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This Article is From Feb 29, 2024

55 दिनों से फरार शाहजहां शेख को 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया, पेशी का VIDEO आया सामने

Sandeshkhali Case: अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तारी से पहले टीम कई दिनों से शाहजहां शेख की गतिविधियों पर नजर रख रही थी. शेख को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि से लगभग 30 किलोमीटर दूर मिनाखान में एक घर से गिरफ्तार किया गया.

Sandeshkhali Case: शाहजहां शेख कई दिनों से फरार चल रहा था.

बशीरहाट:

Sandeshkhali Case: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले की एक अदालत ने संदेशखाली से तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख को 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. मिनाखान से तड़के गिरफ्तारी के बाद शेख को सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर बशीरहाट की अदालत में पेश किया गया. राज्य पुलिस ने शेख को 14 दिन की हिरासत में भेजे जाने का अनुरोध किया था लेकिन अदालत ने 10 दिन की पुलिस हिरासत की मंजूर दी.

अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तारी से पहले टीम कई दिनों से शाहजहां शेख की गतिविधियों पर नजर रख रही थी. शेख को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि से लगभग 30 किलोमीटर दूर मिनाखान में एक घर से गिरफ्तार किया गया. शाहजहां शेख को गिरफ्तारी के बाद बशीरहाट अदालत ले जाया गया. जिसके बाद उसे अदालत में पेश किया गया. 

55 दिनों से था फरार 

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में पांच जनवरी को लगभग एक हजार लोगों की भीड़ ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर उस वक्त हमला कर दिया था. जब वे राज्य में कथित राशन वितरण घोटाले की जांच के सिलसिले में शेख के परिसर पर छापेमारी के लिए गये थे. प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमले के बाद से शाहजहां शेख फरार था. शेख की गिरफ्तारी की मांग को लेकर संदेशखाली इलाके के लोग ने हिंसक विरोध प्रदर्शन भी किया था.

शाहजहां शेख पर हैं ये आरोप
 

  • 2024: महिलाओं के यौन शोषण का आरोपी
  • 2024: ज़मीन क़ब्ज़ाने के मामले में आरोपी
  • 2024: ED अफ़सरों से मारपीट का आरोपी
  • 2022: राशन घोटाले में ED का केस
  • 2022: ज़मीन क़ब्ज़ाने में मनी लॉन्ड्रिंग केस
  • 2019: 3 BJP कार्यकर्ताओं की हत्या का आरोपी
  • बिजली विभाग के कर्मचारियों से मारपीट का भी आरोप

बीजेपी ने टीएमसी पर लगाए थे गंभीर आरोप

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कल दावा किया था कि शाहजहां शेख कल रात से राज्य पुलिस की 'सुरक्षित हिरासत' में हैं. जबकि सत्तारूढ़ टीएमसी ने शुभेंदु के दावे को 'निराधार' व 'कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास' करार देते हुए खारिज किया था और कह था पुलिस शेख को पकड़ने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है.

वहीं कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बुधवार को निर्देश दिया था कि संदेशखाली में महिलाओं पर यौन अत्याचार और जमीन हड़पने के मामले के मुख्य आरोपी शाहजहां शेख को पश्चिम बंगाल पुलिस के अलावा केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी गिरफ्तार कर सकती है. राज्य महाधिवक्ता की अर्जी पर अदालत ने 26 फरवरी को जारी अपने आदेश को स्पष्ट किया, जिसमें पुलिस को शेख की गिरफ्तारी का आदेश दिया गया था.

शेख का मज़दूर से संदेशखाली के 'भाई' तक का सफ़र

शाहजहां शेख के चाचा मोस्लेम शेख़ CPM के नेता रहे हैं. शाहजहां शेख ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत CPM के साथ ही की थी. साल 2011 में CPM के सत्ता से बाहर होने के बाद शाहजहां ने पार्टी बदल ली थी. साल 2013 में ये टीएमसी में शामिल हो गए थे.  साल 2018 में ये अगरहाटी ग्राम पंचायत के डिप्टी हेड बने थे.

साल 2023 में पंचायत चुनाव के लिए दायर की गए हलफ़नामा के अनुसार इनके पास 17 गाड़ियां, 14 एकड़ ज़मीन है और इनकी सालाना कमाई 20 लाख रुपये है.

बेहद ही कम लोग जानते हैं कि शाहजहां शेख ने साल 2000 तक कंडक्टर, सब्जी विक्रेता, ड्राइवर के तौर पर भी काम किया था. अपने चाचा की देखरेख में मछली कारोबारी भी शुरू किया था.

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