
- बरेली के बाद बिहार के वैशाली जिले के हाजीपुर तक पहुंचा 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर विवाद
- मंगली अखाड़ा मोहल्ले के करीब तीस घरों में विवादित भाषा वाले पोस्टर लगाए
- पुलिस ने वक्त रहते स्थिति संभालते हुए एक युवक को गिरफ्तार कर लिया
यूपी के बरेली के बाद अब आई लव मोहम्मद पोस्टर विवादर अब बिहार के वैशाली जिले के हाजीपुर तक पहुंच गया है. हालांकि गनीमत ये रही कि हाजीपुर में स्थिति ने हिंसक रूप नहीं लिया, लेकिन तनाव की आशंका को देखते हुए पुलिस ने समय रहते दखलअंदाजी कर एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल इलाके में एहतियातन पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. हाजीपुर के जढूआ स्थित मंगली अखाड़ा मोहल्ले में करीब 25 से 30 घरों, जिनमें हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं पर "आई लव मोहम्मद" पोस्टर लगाए गए.

वक्त रहते पुलिस ने संभाली स्थिति
इनमें एक मदरसा और कुछ निजी घर भी शामिल हैं. पोस्टर लगाए जाने के बाद हिंदू समुदाय के लोगों ने इसका विरोध किया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया. कुछ लोगों के बीच मारपीट की भी खबर है. जैसे ही प्रशासन को मामले की जानकारी मिली, एसडीएम सदर और एसडीपीओ सदर भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया. पुलिस ने मौके से एक युवक को हिरासत में लिया है.
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साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ना था मकसद
एसडीपीओ सुबोध कुमार ने बताया कि मोहल्ले के लगभग 30 घरों पर पोस्टर लगाए गए थे. इस मामले की जांच में यह साफ हो गया कि इन पोस्टरों का मकसद साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ना और अशांति फैलाना था. जिन घरों पर पोस्टर लगाए गए थे, उनसे पूछताछ की जा रही है. इस मामले में पुलिस को कुछ सीसीटीवी फुटेज भी मिले हैं, जिनके आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है. हिरासत में लिए गए युवक से पूछताछ जारी है.

पोस्टर में लिखी थी भड़काऊ भाषा
हिंदू संगठनों ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए पोस्टर लगाने वालों की गिरफ्तारी की मांग की है. गौरतलब है कि इन पोस्टरों में विवादित भाषा का इस्तेमाल किया गया है. एक पोस्टर में लिखा गया है कि "भारत के आतंकवादियों को मैं बता देता हूं कि यह नारा एक आदमी का नहीं है, एक-एक आदमी का है. शाखों से टूट जाएं, वह पत्ते नहीं हैं हम. काफिर से जाकर कह दो औकात में रहे. दायरे में सिमट कर आया है, हर रिवायत से हटकर आया है. दुश्मन आका को खबर कर दो, दो शेर पलट कर आया है." इस तरह की भाषा ने स्थानीय लोगों की भावनाओं को आहत किया है और प्रशासन को सख्त कदम उठाने पर मजबूर किया है.
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