इराकी पीएम हैदर-अल-अबादी (फाइल फोटो)
बगदाद:
भ्रष्टाचार और खराब जनसेवाओं के खिलाफ पूरे देश में विरोध के बाद इराक की सरकार जागी है और कई सुधारों को अमल में लाने का वादा किया है। इनमें प्रशासनिक सुधार भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री हैदर-अल-अबादी ने एक राजाज्ञा जारी कर उप राष्ट्रपति और उप प्रधानमंत्री का पद खत्म करने का फैसला किया। अबादी कैबिनेट ने इस पर सहमति जताई है लेकिन इस पर अभी संसद की मुहर लगना बाकी है। अबादी के इस फैसले के फौरन बाद इराक के उप प्रधानमंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
सरकार ने यह कदम बीते दो हफ्ते से पूरे देश में जारी लोगों के विरोध प्रदर्शन के बाद उठाया है। लोग बिजली कटौती और पानी की खराब गुणवत्ता जैसी बुनियादी समस्याओं से परेशान हैं।
अल-अबादी ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा है कि वह भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करेंगे। सभी वरिष्ठ अफसरों की फिर से तैनाती करेंगे और यह सांप्रदायिक नहीं बल्कि योग्यता के आधार पर होगा। अफसरों, नेताओं की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों की संख्या को भी घटाया जाएगा।
अल-जजीरा के मुताबिक आबादी ने शुक्रवार को एक बैठक में प्रशासनिक और वित्तीय सुधारों पर चर्चा की थी। भ्रष्टाचार से निपटने के तौर तरीकों पर भी बात की गई थी।
प्रधानमंत्री हैदर-अल-अबादी ने एक राजाज्ञा जारी कर उप राष्ट्रपति और उप प्रधानमंत्री का पद खत्म करने का फैसला किया। अबादी कैबिनेट ने इस पर सहमति जताई है लेकिन इस पर अभी संसद की मुहर लगना बाकी है। अबादी के इस फैसले के फौरन बाद इराक के उप प्रधानमंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
सरकार ने यह कदम बीते दो हफ्ते से पूरे देश में जारी लोगों के विरोध प्रदर्शन के बाद उठाया है। लोग बिजली कटौती और पानी की खराब गुणवत्ता जैसी बुनियादी समस्याओं से परेशान हैं।
अल-अबादी ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा है कि वह भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करेंगे। सभी वरिष्ठ अफसरों की फिर से तैनाती करेंगे और यह सांप्रदायिक नहीं बल्कि योग्यता के आधार पर होगा। अफसरों, नेताओं की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों की संख्या को भी घटाया जाएगा।
अल-जजीरा के मुताबिक आबादी ने शुक्रवार को एक बैठक में प्रशासनिक और वित्तीय सुधारों पर चर्चा की थी। भ्रष्टाचार से निपटने के तौर तरीकों पर भी बात की गई थी।
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