समाज में शांति व्यापक हो चुकी है. इतनी शांति पहले कभी नहीं महसूस की गई. पता ही नहीं चल रहा था कि समाज में लोग भी रहते हैं. भला हो उन नेताओं का जिन्होंने लाउडस्पीकर बजाने के धार्मिक अधिकार को लेकर जंग छेड़ दी है. अपनी अंतरात्मा और परमात्मा तक पहुंचने का सुपर फास्ट तरीका है लाउड स्पीकर. लाउड स्पीकर को लेकर दो धर्मों के बीच कंपटीशन पैदा कर दिया गया है, जिससे लाउड स्पीकर भी धर्म के अस्तित्व का एक महत्वपूर्ण प्रतीक बन गया है. हर कोई अपने हिसाब से लाउड स्पीकर लगाना चाहता है.