- पर्थ में खेले गए पहले एशेज टेस्ट में इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बड़ी हार का सामना करना पड़ा था
- इयान बॉथम ने इंग्लैंड के प्रदर्शन को बेहद निराशाजनक बताया और खेल शैली में बदलाव की आवश्यकता जताई
- इंग्लैंड की टीम ने दोनों पारियों में कुल 336 रन बनाए जबकि ऑस्ट्रेलिया ने 205 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल किया
Ian Botham Angry on England Test Style vs AUS in Ashes 2025: पर्थ में खेले गए एशेज सीरीज के पहले टेस्ट में इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया के सामने बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर इयान बॉथम ने पर्थ में अपनी टीम के प्रदर्शन को बेहद निराशाजनक बताया. बॉथम ने कहा कि इंग्लैंड को खेल का तरीका बदलना होगा. बॉथम ने पीए न्यूज एजेंसी से कहा, "पर्थ में इंग्लैंड का प्रदर्शन बहुत बुरा था, इसके लिए कोई और शब्द नहीं है. टीम को जल्दी जोश में आना होगा. मैं यह सुनते-सुनते थक गया हूं, 'हम ऐसे ही खेलते हैं.' अगर मैंने यह एक बार और सुना, तो मुझे लगता है कि मैं टेलीविजन पर कुछ फेंक दूंगा. अगर आप ऐसे ही खेलते हैं, तो अभी घर जा सकते हैं, क्योंकि इस तरह परिणाम 5-0 हो सकता है."
उन्होंने कहा, "शायद उन्हें मेरा यह कहना पसंद न आए, लेकिन उन्हें इसे समझने की ज़रूरत है. इंग्लैंड की जर्सी पहनना गर्व की बात होती है. आपको गंभीरता से खेलना होगा. बैजबॉल मोड से बाहर आना होगा." पर्थ टेस्ट दो दिन में समाप्त हो गया. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला करने वाली इंग्लैंड टीम दोनों पारियों को मिलाकर सिर्फ 67.3 ओवर खेल सकी.
इंग्लैंड पहली पारी में 172 और दूसरी पारी में 164 रन पर सिमट गई. ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 132 रन पर सिमट गई, लेकिन 205 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की तरफ से ट्रेविस हेड ने 69 गेंद पर शतक लगाते हुए 83 गेंद पर 123 रन की पारी खेल टीम को 8 विकेट से जीत दिला दी. लाबुशेन 51 रन बनाकर नाबाद रहे. ऑस्ट्रेलिया ने सिर्फ 28.2 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया.
ब्रैंडन मैक्कुलम के कोच बनने और बेन स्टोक्स के कप्तान बनने के बाद इंग्लैंड ने टेस्ट क्रिकेट को तेजी से रन बनाने की शैली के साथ खेलना शुरू किया है. इसे उन्होंने बैजबॉल नाम दिया है. इंग्लैंड ने इस शैली से टेस्ट मैचों में जीत हासिल जरूर की है, लेकिन बड़ी सफलता उसे हाथ नहीं लगी है. पिछले 3 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में इंग्लैंड ने एक भी नहीं खेला है.