महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल (Petrol Diesel) पर उत्पाद शुल्क में कटौती पर्याप्त नहीं है और इन दोनों ईंधनों (Fuel) पर उत्पाद शुल्क को छह या सात साल पहले के स्तर पर लाया जाना चाहिए. उद्धव ठाकरे ने एक बयान जारी कर पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में न्यूनतम कटौती के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा, 'दो महीने पहले पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 18.42 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी और आज इसे आठ रुपये कम कर दिया गया है, जबकि डीजल पर उत्पाद शुल्क 18.24 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया गया था और अब इसे छह रुपये कम कर दिया गया है. भारी बढ़ोतरी और फिर न्यूनतम कटौती करना अच्छा नहीं है.'
उन्होंने कहा कि लोगों को वास्तविक राहत तब मिलेगी जब उत्पाद शुल्क को छह या सात साल पहले के स्तर पर लाया जाएगा. ईंधन उत्पादों की लगातार बढ़ती कीमतों से आम जनजीवन पर पड़ रहे असर को देखते हुए सरकार ने शनिवार को पेट्रोल एवं डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में क्रमशः आठ रुपये एवं छह रुपये प्रति लीटर तक की कटौती करने की घोषणा की.
उत्पाद शुल्क में की गई इस कटौती से पेट्रोल 9.5 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता हो जाएगा जबकि डीजल की कीमत में प्रति लीटर सात रुपये तक की कटौती हो जाएगी. ऐसा उत्पाद शुल्क की दर पर लगने वाले अन्य स्थानीय शुल्क में कमी आने की वजह से होगा.
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