कनाडा (Canada) में करोड़ों डॉलर की लूट का गुरुवार को खुलासा हुआ है. इसे कनाडा के इतिहास की सबसे बड़ी लूट कहा जा रहा है, जिसमें सोने, नकदी और हथियारों से जुड़ी आपराधिक सांठगांठ को उजागर कर दिया है. यह कहानी किसी क्राइम थ्रिलर की स्क्रिप्ट की याद दिलाती है. टोरंटो के पियर्सन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुई इस वारदात ने जांचकर्ताओं को करोड़ों डॉलर की पहेली से जूझने पर मजबूर कर दिया. इस लूट के सिलसिले में गिरफ्तार सात लोगों में से भारतीय मूल के दो लोग शामिल हैं.
17 अप्रैल 2023 को हुई इस चौंका देने वाली वारदात में सोने का एक बड़ा भंडार गायब हो गया. एयरपोर्ट परिसर के भीतर एक सुरक्षित जगह से 2.2 करोड़ कनाडाई डॉलर से अधिक मूल्य की सोने की छड़ें और विदेशी मुद्रा को चुरा लिया गया था. इस वारदात को अंजाम देने और कीमती माल तक पहुंच हासिल करने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया.
पिछले साल 17 अप्रैल को एयर कनाडा की उड़ान से कार्गो कंटेनर स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख से पियर्सन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा. इसमें .9999% शुद्ध सोने की 6,600 छड़ें थीं, जिनका वजन 400 किलोग्राम था. साथ ही 25 लाख कनाडाई डॉलर की विदेशी मुद्रा भी थी. कीमती माल को अंतिम गंतव्य तक पहुंचने से पहले एयरपोर्ट परिसर में सुरक्षित रखा गया था.
ट्रक पर कंटेनर लोड कर हो गए फरार
सर्विलांस फुटेज में नजर आता है कि एक ट्रक गोदाम तक गया और उसने सोने की छड़ों और नोटों से भरे कंटेनर को लोड किया, जिसे एक आरोपी चला रहा था और कुछ ही घंटों के भीतर मूल्यवान माल गायब हो गया.
इस वारदात को अंजाम देने की योजना के केंद्र में एयर कनाडा में काम करने वाले व्यक्ति थे, जिन्होंने इस वारदात में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. गिरफ्तार लोगों में परमपाल सिद्धू और सिमरन प्रीत पनेसर सहित एयरपोर्ट के पूर्व और वर्तमान कर्मचारी शामिल थे. वारदात को अंजाम देने के लिए इन लोगों के पास अंदरूनी जानकारी थी.
पुलिस को अगली सुबह माल के गायब होने के बारे में बताया गया और जिसके बाद यह जांच अंतरराष्ट्रीय स्तर तक विस्तृत हो गई. कई महीनों की जांच के बाद एजेंसियों ने महत्वपूर्ण सफलता हासिल की. कई गिरफ्तारियां की गई, वारंट जारी हुए और वारदात से जुड़ी परतें खुलने लगी. जांच के दौरान अपराध में शामिल भारतीय मूल के लोगों सहित अन्य व्यक्तियों के बारे में पता चला.
सोने और अवैध हथियारों के बीच सांठगांठ का खुलासा
यह कहानी चोरी के साथ समाप्त नहीं हुई. बल्कि घटनाओं ने नाटकीय मोड़ लिया और अमेरिकी-कनाडा सीमा के दोनों ओर की पुलिस एकजुट हो गई, जिससे चोरी किए गए सोने और अवैध हथियारों की तस्करी के बीच की सांठगांठ का पता चला. अमेरिका के ब्रैम्पटन के 25 साल के शख्स डुरांटे किंग-मैकलीन की गिरफ्तारी ने एक आपराधिक नेटवर्क का खुलासा किया है, जिससे सोने के चोरों और कनाडा में हथियारों की तस्करी की योजना के बीच संबंधों का खुलासा हुआ.
पुलिस ने ऐसे सबूत जब्त किए हैं, जिनसे पता चलता है कि चोरी किए गए सोने को पिघलाया गया और उसे ज्वैलरी और अन्य रूपों में बदल दिया गया. एक साल की जांच के बाद कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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