नई दिल्ली:
आज पूरा विश्व पहला योग दिवस मना रहा है। भारत में इसे व्यापक स्तर पर मनाया गया। दिल्ली में राजपथ पर हजारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इस कार्यक्रम में शिरकत की। भारत सरकार की योजना है कि इस कार्यक्रम का विश्व रिकॉर्ड भी बन जाए।
वहीं, पाकिस्तान ने योग दिवस का बहिष्कार कर दिया है। खास बात यह है कि योग के जनक कहे जाने वाले महर्षि पतंजलि की जन्म स्थली पाकिस्तान के मुल्तान में है, यह कुछ इतिहासकारों का मत है। वहीं, तमाम अन्य इतिहासकारों की राय में महर्षि पतंजलि के जन्मस्थान यूपी के गोंडा में है। कुछ इतिहासकार अपने कई तर्कों के साथ पतंजलि के जन्म स्थान को श्रीलंका में बताते हैं।
महर्षि पतंजलि को फादर ऑफ योगा कहा जाता है। गौर करने की बात यह है कि तमाम लोग पाकिस्तान में भी योग का अभ्यास करते हैं। यहां तक की तमाम योग शालाएं हैं। आज योग दिवस के मौके पर पाकिस्तान में श्री श्री रविशंकर ने योग शिविरों का आयोजन किया था लेकिन बाद में सुरक्षा कारणों से इसे टालना पड़ा। पाकिस्तान सरकार ने आर्ट ऑफ लिविंग के शिविरों पर योग करने से रोक दिया। सरकार ने आतंकी संगठन की धमकियों का हवाला दिया।
साथ ही पाकिस्तान सरकार ने भारतीय उच्चायोग के योग शिविर आयोजित कराने के प्रयासों को भी विफल कर दिया। भारतीय उच्चायोग ने जो योग प्रशिक्षक भारत से बुलाए थे, उन्हें पाकिस्तान ने वीजा देने से इनकार कर दिया।
महर्षि पतंजलि ने योग के 195 सूत्रों को प्रतिपादित किया, जो योग दर्शन के स्तंभ माने गए। इन सूत्रों के पाठन को भाष्य कहा जाता है। महर्षि पतंजलि ने अष्टांग योग की महिमा को बताया, जो स्वस्थ जीवन के लिए महत्वपूर्ण माना गया।
वहीं, पाकिस्तान ने योग दिवस का बहिष्कार कर दिया है। खास बात यह है कि योग के जनक कहे जाने वाले महर्षि पतंजलि की जन्म स्थली पाकिस्तान के मुल्तान में है, यह कुछ इतिहासकारों का मत है। वहीं, तमाम अन्य इतिहासकारों की राय में महर्षि पतंजलि के जन्मस्थान यूपी के गोंडा में है। कुछ इतिहासकार अपने कई तर्कों के साथ पतंजलि के जन्म स्थान को श्रीलंका में बताते हैं।
महर्षि पतंजलि को फादर ऑफ योगा कहा जाता है। गौर करने की बात यह है कि तमाम लोग पाकिस्तान में भी योग का अभ्यास करते हैं। यहां तक की तमाम योग शालाएं हैं। आज योग दिवस के मौके पर पाकिस्तान में श्री श्री रविशंकर ने योग शिविरों का आयोजन किया था लेकिन बाद में सुरक्षा कारणों से इसे टालना पड़ा। पाकिस्तान सरकार ने आर्ट ऑफ लिविंग के शिविरों पर योग करने से रोक दिया। सरकार ने आतंकी संगठन की धमकियों का हवाला दिया।
साथ ही पाकिस्तान सरकार ने भारतीय उच्चायोग के योग शिविर आयोजित कराने के प्रयासों को भी विफल कर दिया। भारतीय उच्चायोग ने जो योग प्रशिक्षक भारत से बुलाए थे, उन्हें पाकिस्तान ने वीजा देने से इनकार कर दिया।
महर्षि पतंजलि ने योग के 195 सूत्रों को प्रतिपादित किया, जो योग दर्शन के स्तंभ माने गए। इन सूत्रों के पाठन को भाष्य कहा जाता है। महर्षि पतंजलि ने अष्टांग योग की महिमा को बताया, जो स्वस्थ जीवन के लिए महत्वपूर्ण माना गया।
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