सेल या फिर डिस्काउंट का नाम सुनते ही पब्लिक, वो सामान भी खरीद लेती है, जिसकी उन्हें जरूरत भी न हो. इन डिस्काउंट की वजह से ही दुकानदार पलभर में अपना भरा स्टोक खाली कर अच्छा खासा मुनाफा कमा लेता है. वहीं कई बार तो चालाक दुकानदार नहीं बिक रहे पुराने सामान पर भारी भरकम डिस्काउंट देकर ग्राहकों को चिपका देते हैं, जिसे ग्राहक भी बड़ी खुशी-खुशी खरीद लेते हैं, लेकिन घर आने के बाद उन्हें अपनी गलती का अहसास होता है. दरअसल, एक ऐसा ही मामला इन दिनों सोशल मीडिया पर सुर्खियों में है, जहां ट्रैक्टर को पोर्शे कार बताकर बेच दिया गया. हुई न हैरानी. पढ़ें क्या है पूरा माजरा.
ट्रैक्टर को पोर्शे कार बताकर बेचा (China sells fake Porsche)
ये मामला चीन का बताया जा रहा है, जहां ट्रैक्टर को पोर्शे कार बताकर बेच दिया गया है. चाइना के सामान को लेकर एक मशहूर कहावत तो आपने सुनी ही होगी, 'चले तो चांद तक वरना शाम तक'. चीन में चीजों से लेकर खाने-पीने तक का सामान तक मिलावटी और नकली होता है, जिससे ज्यादातर लोग परिचित ही होंगे. चीन अपने नकली सामान को असली बताकर लोगों को अच्छे से चूना लगाना जानता है. यही वजह है कि, ज्यादातर लोगों ने चाइनीज सामान से दूरी बना ली है. हाल ही में चीन के एक ऐसे ही मामले ने इंटरनेट पर लोगों को हैरत में डाल दिया है, जिसके बारे में जानने के बाद लोग कह रहे हैं, ऐसा कौन करता है भाई.
यहां देखें पोस्ट
Chinese buyers swindled into paying US$3,200 for fake Porsche full of problems https://t.co/nwB8tuUMJJ
— South China Morning Post (@SCMPNews) December 22, 2023
ये है पूरा मामला (Porsche trolled for China ad blunder)
यूं तो लग्जरी पोर्शे कार की कीमत चीन में 1.7 लाख डॉलर से 2.23 लाख डॉलर है, लेकिन चीन के हेनान प्रांत में एक कंपनी ने अपनी कार का अजीबोगरीब एड कर इसे महज 3 हजार दो सौ डॉलर में बेचने का ऑफर दे डाला, जिसके बाद तो जैसे पब्लिक ऑफर का फायदा उठाने के लिए एक अलग ही जोन में चली गई. कंपनी ने बिल्कुल पोर्शे कार की तरह दिखने वाली अपनी कार को सस्ते दाम में बेचा दिया, लेकिन जब कार को अपना बनाकर लोगों ने उसे चलाना शुरू किया, तो हक्के-बक्के रह गए. दरअसल, हैंडब्रेक खींचने के बाद भी कार लॉक नहीं हो रही थी. यही नहीं कार की तेल की टंकी तो इतनी ज्यादा छोटी थी कि, चाहकर भी उसे 40 किलोमीटर तक नहीं चलाया जा सकता. कुछ लोगों पर मुसीबतों का पहाड़ तो तब टूटा जब पुलिस ने उनकी नई नवेली गाड़ी जब्त कर ली. पुलिस का कहना था कि, कार पर जो नंबर प्लेट लगी है, वो अवैध है.
स्टिंग ऑपरेशन के बाद राज पर से उठा पर्दा (My car is like a tractor)
पुलिस की कार्रवाई के बाद, जब लोगों ने अपना दुखड़ा सुनाया तो पुलिस ने खोजबीन शुरू की, जिसके बाद कंपनी के एक कर्मचारी का स्टिंग ऑपरेशन सामने आया. खुलासा हुआ कि कंपनी हर दिन 30 से 50 कारें बेच रही है. वहीं कंपनी की बड़ी फैक्ट्रियां हर रोज लगभग 100 कार बेच रही है. इस स्टिंग ऑपरेशन से इस राज पर से पर्दा उठा कि, नकली कंपनी टेस्ला और लैंड रोवर का नकली मॉडल बाजार में उतारने की तैयारी में है.
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