Blogs | अमरेश सौरभ |शुक्रवार अप्रैल 5, 2024 04:11 PM IST अबकी तो चुनावी सीजन के चक्कर में भी ऋतुओं के राजा की आइडेंटिटी गुम हो रही है. कहीं लहर चल रही, कहीं-कहीं अंडर-करंट. कुछ कोयलों की मीठी कूक पार्टी-प्रचार के शोर में दब जा रही है. कुछ कोयलें आचार संहिता देखकर ज्यादा गाने से परहेज कर रही हैं...