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दिनभर कंप्यूटर के सामने बैठे रहने से हो रही कमर दर्द और पीठ की दिक्कत, तो इस योगासन को कर पाएं राहत

Yoga For Back Pain: योग के कई आसनों में से टाइगर पोज एक ऐसा आसन है, जिसे न केवल शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए जाना जाता है, बल्कि यह मानसिक शांति और स्ट्रेस फ्री रहने में भी मदद करता है.

दिनभर कंप्यूटर के सामने बैठे रहने से हो रही कमर दर्द और पीठ की दिक्कत, तो इस योगासन को कर पाएं राहत
Yoga for Back Pain: योगाभ्यास सेहत को सुधारने का एक प्रभावी तरीका माना जाता है.

Yoga For Back Pain: आज की बिजी और स्ट्रेसफुल लाइफ में सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी हो गया है. लंबे समय तक कंप्यूटर के सामने बैठना, गलत बैठने की आदतें और मानसिक दबाव आदि से शरीर और मन दोनों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. खासकर कमर दर्द, तनाव और पाचन संबंधी परेशानियां आम हो गई हैं, जो लाइफ क्वालिटी को प्रभावित करती हैं. ऐसे में योगाभ्यास सेहत को सुधारने का एक प्रभावी तरीका माना जाता है. योग के कई आसनों में से व्याघ्रासन एक ऐसा आसन है, जिसे न केवल शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए जाना जाता है, बल्कि यह मानसिक शांति और स्ट्रेस फ्री रहने में भी मदद करता है.

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टाइगर पोज करने से क्या होता है?

व्याघ्रासन को टाइगर पोज कहा जाता है, क्योंकि इस आसन को करते समय शरीर की मुद्रा बाघ की तरह होती है. यह योगासन खासकर कमर और मेरुदंड की मांसपेशियों को मजबूत करता है, जिससे लंबे समय तक बैठने से होने वाली कमर दर्द की समस्या में काफी राहत मिलती है. मॉडर्न लाइफस्टाइल में जहां ज्यादातर लोग ऑफिस में कंप्यूटर के सामने घंटों बैठते हैं, व्याघ्रासन उनकी सेहत के लिए वरदान साबित हो सकता है.

आयुष मंत्रालय के मुताबिक, रोजाना व्याघ्रासन का अभ्यास करने से शरीर में कई सकारात्मक बदलाव होते हैं. यह आसन मेरुदंड की मांसपेशियों को मजबूत करता है और शरीर के निचले हिस्से को स्थिरता प्रदान करता है. यह रीढ़ की हड्डी के लचीलापन को बढ़ाता है, जिससे कमर की परेशानियां कम हो जाती हैं और आप ज्यादा एक्टिव महसूस करते हैं.

टाइगर पोज के फायदे (Benefits of Tiger Pose)

यह आसन करने से मन शांत होता है और तनाव, चिंता जैसी समस्याएं दूर होती हैं. नियमित अभ्यास से ब्रेन में ब्लड फ्लो बढ़ता है, जिससे एकाग्रता और ध्यान की क्षमता में सुधार होता है. मानसिक तनाव कम होने से नींद भी बेहतर आती है और व्यक्ति ज्यादा एनर्जेटिक और पॉजिटिव महसूस करता है.

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व्याघ्रासन को करते समय पेट के अंगों पर पड़ने वाले हल्के दबाव से पाचन तंत्र सक्रिय होता है जिससे गैस और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिलती है. नियमित अभ्यास से भोजन का पाचन बेहतर होता है और भूख सही समय पर लगती है.

यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है. इस आसन से शरीर के कई अंगों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व अच्छी तरह पहुंचते हैं, जिससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं और थकान कम होती है. खासकर पैरों, हाथों और पीठ की मांसपेशियां व्याघ्रासन से मजबूत बनती हैं. बेहतर ब्लड सर्कुलेशन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है और आप लंबे समय तक हेल्दी बने रहते हैं.

किन लोगों को टाइगर पोज से परहेज करना चाहिए?

व्याघ्रासन के यूं तो कई फायदे हैं, लेकिन फिर भी इसे करते समय कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है. जिन लोगों को गर्दन, हाथ-पैर या सिर से जुड़ी कोई समस्या है, उन्हें इस आसन से परहेज करना चाहिए. स्पॉन्डिलाइटिस, स्लिप डिस्क या साइटिका जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों के लिए यह आसन नुकसानदायक हो सकता है. हार्ट डिजीज, हाई ब्लड प्रेशर या गर्भावस्था की स्थिति में डॉक्टर की सलाह के बिना इस आसन का अभ्यास न करें. शुरुआत में शरीर की क्षमता के अनुसार ही अभ्यास को बढ़ाएं.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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