सांकेतिक तस्वीर
काठमांडू:
माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई के दौरान दो भारतीय पर्वतरोही लापता हो गए और ठंड से एक भारतीय महिला सहित करीब 40 पर्वतारोहियों के हाथ पैर सुन्न पड़ गए। दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी पर इस मौसम में 400 पर्वतारोहियों ने सफलतापूर्वक चढ़ाई की है।
अधिकारियों ने बताया कि परेश नाथ और गौतम घोष शनिवार से लापता हैं। उन्हें आखिरी बार एवरेस्ट शिविर के पास देखा गया था। नेपाल के पर्यटन मंत्रालय के पर्वतारोहण विभाग के एक अधिकारी ज्ञानेंद्र श्रेष्ठ ने कहा कि दोनों लापता भारतीय पर्वतारोहियों का पता लगाने के लिए अभियान शुरू किया गया है। इससे पहले लापता हुए चार भारतीय पर्वतारोहियों में से दो का रविवार को पता लगा लिया गया।
इसी बीच साउथ कोल शिविर में ठंड से सुन्न पड़ी सीमा गोस्वामी नाम की भारतीय महिला पर्वतारोही चल फिर नहीं पा रहीं। ठंड से उनके हाथ पैर शिथिल पड़ गए हैं। कई शेरपा गाइड करीब 8,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सबसे उंचे शिविर से सीमा को शिविर संख्या दो में लेकर आए जो 6,400 मीटर की दूरी पर स्थित है। उनकी हालत स्थिर होने के साथ उन्हें हेलीकॉप्टर से लाने की कोशिश की गई।
400 पर्वतारोहियों ने की एवरेस्ट की सफलतापूर्वक चढ़ाई
11 मई के बाद से करीब 400 पर्वतारोहियों ने 8,850 मीटर ऊंचे एवरेस्ट पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की है। अधिकारी ने कहा कि शिखर पर पहुंचने की कोशिश करते समय या उतरते समय शिविर संख्या तीन और चार में 35-40 पर्वतारोहियों के हाथ पैर ठंड से सुन्न पड़ गए।
पिछले दो दिनों में नीदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया के एक-एक पर्वतारोही की माउंट एवरेस्ट पर पहुंचने के बाद ऊंचाई पर होने वाली स्वास्थ्य तकलीफों से मौत हो गई। कुछ दिन पहले नेपाल के धौलागिरी पर्वत चोटी से उतरते समय बीमार पड़ने से एक भारतीय पर्वतारोही की मौत हो गई थी।
श्रेष्ठ ने कहा कि पर्वतों पर मानवीय लापरवाही के कारण ठंड से हाथ पैर सुन्न पड़ जाते हैं। पर्वतारोहियों को इस तरह की स्थिति से बचने के लिए बार-बार अपने हाथ पांव हिलाने चाहिए।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
अधिकारियों ने बताया कि परेश नाथ और गौतम घोष शनिवार से लापता हैं। उन्हें आखिरी बार एवरेस्ट शिविर के पास देखा गया था। नेपाल के पर्यटन मंत्रालय के पर्वतारोहण विभाग के एक अधिकारी ज्ञानेंद्र श्रेष्ठ ने कहा कि दोनों लापता भारतीय पर्वतारोहियों का पता लगाने के लिए अभियान शुरू किया गया है। इससे पहले लापता हुए चार भारतीय पर्वतारोहियों में से दो का रविवार को पता लगा लिया गया।
इसी बीच साउथ कोल शिविर में ठंड से सुन्न पड़ी सीमा गोस्वामी नाम की भारतीय महिला पर्वतारोही चल फिर नहीं पा रहीं। ठंड से उनके हाथ पैर शिथिल पड़ गए हैं। कई शेरपा गाइड करीब 8,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सबसे उंचे शिविर से सीमा को शिविर संख्या दो में लेकर आए जो 6,400 मीटर की दूरी पर स्थित है। उनकी हालत स्थिर होने के साथ उन्हें हेलीकॉप्टर से लाने की कोशिश की गई।
400 पर्वतारोहियों ने की एवरेस्ट की सफलतापूर्वक चढ़ाई
11 मई के बाद से करीब 400 पर्वतारोहियों ने 8,850 मीटर ऊंचे एवरेस्ट पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की है। अधिकारी ने कहा कि शिखर पर पहुंचने की कोशिश करते समय या उतरते समय शिविर संख्या तीन और चार में 35-40 पर्वतारोहियों के हाथ पैर ठंड से सुन्न पड़ गए।
पिछले दो दिनों में नीदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया के एक-एक पर्वतारोही की माउंट एवरेस्ट पर पहुंचने के बाद ऊंचाई पर होने वाली स्वास्थ्य तकलीफों से मौत हो गई। कुछ दिन पहले नेपाल के धौलागिरी पर्वत चोटी से उतरते समय बीमार पड़ने से एक भारतीय पर्वतारोही की मौत हो गई थी।
श्रेष्ठ ने कहा कि पर्वतों पर मानवीय लापरवाही के कारण ठंड से हाथ पैर सुन्न पड़ जाते हैं। पर्वतारोहियों को इस तरह की स्थिति से बचने के लिए बार-बार अपने हाथ पांव हिलाने चाहिए।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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