प्रतीकात्मक फोटो
बेरूत:
सीरिया में सरकार के प्रभाव वाले दो इलाकों में सोमवार को हुए बम विस्फोटों में 148 से अधिक लोग मारे गए। आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली है।
'सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स' के अनुसार जाबलेह और तारतूस में सोमवार सुबह सात धमाके हुए, जिनमें से अधिकतर आत्मघाती हमले थे।
ऑब्जर्वेटरी के प्रमुख रामी अब्दुल रहमान ने कहा कि सीरिया में मार्च, 2011 में संघर्ष शुरू होने के बाइ इन दोनों शहरों में ये निसंदेह सबसे बड़े जानलेवा हमले हैं। दोनों शहरों में सोमवार सुबह लगभग एक साथ सात जगह पर बम विस्फोट हुए।
आईएस ने अपनी समाचार एजेंसी 'अमाक' के जरिए बयान जारी कर कहा कि आईएस के लड़ाकों ने हमलों को अंजाम दिया है। ये दोनों शहर राष्ट्रपति बशर अल असद के शासन के मजबूत गढ़ हैं। जाबलेह से करीब 25 किलोमीटर पूर्व में कारदाहा गांव है, जहां से असद के परिवार का ताल्लुक है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
'सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स' के अनुसार जाबलेह और तारतूस में सोमवार सुबह सात धमाके हुए, जिनमें से अधिकतर आत्मघाती हमले थे।
ऑब्जर्वेटरी के प्रमुख रामी अब्दुल रहमान ने कहा कि सीरिया में मार्च, 2011 में संघर्ष शुरू होने के बाइ इन दोनों शहरों में ये निसंदेह सबसे बड़े जानलेवा हमले हैं। दोनों शहरों में सोमवार सुबह लगभग एक साथ सात जगह पर बम विस्फोट हुए।
आईएस ने अपनी समाचार एजेंसी 'अमाक' के जरिए बयान जारी कर कहा कि आईएस के लड़ाकों ने हमलों को अंजाम दिया है। ये दोनों शहर राष्ट्रपति बशर अल असद के शासन के मजबूत गढ़ हैं। जाबलेह से करीब 25 किलोमीटर पूर्व में कारदाहा गांव है, जहां से असद के परिवार का ताल्लुक है।
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