- 42 वर्षीय रामेश्वर सिंह का लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस में ट्रेन यात्रा के दौरान निधन हो गया
- रामेश्वर बिहार के गोपालगंज जिले के महुआ पाटन गांव के रहने वाले और मुंबई में व्यवसाय करते थे
- रामेश्वर की पत्नी रीना देवी ने बताया कि उनके चार बच्चे हैं जिनकी उम्र 14 से 9 वर्ष के बीच है
दो दिन पहले पिता की मौत का सदमा झेल रहे एक बेटे ने सफर के दौरान अपनी पत्नी और बच्चों के सामने ही दम तोड़ दिया. यह दर्दनाक घटना लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस में हुई. मृतक की पहचान 42 वर्षीय रामेश्वर सिंह उर्फ राम विश्वास के रूप में हुई है, जिसका मुंबई में कारोबार था. रामेश्वर मूल रूप से बिहार के गोपालगंज जिले के महुआ पाटन गांव का रहने वाला था.

मृतक की पत्नी ने क्या बताया
रामेश्वर की पत्नी रीना देवी ने बताया कि उनके चार बच्चे हैं. जिनकी उम्र 14, 12, 11 और 9 वर्ष है. गुरुवार को रामेश्वर के 80 वर्षीय ससुर बंता राय की मौत हो गई थी. घर से फोन आने पर रामेश्वर काफी दुखी हो गए और खाना तक नहीं खा रहे थे. इसी सदमे में वह पत्नी और बच्चों के साथ बिहार जा रहे थे, परिवार का एस-3 कोच में रिजर्वेशन था.
रात में बिगड़ी तबीयत, ट्रेन में हुई मौत
शनिवार देर रात झांसी पहुंचने से पहले रामेश्वर को बेचैनी होने लगी. वह कांपने लगे और साथ ही उन्हें पसीना आने लगा. थोड़ी देर बाद हालत ठीक हुई, लेकिन रात करीब 11 बजे उनकी तबीयत फिर बिगड़ी और ट्रेन में ही उनकी मौत हो गई. यात्रियों ने रेलवे कंट्रोल रूम को सूचना दी.

ट्रेन प्लेटफॉर्म पर पहुंची तो डॉक्टरों ने चेकअप के बाद रामेश्वर को मृत घोषित कर दिया. पत्नी रीना का रो-रोकर बुरा हाल है. उसने बताया, “पति ससुर की मौत से बहुत दुखी थे, खाना नहीं खा रहे थे. इसी कारण हम लोग घर जा रहे थे.”
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
झांसी जीआरपी थाना प्रभारी ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा. फिलहाल सदमे से मौत होने की आशंका जताई जा रही है.
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