लंदन:
एक 65 साल की दादी और उनका पीछा करता एक मधुमक्खी का झुंड - यह मामला इंग्लैंड का है जहां मधुमक्खी एक बड़े झुंड ने पूरे 24 घंटे तक एक बुज़ुर्ग महिला का पीछा नहीं छोड़ा। कैरल होवार्थ नाम की यह महिला तब चकित रह गईं जब करीब 20 हज़ार मधुमक्खियां उनकी कार के पीछे के हिस्से पर चिपककर उनके घर तक पहुंच गई। दरअसल होवार्थ ने वेस्ट वेल्स के एक इलाके में अपनी गाड़ी पार्क करके शॉपिंग के लिए गईं थीं तभी उनकी कार के पीछे मधुमक्खियों ने डेरा जमा लिया।
मधुमक्खियों का ख्याल रखने वाली एक टीम, राष्ट्रीय पार्क रेंजर और कुछ लोगों ने मिलकर इस झुंठ को एक बक्से में डाला। एक राष्ट्रीय पार्क के रेंजर टोम मोसेस ने महिला की कार के पीछे इन मधुमक्खियों को देखा और कहा 'मैंने पहले भी मक्खियों को किसी चीज़ पर बैठे देखा है लेकिन इतना बड़ा झुंड पहले कभी नहीं देखा था।' बुज़ुर्ग महिला के घर जाने से पहले मधुमक्खियों को उसकी कार पर से हटा दिया गया लेकिन सोमवार सुबह उन्होंने देखा कि यह झुंड एक बार फिर उनकी कार के पीछे जा चिपका है।
रानी हो सकती है वजह
इस बार इस तरह की झुंड की देखरेख करने वालों से संपर्क किया गया जिन्होंने आखिरकार इन्हें कार के पीछे से हटा दिया। होवार्थ कहती हैं - हो सकता है कि मधुमक्खी की रानी मेरी कार में फंस गई हो और यह झुंड उसकी का पीछा करते करते यहां तक आ गया हो।' हालांकि जानकारों को महिला की कार से रानी नहीं मिली लेकिन ऐसा माना जाता है कि साल के इस वक्त अक्सर मधुमक्खियां झुंड के रूप में अपनी रानी का पीछा करते करते आ जाती हैं। होवार्थ ने यह भी संभावना जताई कि शायद इस झुंड को उनकी कार की गर्माहट पसंद आ गई हो।
रेंजर मोसेस का कहना है कि अक्सर रानी मधुमक्खी जब छत्ते की जगह बदलने का फैसला करती है तो पूरा झुंड उसके पीछे चल पड़ता है। और रानी तभी छत्ते को बदलती है जब उसे कोई छेड़ता है, काफी हद तक इंसान ही यह काम करते हैं। वैसे नई रानी का आगमन भी कई बार पुरानी रानी को ऐसा कदम उठाने के लिए मजबूर कर देता है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
मधुमक्खियों का ख्याल रखने वाली एक टीम, राष्ट्रीय पार्क रेंजर और कुछ लोगों ने मिलकर इस झुंठ को एक बक्से में डाला। एक राष्ट्रीय पार्क के रेंजर टोम मोसेस ने महिला की कार के पीछे इन मधुमक्खियों को देखा और कहा 'मैंने पहले भी मक्खियों को किसी चीज़ पर बैठे देखा है लेकिन इतना बड़ा झुंड पहले कभी नहीं देखा था।' बुज़ुर्ग महिला के घर जाने से पहले मधुमक्खियों को उसकी कार पर से हटा दिया गया लेकिन सोमवार सुबह उन्होंने देखा कि यह झुंड एक बार फिर उनकी कार के पीछे जा चिपका है।
रानी हो सकती है वजह
इस बार इस तरह की झुंड की देखरेख करने वालों से संपर्क किया गया जिन्होंने आखिरकार इन्हें कार के पीछे से हटा दिया। होवार्थ कहती हैं - हो सकता है कि मधुमक्खी की रानी मेरी कार में फंस गई हो और यह झुंड उसकी का पीछा करते करते यहां तक आ गया हो।' हालांकि जानकारों को महिला की कार से रानी नहीं मिली लेकिन ऐसा माना जाता है कि साल के इस वक्त अक्सर मधुमक्खियां झुंड के रूप में अपनी रानी का पीछा करते करते आ जाती हैं। होवार्थ ने यह भी संभावना जताई कि शायद इस झुंड को उनकी कार की गर्माहट पसंद आ गई हो।
रेंजर मोसेस का कहना है कि अक्सर रानी मधुमक्खी जब छत्ते की जगह बदलने का फैसला करती है तो पूरा झुंड उसके पीछे चल पड़ता है। और रानी तभी छत्ते को बदलती है जब उसे कोई छेड़ता है, काफी हद तक इंसान ही यह काम करते हैं। वैसे नई रानी का आगमन भी कई बार पुरानी रानी को ऐसा कदम उठाने के लिए मजबूर कर देता है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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