रूस यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) के बाद दुनिया भर के कई देशों में गेहूं और बाकी अनाज की सप्लाई कट जाने से अनाज की कीमतें बेतहाशा बढ़ीं थीं.भारत को भी गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाना पड़ा था. इससे पहले कोरोना के कारण दुनिया की सप्लाई चेन पर असर पड़ा था और खाद्य सुरक्षा खतरे में आ गई थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इस सम्मेलन के दौरान कहा कि कि बढ़ती हुई वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच 'आई2यू2 (I2U2)' समूह व्यावहारिक सहयोग का एक अच्छा मॉडल है, जिसकी पहली ही बैठक में एक ‘‘सकारात्मक एजेंडा'' स्थापित कर लिया गया है.
उन्होंने विश्वास जताया कि ‘‘I2U2'' समूह वैश्विक स्तर पर ऊर्जा सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा और आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान करेगा. ‘‘आई2यू2'' समूह की पहली बैठक को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘हमने कई क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाओं की पहचान की है और उनमें आगे बढ़ने का खाका भी बनाया है.''
उन्होंने कहा, ‘‘बढ़ती हुई वैश्विक अनिश्चिताओं के बीच हमारा कोऑपरेटिव फ्रेमवर्क व्यावहारिक सहयोग का एक अच्छा मॉडल भी है. मुझे पूरा विश्वास है कि ‘आई2यू2' से हम वैश्विक स्तर पर ऊर्जा सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा और आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान करेंगे.''
आई2यू2' समूह में भारत, इजराइल, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और अमेरिका शामिल हैं. चारों देशों की पहल के बाद अक्टूबर 2021 में इसका गठन हुआ था.
इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी (Modi) के अलावा अमेरिका (US) के राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) , इजराइल (Israel) के प्रधानमंत्री यायर लापिड, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान ने भी हिस्सा लिया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह स्पष्ट है कि ‘‘आई2यू2'' का दृष्टिकोण और उसका एजेंडा प्रगतिवादी और व्यवहारिक है. अपने देश की परस्पर मजबूती, पूंजी, विशेषज्ञता और बाजार को संगठित करके हम इसे गति दे सकते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं.''
उन्होंने कहा कि यह सही मायने में रणनीतिक साझेदारों की बैठक है और इसमें शामिल नेता अच्छे मित्र भी हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी के दृष्टिकोण में भी समानता है. आज की इस पहली बैठक ने एक सकारात्मक एजेंडा स्थापित कर लिया है. हमने कई क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाओं की पहचान की है और उनमें आगे बढ़ने का खाका भी बनाया है.''
आई2यू2 समूह के संयुक्त बयान में कहा गया कि यह समूह गुजरात में 300 मेगावाट पवन और सौर क्षमता से युक्त हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना को आगे बढ़ाएगा. आई2यू2 के नेताओं ने खाद्य सुरक्षा बढ़ाने को लेकर अधिक नवीन, विज्ञान-आधारित समाधान पेश करने के लिए स्थापित बाजारों का लाभ उठाने की प्रतिबद्धता जताई. इस समूह के अंतर्गत भारत उचित भूमि उपलब्ध कराएगा और किसानों को फूड पार्क से जोड़ने की सुविधा प्रदान करेगा. संयुक्त अरब अमीरात भारत में एकीकृत खाद्य पार्क की श्रृंखला विकसित करने के लिए दो अरब डॉलर का निवेश करेगा