी टीम का समर्थन किया है. गांगुली ने 'इंडिया टुडे' से बातचीत में कहा, 'आखिरकार कोहली भी इंसान हैं और एक न एक दिन उन्हें नाकाम होना ही था. पुणे में वे दोनों पारियों में फ्लॉप रहा.मुझे लगता है कि उन्होंने पहली पारी में ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद पर लूज शॉट खेला.'
इस दौरान गांगुली ने तेंदुलकर के साथ विराट के प्रदर्शन की तुलना भी की. सचिन के बारे में यह कहा जाता था कि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ देते थे. गांगुली ने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में ही एक के बाद एक चार टेस्ट शतक देखना..मैंने सचिन को भी ऐसा करते हुए नहीं देखा.' दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया अपनी एकादश में कुछ बदलाव कर सकती है. सीराज का तीसरा टेस्ट रांची और चौथा धर्मशाला में खेला जाएगा.
पहला टेस्ट हारने के बाद भारतीय टीम के लिए बेंगलुरू में होने वाले दूसरे टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करना बेहद जरूरी हो गया है. भारतीय टीम को अगर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी फिर से हासिल करनी है तो दूसरे टेस्ट में हार से बचना होगा. घरेलू मैदान में 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 2-0 से हराया था और यह ट्रॉफी फिलहाल ऑस्ट्रेलिया के ही पास है. बल्लेबाजी के लिहाज से टीम इंडिया के प्रदर्शन का दारोमदार बहुत कुछ कप्तान विराट कोहली पर होगा. कोहली पुणे टेस्ट की दोनों पारियों में भले ही चल नहीं पाए हों, लेकिन इस नाकामी ने उन्हें निश्चित रूप से आगे के मैचों में बेहतर करने के लिए प्रेरित किया होगा. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बाद सौरव गांगुली ने भी 4 मार्च से प्रारंभ हो रहे दूसरे टेस्ट के लिए विराट और उनकी टीम का समर्थन किया है. गांगुली ने 'इंडिया टुडे' से बातचीत में कहा, 'आखिरकार कोहली भी इंसान हैं और एक न एक दिन उन्हें नाकाम होना ही था. पुणे में वे दोनों पारियों में फ्लॉप रहा.मुझे लगता है कि उन्होंने पहली पारी में ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद पर लूज शॉट खेला.'
इस दौरान गांगुली ने तेंदुलकर के साथ विराट के प्रदर्शन की तुलना भी की. सचिन के बारे में यह कहा जाता था कि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ देते थे. गांगुली ने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में ही एक के बाद एक चार टेस्ट शतक देखना..मैंने सचिन को भी ऐसा करते हुए नहीं देखा.' दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया अपनी एकादश में कुछ बदलाव कर सकती है. सीराज का तीसरा टेस्ट रांची और चौथा धर्मशाला में खेला जाएगा.
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