प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सार्क देशों के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए नेपाल की अपनी चार-दिवसीय यात्रा के दौरान जनकपुर, लुंबिनी और मुक्तिनाथ भी जाएंगे और तीनों प्रमुख तीर्थस्थलों पर नेपाली जनता को संबोधित कर सकते हैं।
नेपाली विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता खगनाथ अधिकारी ने कहा कि मोदी संभवत: 25 नवंबर को सड़क मार्ग से जनकपुर पहुंचेंगे और फिर काठमांडू की उड़ान भरेंगे, जहां वह सार्क देशों की शिखर वार्ता में भाग लेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी तिब्बत सीमा के पास उत्तरी नेपाल के मुस्तांग जिले में स्थित मुक्तिनाथ तक हेलीकॉप्टर से पहुंचेंगे। भारत लौटते समय वह भगवान बुद्ध के जन्मस्थान लुंबिनी जाएंगे, जो नेपाल में भारत की सीमा के नजदीक स्थित है। जनकपुर सीता की जन्मस्थली है और यहां प्रसिद्ध राम-जानकी मंदिर है।
मुक्तिनाथ हिन्दू और बौद्ध तीर्थस्थल है। इस स्थान पर भगवान शिव का मंदिर है और यहां प्रसिद्ध बौद्ध मठ भी है। विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि मोदी इन तीनों तीर्थस्थानों का दर्शन करेंगे। वह इन स्थानों पर जनसभाओं को संबोधित कर सकते हैं। हालांकि उनका विस्तृत यात्रा कार्यक्रम अभी तय नहीं हुआ है।
नेपाल की राजधानी काठमांडू को आगामी सार्क सम्मेलन के लिए नया कलेवर प्रदान किया जा रहा है और यहां सड़कों पर सौर ऊर्जा से संचालित स्ट्रीट लाइट लगाई जा रहीं हैं। यहां सड़क किनारे इमारतों की पुताई की जा रही है।
काठमांडू के बीचोंबीच स्थित 'सिटी हॉल' को नया रूप प्रदान किया जा रहा है, जहां सम्मेलन का मुख्य आयोजन होगा। इस स्थान पर करीब 1,000 लोग एक साथ एकत्रित हो सकते हैं। काठमांडू में रात को गश्त बढ़ाने और संवेदनशील क्षेत्रों में अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात करने के साथ सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सार्क का शिखर सम्मेलन 26-27 नवंबर को आयोजित किया जाएगा।
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