ओडिशा में 24 साल बाद बीजू जनता दल (BJD) को छोड़कर किसी पार्टी की सरकार बनी है. विधासनभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए BJP पहली बार सत्ता में आई है. पूर्व सीएम और BJD अध्यक्ष नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) ने सोमवार को अपनी पार्टी के 9 राज्यसभा सांसदों के साथ बैठक की. पटनायक ने इस दौरान ने अपनी पार्टी के सांसदों को एकजुट होकर मजबूत विपक्ष की तरह काम करने को कहा. जब उनसे पूछा गया कि क्या BJD, BJP के नेतृत्व वाली सरकार को मुद्दा आधारित समर्थन देने के अपने पहले के रुख पर कायम रहेगी? तो उन्होंने कहा, "अब BJP को और समर्थन नहीं. अब सिर्फ विपक्ष को समर्थन मिलेगा. हम ओडिशा के हितों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं."
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए राज्यसभा में बीजू जनता दल के नेता सस्मित पात्रा ने कहा, "इस बार BJD सांसद केवल मुद्दों पर बोलने तक ही सीमित नहीं रहेंगे. अगर केंद्र में BJP के नेतृत्व वाली सरकार ओडिशा के हितों की अनदेखी करती है, तो वे आंदोलन करने के लिए दृढ़ हैं."
राजनीति से संन्यास लेने वाले वीके पांडियन का काफी संघर्ष भरा रहा है जीवन
उन्होंने कहा कि राज्यसभा में नौ सांसद मजबूत विपक्ष के रूप में काम करेंगे. पात्रा ने कहा, "BJP को समर्थन देने का कोई सवाल ही नहीं है. BJD अध्यक्ष ने हमसे कहा कि अगर राजग सरकार ओडिशा की वास्तविक मांगों को नजरअंदाज करना जारी रखती है, तो हमें एक मजबूत और जीवंत विपक्ष के रूप में काम करना चाहिए."
Explainer : मोहन चरण माझी को मुख्यमंत्री बनाकर BJP ने क्या संदेश दिया, जानें कहां-कहां होगा इसका असर
BJD के पास राज्यसभा में 9 सांसद हैं, जबकि हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में यह एक भी सीट जीतने में नाकाम रही. 1997 में पार्टी के गठन के बाद ऐसा पहली बार हुआ है. BJD ने पिछले कुछ सालों में न सिर्फ संसद में विभिन्न मुद्दों पर BJP का समर्थन किया है, बल्कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को 2019 और 2024 में राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने में भी मदद की थी.
हालांकि, अब BJD ने ओडिशा में सत्ता खो दी है, क्योंकि BJP ने 24 साल पुरानी उसकी सरकार को खत्म कर दिया है.
24 साल बाद ओडिशा को मिला नया मुख्यमंत्री, BJP के मोहन माझी ने ली CM पद की शपथ
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं