चीन की आबादी छह दशकों से अधिक समय में पहली बार कम हुई है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चीन की जनसंख्या पिछले साल कम हुई है. मैनलैंड चीन की जनसंख्या साल 2022 के अंत में लगभग 1,411,750,000 थी. बीजिंग के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीएस) ने जनसंख्या में पिछले वर्ष के अंत में 850,000 की कमी दर्ज की है. एनबीएस ने कहा कि जन्म की संख्या 9.56 मिलियन जबकि मौतों की संख्या 10.41 मिलियन देखी गई. इससे पहले चीन की आबादी में गिरावट 1960 के दशक की शुरुआत में हुई थी.
दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाले देश में जनसंख्या संकट गहरा रहा है. जिसके चलते ही चीन ने साल 2016 में अपनी "एक बच्चे की नीति" को समाप्त कर दिया था और जोड़ों को तीन बच्चे पैदा करने की अनुमति दी गई थी. चीन (China) में जन्मदर तेजी से घट रही है. अधिकारियों ने चेतावनी दी थी कि 2025 के बाद चीन की जनसंख्या (Population) घटने लगेगी.
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इस संकट से बचने के लिए परिवारों को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित भी किया जा रहा है. इसमें स्थानीय सरकारों को प्रजजन को सुधारने वाले तरीके, युवा परिवारों के लिए सब्सिडी देना, टैक्स रिबेट देना और बेहतर स्वास्थ्य इंश्योरेंस, शिक्षा, घर और रोजगार का समर्थन देना शामिल है.
कई स्थानीय अधिकारियों ने पहले ही दंपतियों को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने के उयाय शुरू कर दिए हैं. पहला बच्चा पैदा करने वाले दम्पति को स्वचालित रूप से 3,000 युआन (444 डॉलर) मिलते हैं. वहीं तीसरा बच्चा होने पर 10,000 युआन दिए जाते हैं. देश के पूर्व में, जिनान शहर में 1 जनवरी से दूसरे बच्चे वाले जोड़ों को 600 युआन का भुगतान किया जा रहा है.
पिनपॉइंट एसेट मैनेजमेंट के Zhiwei Zhang ने कहा, "आने वाले वर्षों में आबादी यहां कम होने की संभावना है." उन्होंने कहा, "चीन आर्थिक विकास के लिए संरचनात्मक चालक के रूप में जनसांख्यिकीय लाभांश पर भरोसा नहीं कर सकता है."
ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी ऑफ विक्टोरिया के एक शोधकर्ता शिउजियन पेंग ने एएफपी को बताया, "चीनी लोग दशकों पुरानी एक-बच्चे की नीति के कारण छोटे परिवार के आदी हो रहे हैं". उन्होंने कहा, "चीनी सरकार को जन्म को प्रोत्साहित करने के लिए प्रभावी नीतियां ढूंढनी होंगी, अन्यथा प्रजनन क्षमता और भी कम हो जाएगी. ये एक वास्तविक चिंता है.
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