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Ravish Kumar Show

'Ravish Kumar Show' - 123 News Result(s)
  • रिश्वत जैसे हमारे सिस्‍टम का हिस्‍सा हो गया, न रिश्वत लेने वाले को डर, न देने वाले को

    रिश्वत जैसे हमारे सिस्‍टम का हिस्‍सा हो गया, न रिश्वत लेने वाले को डर, न देने वाले को

    इतनी बड़ी कंपनी किसे पैसा खिला रही थी, जो खा रहा था, वो ख़ुद खा रहा था या आगे भी किसी को खिला रहा था, उसने और किस-किस से पैसे खाए होंगे, इतने सारे सवाल है कि दिमाग से पहले पेट खाली हो जाए.

  • रवीश कुमार का Prime Time: स्मार्ट सिटी से लेकर गांव तक ज़रा-सी बारिश में बेहाल

    रवीश कुमार का Prime Time: स्मार्ट सिटी से लेकर गांव तक ज़रा-सी बारिश में बेहाल

    मूसलाधार बारिश के कारण इटावा में तीन दिनों के लिए स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है. कुछ दिन पहले बेंगलुरु डूब गया था क्योंकि एक झटके में ज्यादा पानी बरस गया. इस समय अलीगढ़, फिरोजाबाद, इटावा, कासगंज, आगरा से भी इसी तरह की खबरें हैं. भारी बारिश के कारण तीनों-चारों जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं.

  • दयानंद सरस्वती आज मूर्ति पूजा को चुनौती देते तो क्या होता?

    दयानंद सरस्वती आज मूर्ति पूजा को चुनौती देते तो क्या होता?

    जो समाज मूर्ति पूजा को लेकर किसी प्रकार के प्रश्न को स्वीकार नहीं कर सकता है, उसी समाज में दयानंद सरस्वती ने मूर्ति पूजा को चुनौती दी. क्या आज के समय में हम कल्पना कर सकते हैं कि कोई एक पर्चा छपवा दे कि वह मूर्ति पूजा को चुनौती देता है?

  • भारत की सीरियसता को गंभीर खतरा, कामरा-फारूकी के शो बंद किए गए

    भारत की सीरियसता को गंभीर खतरा, कामरा-फारूकी के शो बंद किए गए

    भारत एक सीरीयस प्रधान देश है. हम भारतीयों की सीरीयसता की ख़ास बात यह है कि हम हर बात को गंभीरता से लेते हैं. हंसने से पहले और हंसने के बाद सीरीयस होना, हमारी सीरीयसता का अभिन्न अंग है. हंसना दो सीरीयसताओं के बीच एक छोटा सा ब्रेक है.

  • पेट्रोल का दाम आसमान में, यूरिया खाद का स्टॉक पाताल में

    पेट्रोल का दाम आसमान में, यूरिया खाद का स्टॉक पाताल में

    बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में जब चुनाव था तब दामों का बढ़ना रुक गया था. चुनाव ख़त्म, दाम बढ़ गया. तब अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार कहां था, वो भी इलेक्शन में ड्यूटी कर रहा था?

  • क्या गरीब की ही कटेगी जेब, उद्योगपति बस रियायत लेंगे...?

    क्या गरीब की ही कटेगी जेब, उद्योगपति बस रियायत लेंगे...?

    करोड़ों रुपये खर्च कर देश भर में लगे इस होर्डिंग ने जनता को ठीक से समझा दिया था कि टीका मुफ्त लगा है और इसके लिए धन्यवाद मोदी जी कहना है तभी पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने याद दिला दिया कि यह इतना भी मुफ्त नहीं है. पेट्रोल और डीज़ल पर टैक्स इसलिए अधिक है क्योंकि टीका मुफ्त है. अनाज मुफ्त है.

  • आर्यन ख़ान की ज़मानत और कानून के सवाल

    आर्यन ख़ान की ज़मानत और कानून के सवाल

    बीस हज़ार करोड़ का 3000 किलोग्राम ड्रग्स पकड़ा गया. उसे लेकर कितना कम कवरेज़ हुआ, छह ग्राम चरस पकड़ा गया उसे लेकर जो कवरेज़ हो रहा है, पता चलता है कि बीस हज़ार करोड़ से ज़्यादा शाहरुख़ ख़ान की कितनी वैल्यू है और उस जनता की कितनी कम वैल्यू हो गई है जो आराम से 117 रुपया पेट्रोल भरा रही है जो कभी 65 रुपया लीटर होने पर आंदोलन करती थी.

  • सम्मान से समन धरिए जी, आशीष के पिता हैं मंत्री जी

    सम्मान से समन धरिए जी, आशीष के पिता हैं मंत्री जी

    विपक्ष के नेताओं को बिना किसी लिखित आदेश के हिरासत में लेने वाली यूपी पुलिस ने एक मंत्री के बेटे के प्रति जो समन का सम्मान दिखाया है, उसकी सराहना की जानी चाहिए क्योंकि आलोचना से कुछ फर्क नहीं पड़ रहा है.

  • क्या 150 शिक्षक 10,500 छात्रों को पढ़ा सकते हैं?

    क्या 150 शिक्षक 10,500 छात्रों को पढ़ा सकते हैं?

    हमारा इरादा बस इतना है कि शिक्षा पर बात हो. केवल पटना के कॉमर्स कालेज पर बात नहीं हो. अगर भारत का कोई छात्र इस कार्यक्रम को देख रहा है, और वह समझ पा रहा है कि उसके जीवन को किस तरह से बर्बाद किया गया और बर्बाद करने की प्रक्रिया आज भी जारी ही है तो वह छात्र एक काम करे.

  • भारत का किसान महीने का इतना कम कमाता है?

    भारत का किसान महीने का इतना कम कमाता है?

    किसान आंदोलन में शामिल किसान किसी अहं की लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं. वे दशकों से खेती को लेकर सरकारों के वादों का हश्र देख रहे हैं. अपने आस-पास के लोगों को खेती से अलग होते देख रहे हैं.

  • दोपहिया वालों के लिए एक्सप्रेस वे क्यों नहीं है

    दोपहिया वालों के लिए एक्सप्रेस वे क्यों नहीं है

    अक्सर दिल्ली को कार वालों की नज़र से देखा जाता है लेकिन इस महानगर में बोलबाला बाइकर्स का है. 70 लाख से अधिक बाइक यहां पंजीकृत हैं. दिल्ली की सड़कों पर कार और बाइक की रफ्तार बहुत अधिक नहीं है इसलिए यहां की सड़कों पर कार और बाइक के हिसाब से अलग नहीं किया गया है और न करना संभव है.

  • फ्रांस में जासूसी की पुष्टि, इज़रायल में छापा, छवियों की चिन्ता में छवियों का बंटाधार

    फ्रांस में जासूसी की पुष्टि, इज़रायल में छापा, छवियों की चिन्ता में छवियों का बंटाधार

    फ्रांस की राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा एजेंसी ANSSI ने पुष्टि कर दी है कि मीडिया पार्ट के दो पत्रकारों के फोन में पेगासस था. इस सुरक्षा एजेंसी ने इन पत्रकारों के फोन की फोरेंसिक जांच की है.

  • Ravish Kumar Prime Time: 'कितना और कहां तक लिखें सरकार, ताकि न पड़े छापा?' IT रेड पर रवीश कुमार का तंज

    Ravish Kumar Prime Time: 'कितना और कहां तक लिखें सरकार, ताकि न पड़े छापा?' IT रेड पर रवीश कुमार का तंज

    Ravish Kumar Prime Time: पूछा, "जब रफाल विमान सौदे में भ्रष्टाचार की खबर छपती है तब तो सरकार जांच नहीं करती, जब पीएम केयर्स के वेंटिलेटर के खराब होने को लेकर डॉक्टर सवाल उठाते हैं तब तो जांच नहीं करती और न कोई एजेंसी अपना काम करती है. जब पत्रकारों की जासूसी होती है तब तो सरकार जांच नहीं करती.

  • Ravish Kumar Prime Time: जब ऑक्सीजन की कमी से लोग नहीं मरे तो क्या अस्पतालों, अखबारों ने झूठ बोला? सुप्रीम कोर्ट ने फिर कमेटी क्यों बनाई थी? रवीश ने पूछा

    Ravish Kumar Prime Time: जब ऑक्सीजन की कमी से लोग नहीं मरे तो क्या अस्पतालों, अखबारों ने झूठ बोला? सुप्रीम कोर्ट ने फिर कमेटी क्यों बनाई थी? रवीश ने पूछा

    Ravish Kumar Prime Time : रवीश ने तल्ख लहजे में कहा, "जब मरने वालों की संख्या 47 लाख से 4 लाख की जा सकती है तो इसका मतलब है कि अब फेक न्यूज़ का भी काम ख़त्म हो गया है. लगातार प्रोपेगैंडा से लोगों की यह हालत हो गई है. वे अब दूसरी सूचना स्वीकार ही नहीं कर पाएंगे. शॉर्ट सर्किट हो जाएगा. दिमाग़ वही स्वीकार करता है जो व्हाट्स एप यूनिवर्सिटी कहती है. इसलिए अब आपको किसी न्यूज़ की ज़रूरत ही नहीं है.

  • Ravish Kumar Prime Time: Pegasus Scandal पर सरकार न तो 'हां' कह रही, और न ही 'न', आखिर क्यों? रवीश कुमार ने बताए कारण

    Ravish Kumar Prime Time: Pegasus Scandal पर सरकार न तो 'हां' कह रही, और न ही 'न', आखिर क्यों? रवीश कुमार ने बताए कारण

    Ravish Kumar Prime Time : रवीश ने पूछा कि राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निजी सचिव का फोन भी निशाने पर क्यों था? केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के ओएसडी संजय कचरू के फोन की निगरानी क्यों हो रही थी? विश्व हिन्दू परिशद के नेता रहे प्रवीण तोगड़िया के भी फोन की जासूसी क्यों और कौन करवा रहा होगा?

'Ravish Kumar Show' - 214 Video Result(s)
'Ravish Kumar Show' - 123 News Result(s)
  • रिश्वत जैसे हमारे सिस्‍टम का हिस्‍सा हो गया, न रिश्वत लेने वाले को डर, न देने वाले को

    रिश्वत जैसे हमारे सिस्‍टम का हिस्‍सा हो गया, न रिश्वत लेने वाले को डर, न देने वाले को

    इतनी बड़ी कंपनी किसे पैसा खिला रही थी, जो खा रहा था, वो ख़ुद खा रहा था या आगे भी किसी को खिला रहा था, उसने और किस-किस से पैसे खाए होंगे, इतने सारे सवाल है कि दिमाग से पहले पेट खाली हो जाए.

  • रवीश कुमार का Prime Time: स्मार्ट सिटी से लेकर गांव तक ज़रा-सी बारिश में बेहाल

    रवीश कुमार का Prime Time: स्मार्ट सिटी से लेकर गांव तक ज़रा-सी बारिश में बेहाल

    मूसलाधार बारिश के कारण इटावा में तीन दिनों के लिए स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है. कुछ दिन पहले बेंगलुरु डूब गया था क्योंकि एक झटके में ज्यादा पानी बरस गया. इस समय अलीगढ़, फिरोजाबाद, इटावा, कासगंज, आगरा से भी इसी तरह की खबरें हैं. भारी बारिश के कारण तीनों-चारों जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं.

  • दयानंद सरस्वती आज मूर्ति पूजा को चुनौती देते तो क्या होता?

    दयानंद सरस्वती आज मूर्ति पूजा को चुनौती देते तो क्या होता?

    जो समाज मूर्ति पूजा को लेकर किसी प्रकार के प्रश्न को स्वीकार नहीं कर सकता है, उसी समाज में दयानंद सरस्वती ने मूर्ति पूजा को चुनौती दी. क्या आज के समय में हम कल्पना कर सकते हैं कि कोई एक पर्चा छपवा दे कि वह मूर्ति पूजा को चुनौती देता है?

  • भारत की सीरियसता को गंभीर खतरा, कामरा-फारूकी के शो बंद किए गए

    भारत की सीरियसता को गंभीर खतरा, कामरा-फारूकी के शो बंद किए गए

    भारत एक सीरीयस प्रधान देश है. हम भारतीयों की सीरीयसता की ख़ास बात यह है कि हम हर बात को गंभीरता से लेते हैं. हंसने से पहले और हंसने के बाद सीरीयस होना, हमारी सीरीयसता का अभिन्न अंग है. हंसना दो सीरीयसताओं के बीच एक छोटा सा ब्रेक है.

  • पेट्रोल का दाम आसमान में, यूरिया खाद का स्टॉक पाताल में

    पेट्रोल का दाम आसमान में, यूरिया खाद का स्टॉक पाताल में

    बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में जब चुनाव था तब दामों का बढ़ना रुक गया था. चुनाव ख़त्म, दाम बढ़ गया. तब अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार कहां था, वो भी इलेक्शन में ड्यूटी कर रहा था?

  • क्या गरीब की ही कटेगी जेब, उद्योगपति बस रियायत लेंगे...?

    क्या गरीब की ही कटेगी जेब, उद्योगपति बस रियायत लेंगे...?

    करोड़ों रुपये खर्च कर देश भर में लगे इस होर्डिंग ने जनता को ठीक से समझा दिया था कि टीका मुफ्त लगा है और इसके लिए धन्यवाद मोदी जी कहना है तभी पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने याद दिला दिया कि यह इतना भी मुफ्त नहीं है. पेट्रोल और डीज़ल पर टैक्स इसलिए अधिक है क्योंकि टीका मुफ्त है. अनाज मुफ्त है.

  • आर्यन ख़ान की ज़मानत और कानून के सवाल

    आर्यन ख़ान की ज़मानत और कानून के सवाल

    बीस हज़ार करोड़ का 3000 किलोग्राम ड्रग्स पकड़ा गया. उसे लेकर कितना कम कवरेज़ हुआ, छह ग्राम चरस पकड़ा गया उसे लेकर जो कवरेज़ हो रहा है, पता चलता है कि बीस हज़ार करोड़ से ज़्यादा शाहरुख़ ख़ान की कितनी वैल्यू है और उस जनता की कितनी कम वैल्यू हो गई है जो आराम से 117 रुपया पेट्रोल भरा रही है जो कभी 65 रुपया लीटर होने पर आंदोलन करती थी.

  • सम्मान से समन धरिए जी, आशीष के पिता हैं मंत्री जी

    सम्मान से समन धरिए जी, आशीष के पिता हैं मंत्री जी

    विपक्ष के नेताओं को बिना किसी लिखित आदेश के हिरासत में लेने वाली यूपी पुलिस ने एक मंत्री के बेटे के प्रति जो समन का सम्मान दिखाया है, उसकी सराहना की जानी चाहिए क्योंकि आलोचना से कुछ फर्क नहीं पड़ रहा है.

  • क्या 150 शिक्षक 10,500 छात्रों को पढ़ा सकते हैं?

    क्या 150 शिक्षक 10,500 छात्रों को पढ़ा सकते हैं?

    हमारा इरादा बस इतना है कि शिक्षा पर बात हो. केवल पटना के कॉमर्स कालेज पर बात नहीं हो. अगर भारत का कोई छात्र इस कार्यक्रम को देख रहा है, और वह समझ पा रहा है कि उसके जीवन को किस तरह से बर्बाद किया गया और बर्बाद करने की प्रक्रिया आज भी जारी ही है तो वह छात्र एक काम करे.

  • भारत का किसान महीने का इतना कम कमाता है?

    भारत का किसान महीने का इतना कम कमाता है?

    किसान आंदोलन में शामिल किसान किसी अहं की लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं. वे दशकों से खेती को लेकर सरकारों के वादों का हश्र देख रहे हैं. अपने आस-पास के लोगों को खेती से अलग होते देख रहे हैं.

  • दोपहिया वालों के लिए एक्सप्रेस वे क्यों नहीं है

    दोपहिया वालों के लिए एक्सप्रेस वे क्यों नहीं है

    अक्सर दिल्ली को कार वालों की नज़र से देखा जाता है लेकिन इस महानगर में बोलबाला बाइकर्स का है. 70 लाख से अधिक बाइक यहां पंजीकृत हैं. दिल्ली की सड़कों पर कार और बाइक की रफ्तार बहुत अधिक नहीं है इसलिए यहां की सड़कों पर कार और बाइक के हिसाब से अलग नहीं किया गया है और न करना संभव है.

  • फ्रांस में जासूसी की पुष्टि, इज़रायल में छापा, छवियों की चिन्ता में छवियों का बंटाधार

    फ्रांस में जासूसी की पुष्टि, इज़रायल में छापा, छवियों की चिन्ता में छवियों का बंटाधार

    फ्रांस की राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा एजेंसी ANSSI ने पुष्टि कर दी है कि मीडिया पार्ट के दो पत्रकारों के फोन में पेगासस था. इस सुरक्षा एजेंसी ने इन पत्रकारों के फोन की फोरेंसिक जांच की है.

  • Ravish Kumar Prime Time: 'कितना और कहां तक लिखें सरकार, ताकि न पड़े छापा?' IT रेड पर रवीश कुमार का तंज

    Ravish Kumar Prime Time: 'कितना और कहां तक लिखें सरकार, ताकि न पड़े छापा?' IT रेड पर रवीश कुमार का तंज

    Ravish Kumar Prime Time: पूछा, "जब रफाल विमान सौदे में भ्रष्टाचार की खबर छपती है तब तो सरकार जांच नहीं करती, जब पीएम केयर्स के वेंटिलेटर के खराब होने को लेकर डॉक्टर सवाल उठाते हैं तब तो जांच नहीं करती और न कोई एजेंसी अपना काम करती है. जब पत्रकारों की जासूसी होती है तब तो सरकार जांच नहीं करती.

  • Ravish Kumar Prime Time: जब ऑक्सीजन की कमी से लोग नहीं मरे तो क्या अस्पतालों, अखबारों ने झूठ बोला? सुप्रीम कोर्ट ने फिर कमेटी क्यों बनाई थी? रवीश ने पूछा

    Ravish Kumar Prime Time: जब ऑक्सीजन की कमी से लोग नहीं मरे तो क्या अस्पतालों, अखबारों ने झूठ बोला? सुप्रीम कोर्ट ने फिर कमेटी क्यों बनाई थी? रवीश ने पूछा

    Ravish Kumar Prime Time : रवीश ने तल्ख लहजे में कहा, "जब मरने वालों की संख्या 47 लाख से 4 लाख की जा सकती है तो इसका मतलब है कि अब फेक न्यूज़ का भी काम ख़त्म हो गया है. लगातार प्रोपेगैंडा से लोगों की यह हालत हो गई है. वे अब दूसरी सूचना स्वीकार ही नहीं कर पाएंगे. शॉर्ट सर्किट हो जाएगा. दिमाग़ वही स्वीकार करता है जो व्हाट्स एप यूनिवर्सिटी कहती है. इसलिए अब आपको किसी न्यूज़ की ज़रूरत ही नहीं है.

  • Ravish Kumar Prime Time: Pegasus Scandal पर सरकार न तो 'हां' कह रही, और न ही 'न', आखिर क्यों? रवीश कुमार ने बताए कारण

    Ravish Kumar Prime Time: Pegasus Scandal पर सरकार न तो 'हां' कह रही, और न ही 'न', आखिर क्यों? रवीश कुमार ने बताए कारण

    Ravish Kumar Prime Time : रवीश ने पूछा कि राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निजी सचिव का फोन भी निशाने पर क्यों था? केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के ओएसडी संजय कचरू के फोन की निगरानी क्यों हो रही थी? विश्व हिन्दू परिशद के नेता रहे प्रवीण तोगड़िया के भी फोन की जासूसी क्यों और कौन करवा रहा होगा?

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